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Published 16:02 IST, August 26th 2024

Women Health: वजाइना का बिगड़ता PH लेवल बन सकता है गंभीर बीमारी का कारण, जानें बैलेंस करने का तरीका

Vaginal Health: महिलाओं में PH लेवल बिगड़ने पर उन्हें कई गंभीर बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में वजाइना का ख्याल कैसे रखें इसके बारे में जान लें।

vagina pH level
वजाइनल पीएच लेवल कितना होना चाहिए? | Image: Freepik

How To Balance Vaginal PH Level: अक्सर महिलाएं अपने प्राइवेट पार्ट (Private Part) से जुड़ी समस्याओं के बारे में बात करने से कतराती हैं, लेकिन ऐसा करना उन्हें कई गंभीर बीमारियों का शिकार बना सकता है। दरअसल, महिलाएं अपनी फिजिकल हेल्थ (Physical Health) का ख्याल तो रखती हैं, लेकिन वजाइनल हेल्थ (Vaginal Health) को इग्नोर कर देती है, जो कई गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है। इन्हीं में से एक वजाइनल PH लेवल का बिगड़ना भी शामिल है। आइए इसके बारे में जानते हैं।

दरअसल, जब किसी महिला के वजाइना का पीएच लेवल (PH Level Of Vagina) बिगड़ता है, तो ऐसे में उनके प्राइवेट पार्ट में सूखापन होने लगता है, जिसके कारण वजाइना में बदबू, खुजली और जलन (Odor, Itching And Burning) जैसी समस्या होने लगती है। ऐसे में आइए जानते हैं कि महिलाओं की वजाइना का पीएच लेवल कितना होना चाहिए (What PH Level Of Women's Vagina?) और इसे बैलेंस रखने के लिए किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

महिलाओं में कितना होना चाहिए वजाइनल PH लेवल? (What PH Level Of Women's Vagina?)

गायनेकोलॉजिस्ट के मुताबिक महिलाओं में वजाइना का पीएच लेवल 3.5 से लेकर 4.5 तक होना बेहद जरूरी होता है। अगर यह इससे ज्यादा या कम होता है, तो महिलाओं को कई सारी गंभीर बीमारियों के साथ-साथ इंफेक्शन का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में इसे बैलेंस रखना बेहद जरूरी होता है। तो चलिए जानते हैं कि वजाइनल पीएच लेवल को कैसे बैलेंस रखना चाहिए?

वजाइनल पीएच लेवल को बैलेंस रखने के लिए इन बातों का रखना चाहिए ध्यान

हाइजीन (Hygiene)
वजाइना का पीएच लेवल बैलेंस रखने के लिए हाइजीन का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। अगर आप वजाइना के हाइजीन का ध्यान नहीं रखती हैं, तो इसका बैलेंस बिगड़ सकता है। इससे इंफेक्शन और कई बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।

कॉटन अंडरवेयर (Cotton Underwear)
अगर किसी महिला को बार-बार इंफेक्शन या किसी वजाइनल बीमारी का सामना करना पड़ता है, तो उसे अपने अंडरगार्मेंट में बदलाव करना चाहिए। डॉक्टर्स कॉटन अंडरवेयर पहनने की सलाह देते हैं। इससे पेट के निचले हिस्से पर ज्यादा दवाब नहीं पड़ता है और साथ ही कॉटन अंडरवेयर पहनने पर पसीना और गीलापन भी जल्दी सूख जाता है। इससे बैक्टीरिया को पनपने का मौका नहीं मिलता और वजाइना का पीएच बैलेंस रहता है।

टाइट कपड़े अवॉइड करें (Avoid Tight Clothes)
टाइट कपड़े वजाइनल पीएच लेवल को डिसबैलेंस कर सकते हैं। दरअसल, टाइट कपड़ों से ब्लड सर्कुलेशन होने में रुकावट आ जाती है। इसके कारण वजाइना में पसीना भी बढ़ जाता है, जिससे इंफेक्शन हो सकता है और PH लेवल भी बिगड़ सकता है।  

सेफ सेक्स पर दें ध्यान (Safe Sex)
कपल्स को हमेशा सेफ सेक्स पर ध्यान देना चाहिए। अनसेफ सेक्स करने से कई सारी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इससे बैक्टीरिया वजाइना में पनपने लगते हैं और पीएच लेवल बिगाड़ सकते हैं। इसलिए हमेशा सेफ सेक्स ही करें।

बॉडी को रखें हाइड्रेट (Body Hydrated)
अगर आप वजाइना का पीएच लेवल बैलेंस (PH Level Balance) रखना चाहते हैं, तो इसके लिए अपनी बॉडी को पूरी तरह से हाइड्रेट रखें। जब आप भरपूर मात्रा में पानी पीते हैं, तो यूरिन के जरिए शरीर से टॉक्सिन बॉडी (Toxin Body) से बाहर आ जाते हैं। ऐसे में वजाइना का पीएच बैलेंस रहता है और इंफेक्शन का खतरा कम हो जाता है। 

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Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधियां, तरीके और दावे अलग-अलग जानकारियों पर आधारित हैं।  REPUBLIC BHARAT आर्टिकल में दी गई जानकारी के सही होने का दावा नहीं करता है। किसी भी उपचार और सुझाव को अप्लाई करने से पहले डॉक्टर या एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।

Updated 16:02 IST, August 26th 2024