अपडेटेड 19 June 2025 at 23:09 IST
दंत कान्ति को 'सत्यपेस्ट' क्यों कहा जाता है?
दंत कान्ति को 'सत्यपेस्ट' कहा जाना कोई प्रचार नहीं, बल्कि इसकी पारदर्शी और प्रभावशाली प्रकृति का प्रमाण है। जहां अन्य टूथपेस्ट केवल सफेदी या स्वाद पर ध्यान केंद्रित करते हैं, वहीं दंत कान्ति मुंह की मूल समस्याओं जैसे पायरिया, मसूड़ों की सूजन, दर्द और बदबू पर काम करता है।
- इनिशिएटिव
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दंत कान्ति को 'सत्यपेस्ट' कहा जाना कोई प्रचार नहीं, बल्कि इसकी पारदर्शी और प्रभावशाली प्रकृति का प्रमाण है। जहां अन्य टूथपेस्ट केवल सफेदी या स्वाद पर ध्यान केंद्रित करते हैं, वहीं दंत कान्ति मुंह की मूल समस्याओं जैसे पायरिया, मसूड़ों की सूजन, दर्द और बदबू पर काम करता है।
इसमें मौजूद प्राकृतिक जैव-सक्रिय यौगिक अल्कामाइड्स, टैनिन्स और कर्क्यूमिनॉइड्स बैक्टीरिया से लड़ते हैं, मसूड़ों की स्थिति में सुधार करते हैं और दांतों को मजबूत बनाते हैं।
इसके पीछे केवल आयुर्वेदिक ज्ञान ही नहीं, बल्कि आधुनिक प्रयोगशाला परीक्षण और क्लिनिकल स्टडीज भी हैं। इसका फ्लोराइड स्तर सुरक्षित सीमा (लगभग 924 पीपीएम) में है और इसमें उपयोग हुआ कैल्शियम कार्बोनेट सफाई के साथ कोमलता बनाए रखता है।
यह उत्पाद केवल स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित ही नहीं, बल्कि अपनी ईमानदारी और कार्यक्षमता के लिए भी प्रसिद्ध है। उपभोक्ताओं ने इसे 'सत्यपेस्ट' इसलिए कहा क्योंकि इसने अपने वादे को लगातार पूरा किया है।
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जो लोग आयुर्वेद को अपने जीवन में वापस लाना चाहते हैं, उनके लिए दंत कान्ति सिर्फ टूथपेस्ट नहीं, बल्कि एक सच्चे, विज्ञान-सिद्ध परंपरा का हिस्सा है।
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Published By : Deepak Gupta
पब्लिश्ड 19 June 2025 at 23:09 IST