अपडेटेड 4 September 2021 at 13:15 IST

वजन कम से लेकर दिल की बीमारी तक के लिए फायदेमंद है लौकी, यहां जानें इसके अन्य फायदे

लौकी अपने रेमेडीज  गुणों के कारण दुनिया भर में लोकप्रिय हो रही है। आयुर्वेद में लौकी को हर ओषधियों में इस्तेमाल किया जाता है।

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लौकी एक आम भारतीय सब्जी है जो पोषक तत्वों से भरपूर है। इसमें 92% पानी होता है। लौकी के जूस के कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं। हजारों सालों से लौकी के रस का उपयोग आयुर्वेदिक दवाओं में विभिन्न समस्याओं के इलाज के लिए किया जाता रहा है। लौकी फास्फोरस, फाइबर, पोटेशियम, आयरन, सोडियम और विटामिन का एक बड़ा स्रोत माना जाता है। इसमें कैलोरी फैट और कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बहुत कम होती है। लौकी अपने रेमेडीज गुणों के कारण दुनिया भर में लोकप्रिय हो रही है। आयुर्वेद में लौकी को हर ओषधियों में इस्तेमाल किया जाता है।

लौकी के अनगिनत स्वास्थ्य लाभ हैं। सबसे महत्वपूर्ण उपयोगों में से एक हृदय की समस्याओं में हैं। बाईपास सर्जरी से भी बचा जा सकता है। लौकी आपको स्वस्थ रखने के लिए कई छोटी-छोटी समस्याओं से लड़ने में मदद करती है।

लौकी के जूस के कुछ स्वास्थ्य लाभ;

वजन घटना
लौकी का जूस वजन घटाने के लिए भी उपयोग किया जाता है। लौकी के जूस में फैट और कोलेस्ट्रॉल कम होता है।
लौकी का जूस विटामिन सी, विटामिन बी, सोडियम, आयरन और पोटैशियम से भरपूर होता है। जिसके फलस्‍वरूप, यह एंटी-ऑक्सीडेंट ड्रिंक स्वास्थ्य के प्रति जागरूक व्यक्तियों के बीच काफी लोकप्रिय है।
एक कप लौकी के रस में 26 मिलीग्राम विटामिन सी होता है, एक सक्रिय एंटीऑक्सीडेंट जो कोशिकाओं को डैमेज होने से बचाता है।

सूजन को कम करता है
यह लीवर और किडनी में सूजन को कम करने में मदद करता है। चूंकि लौकी के जूस में पानी की मात्रा अधिक होती है।

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पेट में ठंडक 
यह शरीर को शीतलता प्रदान करता है, जो पसीने के रूप में खोए हुए पानी को फिर से भरने में मदद करता है। गर्मी के मौसम में ये जूस जरूर पीना चाहिए।

कब्ज से राहत 
कब्ज से संबंधित समस्या को कम करने में लौकी सबसे ज्यादा मदद करती है। लौकी में मौजूद पानी और फाइबर पाचन तंत्र को सक्रिय बनाता है। लौकी में फाइबर और खनिज स्वस्थ पाचन का समर्थन करते हैं और पेट फूलना और कब्ज का मुकाबला करते हैं।

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यूरिनरी ट्रैक्ट के इन्फेक्शन का इलाज 
लौकी यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन के इलाज में मदद करती है। लौकी के ताजे रस में नीबू का रस मिलाकर पीने से यूरिनरी इंफेक्शन ठीक हो जाता है। यह एसिडिक यूरिन से जलन को कम करता है।

बालों को समय से पहले सफेद होने से रोकता है
आयुर्वेद कहता है कि लौकी समय से पहले बालों को सफेद होने से भी रोकता है।

लौकी के जूस बनाने की विधि 
- एक ताजी लौकी लें (क्योंकि यह छिलके को छीले बिना होती है)।
- इसे साफ पानी में धो लें। इसे अच्छी तरह से कद्दूकस कर लें। इसे ग्राइंडर में पीस लें।
- पीसते समय तुलसी के 7 पत्ते और 5 पुदीने की पत्तियां डालें.
- रस को अलग करने के लिए इसे सूती कपड़े में छान लें.
- जूस करीब 125 ग्राम होना चाहिए।
- इसमें 125 ग्राम पानी डालकर 250 ग्राम बना लें.
- फिर 4 पिसी हुई मिर्च और एक ग्राम सेंधा नमक डालें।

पीने का समय

दिन में तीन बार: सुबह खली पेट, दिन के समय और रात में- कम से कम आधे घंटे के भोजन के बाद पियें। पहले तीन-चार दिन, इसे थोड़ी कम मात्रा में (250 मिली से कम) लिया जा सकता है। जब आपका शरीर इससे एडजस्ट हो जाए तो इसकी पूरी खुराक (250 मिली) लेना शुरू कर दें। 

सावधानी
कड़वे लौकी का जूस न पिएं। पोषक तत्वों से भरपूर होने के बावजूद कड़वे लौकी के रस के गंभीर परिणाम हो सकते हैं। लौकी के रस को किसी अन्य रस के साथ मिलाने से बचने की भी सलाह दी जाती है।

(Disclaimer- इस लेख में दी गई सभी जानकारियां सामान्य जानकारी पर आधारित हैं। रिपब्लिक भारत इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन बातों पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।)

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Published By : Priya Gandhi

पब्लिश्ड 4 September 2021 at 13:01 IST