अपडेटेड 15 November 2021 at 21:32 IST
क्या है Sickle Cell Disease? जानिए इस बीमारी के लक्षण और इलाज सहित पूरी डिटेल
सिकल सेल रोग आनुवंशिक लाल रक्त कोशिका विकारों का एक समूह है जो हीमोग्लोबिन को प्रभावित करता है।
- लाइफस्टाइल न्यूज़
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पर्यावरण (environment) में जैसे-जैसे बदलाव सामने आ रहे हैं, वैसे- वैसे लोगों में कई तरह के रोग बढ़ते जा रहे हैं। पर्यावरण का असर सीधे हमारे जीन पर भी पड़ता है। पर्यावरण की बदली हुई परिस्थिति में कुछ आनुवांशिक रोग ज्यादा परेशानी पैदा कर सकते हैं। इसी तरह की एक आनुवंशिक बीमारी है सिकल सेल (Sickle Cell), जो कि जीन में असामान्य बदलाव की वजह से पैदा होती है। आनुवंशिक (Genetic) का मतलब होता है कि यदि माता-पिता को यह बीमारी है, तो उनसे बच्चों में भी यह बीमारी हो सकती है। आइए जानते हैं कि क्या होती है सिकल सेल की बीमारी और इससे कैसे बचाव किया जा सकता है।
जेनिटिक बीमारी है सिकल सेल
नेशनल हार्ट, लंग एंड ब्लड इंस्टीट्यूट (NHLBI) के अनुसार, सिकल सेल रोग आनुवंशिक लाल रक्त कोशिका विकारों का एक समूह है जो हीमोग्लोबिन को प्रभावित करता है। हीमोग्लोबिन पूरे शरीर में रक्त के परिवहन के लिए जिम्मेदार प्रोटीन है और इसमें डिस्क के आकार की लाल रक्त कोशिकाएं होती है। बताया जाता है कि यह अपने आकार के कारण, रक्त वाहिकाओं के अंदर आसानी से चले जाते हैं। यदि किसी रोगी को सिकल सेल रोग का निदान किया जाता है, तो उनकी लाल रक्त कोशिकाएं अर्धचंद्राकार या "सिकल" आकार की हो जाती है और उनकी कोशिकाएं आसानी से हिलने-डुलने में असमर्थ हो जाती है। इससे शरीर का खून काफी कम हो जाता है।
फिर इसके कारण, रोगी को स्ट्रोक, आंखों की समस्या, संक्रमण और दर्द जैसी समस्याओं का सामना करना पढ़ता है। वहीं डॉक्टरों ने पाया कि सिकल सेल रोग से पीड़ित होने से COVID-19 से गंभीर बीमारी का खतरा भी बढ़ जाता है। सिकल सेल भी एक आजीवन बीमारी हो सकती है और रक्त और अस्थि मज्जा प्रत्यारोपण ही सिकल सेल रोग का एकमात्र इलाज है। ऐसे कई इलाज हैं जो लक्षणों को कम कर सकते हैं और लंबे जीवन जीने में मदद कर सकते हैं। डॉक्टर आपके लक्षणों को कम करने और आपकी स्वास्थ्य स्थिति को बेहतर बनाए रखने के लिए इलाज की योजना बना सकते हैं।
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एनएचएलबीआई के अनुसार, सिकल सेल रोग से पीड़ित रोगियों के लाल रक्त कोशिकाओं में असामान्य हीमोग्लोबिन होता है, जिसे हीमोग्लोबिन एस या सिकल हीमोग्लोबिन कहा जाता है। जैसा कि बताया गया है कि, हीमोग्लोबिन लाल रक्त कोशिकाओं के अंदर एक प्रोटीन है जो पूरे शरीर में ऑक्सीजन ले जाने के लिए जिम्मेदार है। एनएचएलबीआई का कहना है, "जिन लोगों को सिकल सेल रोग होता है, वे दो असामान्य हीमोग्लोबिन जीन प्राप्त करते हैं, प्रत्येक माता-पिता से एक।"
सिकल सेल रोग का इलाज
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जानकारी के अनुसार, बोनमैरो ट्रांसप्लांट सिकल सेल की बीमारी का फिलहाल में उपलब्ध एकमात्र उपचार है, लेकिन यह इलाज काफी जोखिम भरा हो सकता है और इसके कई साइड इफेक्ट्स भी सामने आते हैं। साथ ही इसमें रोगियों को फोलिक एसिड की दवाओं का सप्लीमेंट देकर इलाज किया जाता है। वहीं बचाव के लिए रोगियों को अपने शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर कम नहीं होने देना चाहिए। इसके अलावा अपने आहार में आयरन, फोलिक एसिड जैसे पोषक तत्वों से भरपूर चीजों को शामिल करना चाहिए।
Published By : Priya Gandhi
पब्लिश्ड 15 November 2021 at 21:27 IST