अपडेटेड 22 June 2024 at 21:03 IST
आपका दोस्त कितना सच्चा कितना झूठा? इन बातों से करें असली और नकली दोस्ती की पहचान
जिंदगी में एक दोस्त की जरूरत होती है, लेकिन कई बार लोग ऐसे लोगों से दोस्ती कर लेते हैं, जो मतलबी होते हैं। ऐसे में असली नकली दोस्त की पहचान कैसे करें।
- लाइफस्टाइल न्यूज़
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How To Identify True And False Friendship: दोस्ती क बहुत ही खास रिश्ता होता है। हर किसी की जिंदगी में कोई न कोई दोस्त जरूर होता है जिसके साथ आप अपना दुख-दर्द परेशानियां सब कुछ शेयर करते हैं। अक्सर लोग दोस्तों पर आंख मूंदकर भरोसा कर लेते हैं, लेकिन बहुत ही कम लोग होते है, जो आपसे सच्ची दोस्ती करते हैं। आपके दोस्तों में से कई लोग ऐसे होते हैं, जो आपका दोस्त बनकर फायदा उठाते हैं। अगर आपकी जिंदगी में भी दोस्त हैं और आप असली और नकली दोस्त की पहचान करना चाहते हैं, तो आप इन संकेतों से पहचान सकते हैं।
दरअसल, अच्छा दोस्त मिलना किसी तोहफे से कम नहीं होता है, लेकिन इस तोहफे की चाहत में कई बार आप उन लोगों से दोस्ती कर बैठते हैं, जो दोस्त के रुप में दुश्मन होता है। वह आपका भला नहीं बल्कि सिर्फ अपना भला करना चाहता है और सोचता है। ऐसे में जरूरी हो जाता है कि आप असली और नकली दोस्त की पहचान करें। ऐसे में आपको बस कुछ खास-खास बातों का ध्यान होगा जिससे आसानी से पता चल जाएगा की आपका दोस्त असली है या फिर नकली।
ऐसे करें असली और नकली दोस्त की पहचान
जजमेंट
दोस्ती में लोग एक-दूसरे की परिस्थितियों और मानसिकता को समझते हैं न की उन्हें जज करते है। दोस्त जीवन में एक-दूसरे की मदद करते हैं। अगर आपका कोई दोस्त अक्सर आपको लेकर जजमेंट करता है, तो हो सकता है कि यह सच्ची दोस्ती न हो।
आपकी सफलता या उपलब्धि से खुश न होना
सच्चे दोस्त आमतौर पर एक-दूसरे की उपलब्धियों और खुशी का जश्न मनाते हैं। अगर आपका दोस्त आपकी अचीवमेंट्स और सफलता पर खुशी होने की बजाय उससे ईर्ष्या करता है, तो हो सकता है कि वह सच्चा दोस्त न हो।
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पर्सनल बातों का मज़ाक उड़ाना
दोस्ती में चिढ़ाना एक बहुत ही आम बात है, लेकिन अगर आपका दोस्त आपके सामने आपकी बातों का मजाक उड़ाता है तो यह एक खतरे की घंटी है। आपको हमेशा ऐसे दोस्तों से दूरी बनाए रखने की कोशिश करनी चाहिए।
आपके सीक्रेट्स के बारे में गपशप करना
दोस्ती में विश्वास सबसे जरूरी चीजों में से एक है। अगर कोई दोस्त गपशप करता है और आपके रहस्यों को दूसरों के साथ साझा करता है, जो आपने विश्वास के बिना कहा है, तो यह एक खतरे की घंटी है। ऐसे दोस्तों से दूर रहना ही बेहतर है।
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आपकी परवाह न करना
सच्चे दोस्त हमेशा एक-दूसरे की परवाह करते हैं, भले ही वे दूर क्यों न हों। अगर आप ऐसी दोस्ती में हैं जहां दूसरा व्यक्ति आपकी और आपकी भावनाओं की परवाह नहीं करता है तो उनसे दूरी बनाना ही बेहतर है।
इंपोर्टेंट बातों या चीजों को छिपाना
कुछ लोग सिर्फ अपने भले के लिए दोस्त बनाते हैं। कुछ दोस्त सिर्फ नौकरी की वैकैंसी जैसी महत्वपूर्ण जानकारी ही आपसे लेते हैं और बाकी जानकारी छिपा लेते हैं। ऐसे लोग शायद आपके सच्चे दोस्त न हों।
बहाने बनाना
अक्सर कहा जाता है कि मुसीबत में काम आने वाला दोस्त ही सच्चा दोस्त होता है लेकिन अगर आपके दोस्त आपकी परेशानी में मदद करने की बजाय बहाने बनाने लगें तो आपको समझ लेना चाहिए कि यह सच्ची दोस्ती नहीं है।
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधियां, तरीके और दावे अलग-अलग जानकारियों पर आधारित हैं। REPUBLIC BHARAT आर्टिकल में दी गई जानकारी के सही होने का दावा नहीं करता है। किसी भी उपचार और सुझाव को अप्लाई करने से पहले डॉक्टर या एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।
Published By : Sadhna Mishra
पब्लिश्ड 22 June 2024 at 21:03 IST