अपडेटेड 19 February 2023 at 11:06 IST
Health Tips : क्या आप बार-बार मलते हैं अपनी आंखें? तो इस बीमारी से बचना है तो हो जाएं अलर्ट
आंखों को रगड़ने का मतलब इंफेक्शन (infection), एलर्जी (allergies) और आंखों से जुड़ी कई अन्य समस्याएं हो सकती हैं। जानिए यहां...
- लाइफस्टाइल न्यूज़
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Health Tips: हममें से कई लोगों को आंखें मलने की आदत होती है। अकसर खुजली या किसी अन्य समस्या के कारण आंखों को रगड़ना काफी आम माना जाता है। लेकिन क्या ऐसा करने से आपके शरीर पर गंभीर असर पड़ता है? दरअसल, आंखों को रगड़ने का मतलब इंफेक्शन (infection), एलर्जी (allergies) और आंखों से जुड़ी कई अन्य समस्याएं हो सकती हैं।
आंखों को मलने से रक्त संचार (blood circulation) बढ़ सकता है। जो धूल के कणों और अशुद्धियों को दूर करने में मदद करता है। नेत्रगोलक को धीरे से दबाने से वेगस तंत्रिका सक्रिय हो सकती है और हृदय गति धीमी हो सकती है। यह चिंता और तनाव को भी दूर कर सकता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो हर किसी को हर वक्त अपनी आंखों को रगड़ने से बचना चाहिए। क्योंकि आंखों को तेजी से रगड़ने से आंखों को नुकसान पहुंच सकता है।
अगर आप अपनी आँखों को बहुत ज्यादा रगड़ते हैं तो क्या होता है? (What happens if you rub your eyes too much?)
1. कॉर्निया (cornea Damage) को नुकसान विशेषज्ञों के मुताबिक, आंखों को लगातार रगड़ने से कॉर्निया पर खरोंच आ सकती है, जिससे गंभीर नुकसान भी हो सकता है। गंभीर क्षति में निशान, स्थायी दृष्टि समस्याएं और अंधापन शामिल हैं।
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2. संक्रमण (Infection) : आंखों को मलने से भी कंजंक्टिवाइटिस या पिंक आई जैसे संक्रमण हो सकते हैं। इस संक्रमण से आंखों में बहुत खुजली होती है। डॉक्टरों का कहना है कि कंजंक्टिवाइटिस आमतौर पर उंगलियों पर मौजूद बैक्टीरिया और वायरस के कारण होता है। आंखों को छूने से संक्रमण फैलता है। इससे आंख सूज जाती है और लाल हो जाती है। कई बार आंखों में पानी आने लगता है। नेत्रश्लेष्मलाशोथ अत्यधिक संक्रामक है। यदि आप किसी संक्रमित व्यक्ति से मिलते हैं, तो संक्रमण आप तक आसानी से फैल सकता है।
3. केराटोकोनस (Keratoconus) : केराटोकोनस की समस्या तब होती है जब आंख का कॉर्निया पतला होने लगता है। इससे आंखों में धुंधलापन आ जाता है।
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4. अत्यधिक हिस्टामाइन (Excessive histamine) : आंखों को बार-बार रगड़ने से शरीर की हिस्टामाइन प्रतिक्रिया बढ़ जाती है। हिस्टामाइन एक न्यूरोट्रांसमीटर है जो मांसपेशियों के संकुचन और रक्त वाहिका फैलाव सहित कई अलग-अलग प्रभाव पैदा करता है। हिस्टामाइन एलर्जी के लक्षणों को भी बढ़ावा देता है।
5. एलर्जी (Allergy) : आंखों को ज्यादा रगड़ने से भी एलर्जी हो सकती है। ब्लेफेराइटिस के कारण पलकों में सूजन आ जाती है क्योंकि तेल ग्रंथियां अवरुद्ध हो जाती हैं।
6. डार्क सर्कल्स (Dark circles) : लगातार आंखों को रगड़ने से डार्क स्किन टोन वाले लोगों में डार्क सर्कल्स की समस्या हो सकती है।
7. लाल आंखें (Red eyes) : आंखों को ज्यादा रगड़ने से केशिकाएं टूट जाती हैं और निशान पड़ जाते हैं। इससे आपकी आंखें लाल हो सकती हैं।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।)
Published By : Priya Gandhi
पब्लिश्ड 19 February 2023 at 11:06 IST