अपडेटेड 6 July 2025 at 22:58 IST
Jamun in diabetes: डायबिटीज के मरीजों को खानपान में खास सतर्कता बरतने की सलाह दी जाती है, क्योंकि गलत डाइट ब्लड शुगर लेवल को असंतुलित कर सकती है। ऐसे में न्यूट्रिशनिस्ट बताते हैं कि डायबिटीज के मरीज जामुन को अपनी डेली डाइट में शामिल कर सकते हैं। जामुन में नेचुरल शुगर कम और कैलोरी भी बहुत कम होती है। यह विटामिन A और C से भरपूर होता है जो इम्यूनिटी को मजबूत करता है। जामुन का सेवन ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करता है। साथ ही यह इंसुलिन की एक्टिविटी और सेंसिटिविटी को भी बेहतर बनाता है।
जामुन के सिर्फ फल ही नहीं, बल्कि इसके बीज भी डायबिटीज के लिए फायदेमंद माने जाते हैं। बीजों को सुखाकर उनका पाउडर बनाया जा सकता है। यह टाइप-2 डायबिटीज में उपयोगी होता है। विशेषज्ञों के अनुसार, डायबिटीज के मरीज रोजाना 10 से 12 जामुन तक खा सकते हैं लेकिन आवश्यकता से अधिक सेवन से बचना चाहिए। इस तरह, जामुन एक ऐसा मौसमी फल है जो न सिर्फ स्वादिष्ट है बल्कि ब्लड शुगर को संतुलित रखने में भी मददगार है। डायबिटीज से जूझ रहे लोग डॉक्टर या न्यूट्रिशनिस्ट की सलाह से इसे डाइट में शामिल कर सकते हैं।
डायबिटीज में जामुन का सेवन सिर्फ ब्लड शुगर नियंत्रण तक सीमित नहीं है, बल्कि यह दिल और गुर्दे जैसी बाकी गंभीर बीमारियों से भी सुरक्षा प्रदान करता है। इसके नियमित उपयोग से पाचन तंत्र मजबूत होता है और त्वचा की समस्याओं में भी राहत मिलती है। साथ ही, जामुन में पाए जाने वाले एंटीऑक्सिडेंट्स शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करते हैं, जिससे स्वास्थ्य में सुधार होता है। इसलिए, डायबिटीज के मरीजों के लिए जामुन एक प्राकृतिक और स्वास्थ्यवर्धक विकल्प के रूप में देखा जा सकता है, जिसे अपनी दैनिक दिनचर्या में शामिल करना लाभकारी साबित होगा।
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधियां, तरीके और दावे अलग-अलग जानकारियों पर आधारित हैं। REPUBLIC BHARAT आर्टिकल में दी गई जानकारी के सही होने का दावा नहीं करता है। किसी भी उपचार और सुझाव को अप्लाई करने से पहले डॉक्टर या एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।
पब्लिश्ड 6 July 2025 at 22:58 IST