अपडेटेड 18 August 2023 at 13:48 IST
Zero Shadow Day: आज के दिन परछाई भी छोड़ देगी आपका साथ, जानें क्या है वजह
पृथ्वी पर कई घटनाएं ऐसी होती है जो कई बार लोगों को हैरान कर जाती हैं। ऐसी ही एक घटना आज घट रही है जिसमें आपकी परछाई भी आपका साथ छोड़ देती है। जानते हैं इसके बारे में....
- भारत
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Zero Shadow Day 2023: कहते हैं कि सभी साथ छोड़ दें, पर इंसान की परछाई कभी उसका साथ नहीं छोड़ती है। लेकिन अगर ऐसा हो जाए तो क्या हो। दरअसल, पृथ्वी पर कई ऐसा खगोलीय घटनाएं घटती है जिसकी वजह से वो भी हो जाता है जिसकी कभी कल्पना भी नहीं की जा सकती है। ऐसा ही कुछ 18 अगस्त की दोपहर को दिखाई देने वाला है। शुक्रवार की दोपहर एक ऐसा पल आने वाला है जब इंसान की परछाई भी उसका साथ छोड़ देगी जिसे 'जीरो शैडो डे' नाम से जाना जाता है। आइए जानते हैं इसके बारे में....
स्टोरी में आगे ये पढ़ें....
- क्या होता है जीरो शैडो डे?
- परछाई भी क्यों छोड़ी देती है इंसान का साथ?
- 18 अगस्त के पहले कब घटी थी ये घटना?
क्या होता है जीरो शैडो डे?
एक अद्भुत और अनोखी खगोलीय घटना जिसे जीरो शैडो डे के नाम से जाना जाता है। दरअसल, जीरो शैडो डे यानि शून्य परछाई वाले दिन सूर्य की किरणें सीधी पड़ने के कारण व्यक्ति या वस्तु की छाया कुछ पल के लिए गायब हो जाती है।
परछाई भी क्यों छोड़ी देती है इंसान का साथ?
ये खास स्थिति बनने की वजह पृथ्वी के घूर्णन की धुरी का झुकाव होती है, जो धरती के सूर्य की परिक्रमा के तल के लंबवत होने की जगह उससे 23.5 डिग्री तक झुकी होती है। इसी वजह से सालभर सूर्य की स्थिति उत्तर और दक्षिण के बीच बदलती रहती है, लेकिन साल में दो बार ऐसी स्थिति आती है कि दोपहर 12 बजे सूर्य हमारे सिर के ठीक ऊपर आ जाता है। इसके कारण कोई भी सीधी या खड़ी वस्तु या प्राणी की छाया नजर नही आती। इस दिन को जीरो शैडो डे कहा जाता है।
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18 अगस्त के पहले कब घटी थी ये घटना?
आज के पहले जीरो शैडो की स्थिति इसी साल 25 अप्रैल को बनी थी। जीरो शैडो की स्थिति कर्क और मकर रेखा के पास के क्षेत्रों में ही बनती है। इस दिन सूर्य की किरणें पृथ्वी की सतह के करीब-करीब लंबवत होती हैं। 25 अप्रैल को घटित इस घटना के गवाह बैंगलोर के लोग बने थे। जिसके बाद आज 18 अगस्त को दूसरी बार फिर से ये खगोलीय घटना घटित हुई है।
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Published By : Sadhna Mishra
पब्लिश्ड 18 August 2023 at 13:43 IST