अपडेटेड 17 November 2023 at 21:16 IST

Chhath Puja: कद्दू भात से क्यों की जाती है छठ पूजा की शुरुआत? क्या हैं इसके फायदे

Chhath Puja की शुरुआत नहाय-खाय से हो चुकी है। इस दिन कद्दू भात खाने की परंपरा है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस दिन कद्दू भात क्यों खाया जाता है और इसके फायदे क्या है।

Kaddu Bhat Se Kyo Hoti Hai Chhath Puja Ki Shuruat

image- freepik
Kaddu Bhat Se Kyo Hoti Hai Chhath Puja Ki Shuruat image- freepik | Image: self

Kaddu Bhat Se Kyo Hoti Hai Chhath Puja Ki Shuruat: मन्नतों के महापर्व छठ पूजा का शुभारंभ हो चुका है। चार दिनों तक चलने वाले इस पर्व के पहले दिन नहाय-खाय की विधि की जाती है। इस दिन छठ व्रतियां किसी भी नदी, तालाब या अन्य किसी पवित्र जलाशयों में स्नान करके छठ पूजा की शुरुआत करती हैं। इस दिन कद्दू भात का प्रसाद बनाया जाता है, जिसे खाकर ही छठ व्रत की शुरुआत होती है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि छठ में कद्दू क्यों चढ़ाया जाता है और इसके क्या-क्या फायदे हैं। 

स्टोरी में आगे ये पढ़ें...

  • कद्दू भात से क्यों होती है छठ पूजा की शुरुआत?
  • कद्दू में कौन-कौन से तत्व पाए जाते हैं?
  • कद्दू खाने के क्या-क्या फायदे हैं?

कद्दू भात से क्यों होती है छठ पूजा की शुरुआत?

नहाय-खाय के दिन कद्दू भात खाने की परंपरा है। मान्यता है कि इसके बिना इस व्रत की शुरुआत नहीं हो सकती है। कद्दू भात के मौके पर बिना लहसुन प्याज के कद्दू, लौकी की सब्जी और चना दाल के साथ चावल बनाने का विधान है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि कद्दू ही क्यों। दरअसल, ऐसा माना जाता है कि व्रती के स्वास्थ्य के सुरक्षा के लिए छठ के पहले दिन कद्दू, लौकी की सब्जी और चना दाल खाना चाहिए। यह सेहत के लिहाज से काफी अच्छा होता है। 

कद्दू में कौन-कौन से तत्व पाए जाते हैं?

कद्दू एंटीऑक्सिडेंट, विटामिन A, E और C से भरपूर होता है। साथ ही इसमें फैटी एसिड भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। वहीं यह गजब का इम्युनिटी बूस्टर होता है। 

Advertisement

यह भी पढ़ें... सिर्फ एक इलायची बदल सकती है आपकी किस्मत! रात के समय करना होगा ये काम

कद्दू खाने के क्या-क्या फायदे हैं?

  • छठ पूजा के पहले दिन नहाय खाय के दिन कद्दू खाने के पीछे धार्मिक मान्यताओं के साथ विज्ञानी महत्व भी है।
  • इस दिन प्रसाद के रुप में कद्दू भात खाने के बाद व्रती 36 घंटे का निर्जला उपवास करती हैं। वहीं कद्दू इम्युनिटी बूस्टर है जो व्रतियों को 36 घंटे के उपवास में मदद करता है।
  • कद्दू खाने से शरीर में अनेक प्रकार के पोषक तत्व मिलते हैं। इसमें पानी की भी अच्छी खासी मात्रा पाई जाती है जो कि निर्जला उपवास में काफी मददगार होती है।

यह भी पढ़ें... Chhath Puja में चढ़ने वाले डाभ नींबू से मिलते हैं हैरान करने वाले फायदे, सेहत के लिए किसी वरदान से कम नहीं

Advertisement

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्‍यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।

Published By : Sadhna Mishra

पब्लिश्ड 17 November 2023 at 21:13 IST