अपडेटेड 21 August 2025 at 23:58 IST
How To Reduce Screen Time: बच्चों के बढ़ते स्क्रीन टाइम ने पेरेंट्स की बढ़ाई टेंशन, कैसे करें कम? एक्सपर्ट ने बताया पूरा प्लान
स्क्रीन पर आंखों और दिमाग को थकाने की जगह आपको बाहर जाकर खेलकूद में हिस्सा लेना चाहिए।
- लाइफस्टाइल न्यूज़
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आजकल बढ़ती टेक्नोलॉजी ने जहां हमारे कई काम आसान किये हैं, तो वहीं इस टेक्नोलॉजी ने बच्चों को स्क्रीन की लत भी लगा दी है। ऐसे में हमने मेन्टल हेल्थ एक्सपर्ट प्रकृति पोद्दर (मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ और मानसिक स्वास्थ्य एवं ग्लोबल वैश्विक प्रमुख, Roundglass Living, the only Wholistic Wellbeing app) से बातचीत की, जहां उन्होंने कुछ जरूरी जानकारी और टिप्स को शेयर किया है। आइये जानते हैं-
क्यों होती है स्क्रीन की लत?
हर बार जब बच्चों के मोबाइल स्क्रीन पर जो नोटिफिकेशन आता है या वे लगातार वीडियो स्क्रोल करते हैं, तो उनके दिमाग में डोपामाइन नाम का कैमिकल रिलीज होता है। यही कैमिकल उन्हें तुरंत खुशी और संतुष्टि का एहसास कराता है। धीरे-धीरे दिमाग इस त्वरित मजे का आदी हो जाता है और फिर बच्चों को बातचीत करना, बाहर खेलना या कोई रचनात्मक काम करना उतना अच्छा नहीं लगता है।
लंबे समय तक स्क्रीन देखने के नुकसान क्या हैं?
- नींद की समस्या होना।
- चिंता और चिड़चिड़ापन ज्यादा होना।
- ध्यान और पढ़ाई में कमी होना।
- सामाजिक दूरी और अकेलापन आना।
स्क्रीन टाइम को कम करने के लिए क्या करना चाहिए?
- समाधान टेक्नोलॉजी को हटाना नहीं है, बल्कि संतुलित और सही तरीके से इस्तेमाल करना है।
- घर में स्क्रीन-फ्री ज़ोन बनाएं, जैसे भोजन के समय या सोने से पहले स्क्रीन न देखें।
- माता-पिता खुद भी कम स्क्रीन इस्तेमाल कर बच्चों के लिए उदाहरण बनने की कोशिश करें।
- बच्चों को समझाएं कि स्क्रीन की लत क्या और क्यों होती है। उन्हें डोपामाइन और ब्लू लाइट के असर के बारे में बताएं।
- खेलकूद, संगीत, नृत्य, कला या बाहर घूमना जैसी आउटडोर एक्टिविटी में हिस्सा लें।
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधियां, तरीके और दावे अलग-अलग जानकारियों पर आधारित हैं। REPUBLIC BHARAT आर्टिकल में दी गई जानकारी के सही होने का दावा नहीं करता है। किसी भी उपचार और सुझाव को अप्लाई करने से पहले डॉक्टर या एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।
Published By : Samridhi Breja
पब्लिश्ड 21 August 2025 at 23:55 IST