अपडेटेड 7 August 2023 at 15:02 IST
Satyanashi Ke Fayde: नाम भले सत्यानाशी है, लेकिन शादीशुदा पुरुषों के लिए है वरदान
'सत्यानाशी' एक ऐसा पौधा है जो सड़क किनारे खर-पतवार की तरह पाई जाती है, लेकिन इसका नाम सुनकर कोई भी ये नहीं सोच सकता कि ये कितने काम का है। आइए जानते हैं इसके फायदे।
- लाइफस्टाइल न्यूज़
- 2 min read

Satyanashi Ke Fayde: आयुर्वेद में कई ऐसे जंगली पौधों का जिक्र है, जिनका इस्तेमाल कई सारी जानलेवा बीमारियों को ठीक करने के लिए किया जाता है। इन्हीं में एक पौधा 'सत्यानाशी' जी है। नाम सुनकर थोड़ा अजीब जरुर लग रहा होगा, लेकिन इसके नाम पर मत जाइए क्योंकि ये बहुत ही काम का है। सालों से इसका इस्तेमाल दवाई के तौर पर किया जा रहा है। आइए जानते हैं इसके गुणों और फायदों के बारे में।
स्टोरी में आगे ये पढ़ें.......
- सत्यानाशी पौधे में पाए जाने वाले गुण?
- किस तरह से कर सकते हैं सत्यानाशी का इस्तेमाल?
- किन बीमारियों में काम आता है सत्यानाशी पौधा?
सत्यानाशी पौधे में पाए जाने वाले गुण?
नाम से अजीब लग रहा ये जंगली सत्यानाशी पौधा हेल्थ के लिए बहुत ही लाभकारी होता है। इसमें एंटीमाइक्रोबियल, एंटीडायबिटी, एनाल्जेसिक, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीस्पास्मोडिक, एंटीऑक्सिडेंट जैसे कई गुणकारी तत्व पाए जाते हैं।
किस तरह से कर सकते हैं सत्यानाशी का इस्तेमाल?
आयुर्वेदिक किताबों में इसके इस्तेमाल के बारे में बताया गया है। सत्यानाशी का दूध, पत्ते के रस, बीज के तेल, पत्तियों का लेप जैसे कई अन्य तरीकों से इसका इस्तेमाल किया जा सकता है।
Advertisement
किन बीमारियों में काम आता है सत्यानाशी पौधा?
खांसी में असरदार
सत्यानाशी का पौधा पुरानी से पुरानी खांसी को दूर करने में काफी कारगर होता है। इसके लिए इस पौधे की जड़ों को पानी में उबालकर काढ़ा बनाएं। अब इस काढ़े को सुबह-शाम पीएं। कुछ ही दिनों में आपको खांसी की समस्या से छुटकारा मिल जाएगा।
यूरिन प्रॉबल्म
किसी व्यक्ति को अगर पेशाब यानी यूरिन से रिलेटेड परेशानियां जैसे की जलन आदि हो ऐसे व्यक्ति को सत्यानाशी के पौधे का काढ़ा बनाकर पीना चाहिए। जल्द ही यूरिन से संबंधित परेशानियां दूर होंगी।
Advertisement
डायबिटीज में फायदेमंद
सत्यानाशी का पौधा ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने का काम करता है। इसके लिए आप इसके पत्तों का इस्तेमाल कर सकते हैं।
नपुंसकता के लिए
नपुंसकता कई कारणों से हो सकती है जिसमें से शुक्राणुओं की कमी को सबसे मेन कारण बताया गया है। आयुर्वेदिक एक्सपर्ट्स के मुताबिक सत्यानाशी में शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने का गुण पाया जाता है। इसलिए अगर आप शुक्राणुओं की कमी के कारण निःसंतान हैं तो सत्यानाशी का उपयोग करना आपके लिए फायदेमंद है।
स्किन को निखारने के लिए
सत्यानाशी के पौधे में एंटी-बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं, जिससे त्वचा पर जो भी बैक्टीरिया से संबंधित परेशानियां होती हैं, उनसे छुटकारा मिलता है।
पीलिया (ज्वॉइंडिश)
पीलिया जैसी खतरनाक बीमारी के लिए भी सत्यानाशी का पौधा रामबाण इलाज है। अगर किसी व्यक्ति हो पीलिया हो गया है तो उसे सत्यानाशी के तेल में गिलोय का रस मिलाकर इसका सेवन करना चाहिए। इससे पीरिया जड़ से खत्म हो जाता है।
यह भी पढ़ें... Mahadev Mandir: 12 ज्योतिर्लिंगों का समावेश है ये एक शिवलिंग, महादेव खुद हुए थे प्रकट, जानें क्या है खासियत?
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीके और दावे अलग-अलग जानकारी के आधार पर हैं। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई जानकारी के सही होने का दावा नहीं करता है। किसी भी उपचार और सुझाव को अप्लाई करने से पहले संबंधित डॉक्टर और एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।
Published By : Sadhna Mishra
पब्लिश्ड 7 August 2023 at 15:01 IST