अपडेटेड 21 April 2025 at 13:58 IST

पतंजलि गुलाब शरबत: पारंपरिक समर कूलर से स्वदेशी विकास और सेहत का प्रतीक

पतंजलि गुलाब शरबत सिर्फ प्यास बुझाने वाला पेय नहीं है, बल्कि यह आयुर्वेदिक ज्ञान पर आधारित है, जो शरीर की आंतरिक गर्मी को शांत करने के लिए बनाया गया है।

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Patanjali Gulab Sharbat
Patanjali Gulab Sharbat | Image: Republic

जब भारत में गर्मियों की बात आती है, तो पतंजलि गुलाब शरबत एक ऐसा पेय है जो परंपरा, सेहत और स्वाद का अनूठा मेल प्रस्तुत करता है। गुलाब की पंखुड़ियों के अर्क से तैयार यह शरबत अपनी मीठी, खुशबूदार स्वाद के लिए जाना जाता है, जिसे खासकर गर्मी के मौसम में ठंडक और औषधीय गुणों के लिए पसंद किया जाता है।

पतंजलि गुलाब शरबत सिर्फ प्यास बुझाने वाला पेय नहीं है, बल्कि यह आयुर्वेदिक ज्ञान पर आधारित है, जो शरीर की आंतरिक गर्मी को शांत करने और संतुलन बनाए रखने के लिए बनाया गया है। इसका मुख्य घटक, गुलाब जल (Rosa centifolia), अपने सूजन-रोधी, पाचन और रक्त शोधक गुणों के लिए प्रसिद्ध है, जिससे यह शरबत अत्यधिक प्यास, अपच और हल्के बुखार जैसी समस्याओं में लाभकारी है। ठंडे पानी या दूध में मिलाकर पीने पर यह तुरंत ठंडक देता है, पित्त दोष को शांत करता है और डिहाइड्रेशन, एसिडिटी व लू से बचाव में मदद करता है।

पतंजलि गुलाब शरबत के फायदे

इसके अलावा, पतंजलि गुलाब शरबत में प्राकृतिक शर्करा और इलेक्ट्रोलाइट्स होते हैं, जो तुरंत ऊर्जा देते हैं और गर्मी में शरीर से खोए तरल की पूर्ति करते हैं। इसकी हल्की खुशबू मन को शांति और ताजगी देती है, जिससे तनाव और चिड़चिड़ापन कम होता है। गुलाब की पंखुड़ियों में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट त्वचा की सेहत में भी सहायक हो सकते हैं, जिससे रंगत निखरती है और मुहांसे कम हो सकते हैं।

फ्लेवरिंग एजेंट के तौर पर कर सकते हैं इस्तेमाल

पतंजलि गुलाब शरबत का उपयोग केवल पेय के रूप में ही नहीं, बल्कि मिठाइयों, मॉकटेल्स और पारंपरिक भारतीय व्यंजनों में फ्लेवरिंग एजेंट के तौर पर भी किया जाता है। यदि आप शुगर का सेवन कम करना चाहते हैं, तो इसे अधिक पानी में घोलकर या सीमित मात्रा में इस्तेमाल कर सकते हैं।

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सभी वर्गो के लिए उपयोगी शरबत

महत्वपूर्ण बात यह है कि पतंजलि गुलाब शरबत अधिकांश आयु वर्ग के लिए सुरक्षित माना जाता है, जिसमें गर्भवती महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं, बशर्ते इसे सीमित मात्रा में लिया जाए। हालांकि, डायबिटीज के मरीजों के लिए यह उपयुक्त नहीं है, क्योंकि इसमें शर्करा होती है। किसी भी हर्बल उत्पाद की तरह, इसे लेने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

आज जब बाजार में कृत्रिम सोडा और शक्करयुक्त ड्रिंक्स की भरमार है, पतंजलि गुलाब शरबत एक प्राकृतिक, स्वास्थ्यवर्धक और भारतीय परंपरा से जुड़ा विकल्प प्रस्तुत करता है। इसके हर घूंट में सेहत, स्वाद और स्वदेशी गर्व का अहसास छुपा है, जो इसे हर परिवार की पसंदीदा समर ड्रिंक बना देता है।

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Published By : Rupam Kumari

पब्लिश्ड 21 April 2025 at 13:58 IST