अपडेटेड 7 July 2025 at 19:19 IST

पतंजलि ने स्लज को कॉम्पोजिट पिट में परिवर्तित करने वाली मशीनरी के लिए पेटेंट प्राप्त किया

पर्यावरण संरक्षण और स्थायी कचरा प्रबंधन की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए, पतंजलि ने हाल ही में अपनी नई मशीनरी के लिए पेटेंट हासिल किया है, जो स्लज को कॉम्पोजिट पिट में परिवर्तित करने के लिए डिज़ाइन की गई है।

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पर्यावरण संरक्षण और स्थायी कचरा प्रबंधन की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए, पतंजलि ने हाल ही में अपनी नई मशीनरी के लिए पेटेंट हासिल किया है, जो स्लज को कॉम्पोजिट पिट में परिवर्तित करने के लिए डिज़ाइन की गई है। यह नवीनतम तकनीक कचरे के निपटान, पर्यावरण प्रदूषण और संसाधन पुनः प्राप्ति की चिंताओं को हल करने का एक स्वच्छ और टिकाऊ समाधान प्रस्तुत करता है। बढ़ते शहरीकरण और उद्योगीकरण के कारण, व wastewater treatment plants से निकलने वाले स्लज का बढ़ता संग्रह एक बड़ा पर्यावरणीय मुद्दा बन गया है। पतंजलि की यह पेटेंट प्राप्त मशीनरी इस कचरे को संसाधन में बदलने का मार्ग प्रशस्त करती है, जिससे सर्कुलर इकोनॉमी के सिद्धांतों का समर्थन होता है।

यह मशीनरी अत्याधुनिक तकनीकों का उपयोग करके स्लज का प्रभावी उपचार करती है, जिसमें रोगाणु और विषाक्त पदार्थों को कम किया जाता है, ताकि इसे सुरक्षित रूप से फिर से उपयोग किया जा सके। इस प्रक्रिया में जैविक पदार्थों को स्थिर करने और उन्हें टिकाऊ बनाने के लिए उन्नत कदम शामिल हैं। प्रक्रिया के अंत में, यह स्लज को एक मिश्रित सामग्री में परिवर्तित कर देती है, जिसका उपयोग कृषि में मृदा सुधारक के रूप में या निर्माण सामग्री के रूप में किया जा सकता है। यह मशीन ऊर्जा दक्षता, संचालन में आसान और पर्यावरण पर न्यूनतम प्रभाव डालने वाली विशेषताओं से लैस है।

यह नवाचार कचरा प्रबंधन के तरीके में क्रांति ला सकता है, जिससे पारंपरिक विधियों जैसे लैंडफिलिंग या जला देने की जगह अधिक स्वच्छ और टिकाऊ विकल्प मिलते हैं। यह तकनीक संगठन की पर्यावरणीय प्रतिबद्धता और प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन के साथ जुड़ी हुई है। इस पेटेंट के माध्यम से, पतंजलि अनुसंधान और विकास में अपनी प्रतिबद्धता को मजबूत कर रहा है, जिससे इस तकनीक का व्यापक रूप से अपनाया जाना और भविष्य में और भी उन्नत तरीके विकसित हो सकें। यह विकास विशेष रूप से भारत में कचरा प्रबंधन और सतत विकास लक्ष्यों की दिशा में हो रहे प्रयासों के संदर्भ में महत्वपूर्ण है।

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कुल मिलाकर, पतंजलि की यह मशीनरी स्लज को संसाधन में बदलने और पर्यावरण संरक्षण में एक मील का पत्थर है। यह न केवल कचरे के निपटान का एक व्यावहारिक समाधान प्रदान करता है, बल्कि संसाधन पुनः प्राप्ति और पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान देता है। जब यह तकनीक व्यापक स्तर पर स्वीकृत होगी, तो यह उद्योगों और समुदायों में अधिक टिकाऊ और पर्यावरण अनुकूल कचरा प्रबंधन को प्रेरित कर सकती है।

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Published By : Kanak Kumari Jha

पब्लिश्ड 7 July 2025 at 19:19 IST