अपडेटेड 5 February 2024 at 20:11 IST
Diabetes Symptoms: शरीर में दिखने लगे ये संकेत, तो समझ जाएं हो गए हैं डायबिटीज के शिकार
Diabetes की समस्या होने से पहले शरीर में कई तरह के बदलाव आते हैं, जिन्हें इग्नोर करना आपको भारी पड़ सकता है। ऐसे में इन लक्षणों को नजरअंदाज न करें।
- लाइफस्टाइल न्यूज़
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Diabetes Symptoms: आज के समय में कॉमन बन चुकी डायबिटीज की बीमारी पिछले कुछ समय से भारत में काफी तेजी से लोगों को अपना शिकार बना रही हैं। यह किसी भी उम्र में किसी को भी हो सकती है, लेकिन डायबिटीज होने से पहले व्यक्ति के शरीर में कई तरह के बगलाव दिखाई देते हैं। अगर आप ब्लड शुगर लेवल बढ़ने के इन शुरुआती लक्षणों को नजरअंदाज न करके इसकी इलाज शुरू कर देते हैं, तो इस बीमारी की चपेट में आने से बचा जा सकता है।
Diabetes की बीमारी एक तरह का मेटाबॉलिक डिसॉर्डर है, जिसमें शरीर या तो पर्याप्त इंसुलिन का उत्पादन नहीं करता है या उसे इसका ठीक से उपयोग करने में दिक्कत होती है। जिसके चलते शरीर में इंसुलिन की कमी हो जाती है, जिससे शुगर का स्तर बढ़ने लगता है जो किडनी, स्किन, हृदय, आंखों और ओवरऑल हेल्थ पर बुरा असर डालती है। ऐसे में आइए जानते हैं कि कैसे इसके शुरुआती लक्षणों को पहचानकर इससे बचा सकता है।
शरीर में नजर आने लगते हैं ये लक्षण (Diabetes Symptoms)
बेली फैट बढ़ना
कई बार पेट की चर्बी बढ़ने की समस्या भी डायबिटीज के शुरुआती लक्षणों में से एक हो सकती है। दरअसल, शरीर में एक्सट्रा फैट होने की वजह से इंसुलिन प्रोसेस बिगड़ सकता है। ऐसे में ब्लड शुगर लेवल बढ़ता है और डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है।
थकान
अगर सुबह सोकर उठने के बाद भी आप थका हुआ महसूस करते हैं, तो यह डायबिटीज के शुरुआती लक्षणों में से एक है। इसमें थकान, ज्यादा नींद आना और कमजोरी जैसी समस्याएं भी शामिल हैं।
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प्यास ज्यादा लगना
अगर आपको जरुरत से ज्यादा प्यास लगती है और कई बार टॉयलेट जाना पड़ता है, तो आपको डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए, क्योंकि यह डायबिटीज के शुरुआती लक्षणों में से एक है।
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धुंधलापन
अगर आपको सुबह उठने के बाद धुंधला दिखाई देता है, तो आपको इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए यह डायबिटीज के लक्षणों में से एक है।
चोट का ठीक न होना
अगर आपको ऐसा लग रहा है कि बॉडी की हीलिंग पावर कम हो गई है, तो यह भी डायबिटीज के शुरुआती लक्षणों में से एक है। हाई ब्लड शुगर लेवल बॉडी में इम्युनिटी और वाइट ब्लड सेल्स के प्रोडक्शन पर बुरा असर डालती है, जिससे चोटों को ठीक होने में ज्यादा समय लगता है।
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधियां, तरीके और दावे अलग-अलग जानकारियों पर आधारित हैं। REPUBLIC BHARAT आर्टिकल में दी गई जानकारी के सही होने का दावा नहीं करता है। किसी भी उपचार और सुझाव को अप्लाई करने से पहले डॉक्टर या एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।
Published By : Sujeet Kumar
पब्लिश्ड 5 February 2024 at 19:27 IST