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Published 08:39 IST, October 15th 2024

रतन टाटा के निधन पर लेखक तरुण राज ने दी श्रद्धांजलि, सुनाई उनसे मुलाकात की कहानी

जाने माने लेखक और बिज़नेस कंसलटेंट तरूण राज अरोड़ा ने कहा है कि रतन टाटा देश के मूल्यवान रत्न थे।

Reported by: Digital Desk
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Ratan Tata , former chairman emeritus of Tata Group
Ratan Tata , former chairman emeritus of Tata Group | Image: X

Ratan Tata Death: उद्योगपति रतन टाटा की मृत्यु के बाद उन्हें श्रद्धांजलि देने वालों का सिलसिला जारी है। देश और दुनिया के अलग-अलग हिस्सों और अलग-अलग व्यवसायों से जुड़े लोग उन्हें अपने शब्दों के माध्यम से श्रद्धांजलि दे रहे हैं। इसी सिलसिले में जाने माने लेखक और बिज़नेस कंसलटेंट तरूण राज अरोड़ा ने कहा है कि रतन टाटा देश के मूल्यवान रत्न थे। रतन टाटा भारत के आर्थिक विकास के महानायक थे। उन्होंने जो भी फैसले लिए उन्हें सही करके दिखलाया। यह बात वो स्वयं भी कहते थे कि 'मैं सही फैसले लेने में विश्वास नहीं करता, बल्कि उन्हें सही साबित करने में विश्वास करता हूँ।'

बिज़नेस कन्सल्टेंसी से जुड़े चर्चित बेस्टसेलर 'हार के उस पार' के लेखक तरूण राज अरोड़ा ने रतन टाटा से अपनी एकमात्र मुलाक़ात को याद करते हुए उन्हें दूरदृष्टा बताया। तरुण ने कहा कि इस मुलाक़ात के दौरान उन्होंने अपनी पुस्तक 'हार के उस पार' के बारे में रतन टाटा से चर्चा की थी। रतन टाटा ने इस बात पर अपनी प्रसन्नता ज़ाहिर की थी कि यह ऐसी पहली पुस्तक होगी, जिसमें व्यावसायिक हार की कहानियों को दर्शाया जाएगा।

'हार के उस पार' किताब में लिखी ये सारी बातें

गौरतलब है कि लेखक तरूण राज अरोड़ा की पुस्तक 'हार के उस पार' बेस्ट सेलर रही थी। इस पुस्तक में उन्होंने विश्व के बीस ऐसे उद्योगपतियों के बारे में लिखा है जिन्होंने कई बार हार का सामना करने के बाद अंत में जीत की बुलंदी हासिल की।

तरूण ने बताया कि पुस्तक पर चर्चा के दौरान रतन टाटा ने उन्हें नये स्टार्टअप और नये इंटरप्रेन्योरस के बारे में लिखने को भी कहा। उन्होंने तरुण से कहा कि दुनिया को जानना चाहिए कि किस प्रकार नये उद्यमी कम अनुभव के बावजूद अपने सपने, अपनी सोच और इनोवेशन का संतुलित मिश्रण बना कर स्टार्ट अप की दुनिया में क़दम रखते हैं, नये स्टार्टअप किस प्रकार सफल बिजनेस बन सकते हैं और युवा किस सोच के साथ व्यवसाय की दुनिया में आ रहे हैं। तरुण ने उन्हें आश्वसत किया था कि वे अवश्य युवा उद्यमियों पर एक किताब लिखेंगे। तरुण इस समय प्रशासनिक अधिकारियों से जुड़ी एक मोटिवेशनल पुस्तक लिखने के क्रम में हैं जिसका विस्तार वे जल्द पाठकों के सामने लाएंगे।

तरुण राज अरोड़ा के दस वर्षीय पुत्र अभिनव अरोड़ा, जो कि एक बाल कथावाचक हैं, उन्होंने भी अपने सोशल मीडिया पर अपने पिता से रतन टाटा की हुई मुलाक़ात के बारे में एक वीडियो जारी किया। इस वीडियो में अभिनव ने कहा कि मैं बहुत ज़्यादा व्यवसाय तो नहीं समझता लेकिन रतन टाटा का नाम मैंने हमेशा बहुत सम्मान के साथ ही सुना है। मेरे पिताजी बताते हैं कि जब वो रतन टाटा से मिले तो रतन टाटा ने उन्हें व्यवसाय करने वाले युवाओं पर एक किताब लिखने को कहा।

Updated 08:39 IST, October 15th 2024