अपडेटेड 19 November 2023 at 19:20 IST

Shaligram Bhagwan: क्यों की जाती है शालिग्राम की पूजा, जानिए इन्हें घर में रखने के क्या हैं लाभ

Shaligram भगवान की पूजा बेहद महत्वपूर्ण मानी जाती है। ये भगवान विष्णु के ही एक स्वरूप हैं। आइए जानते हैं कि इनकी पूजा क्योंकी जाती है और इन्हें घर लाने से क्या-क्या फायदे होते हैं। 

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Shaligram Bhagwan Ki Puja Kyo Ki Jati Hai

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Shaligram Bhagwan Ki Puja Kyo Ki Jati Hai image- shutterstock | Image: self

Shaligram Bhagwan Ki Puja Kyo Ki Jati Hai: हिंदू धर्म में शामिग्राम भगवान की पूजा का विशेष महत्व माना जाता है। मान्यता है कि जिन घरों में नियम पूर्व इनकी पूजा अर्चना की जाती है, वहां हमेशा विष्णु जी की कृपा बनी रहती है। वहीं इन्हें घर में रखने से भी कई फायदे होते हैं। तो चलिए जानते हैं शालिग्राम की पूजा क्यों की जाती है और इन्हें घर में रखने से क्या-क्या फायदे होते हैं। 

स्टोरी में आगे ये पढ़ें...

  • कौन हैं शालिग्राम?
  • क्यों की जाती है शालिग्राम की पूजा?
  • शालिग्राम को घर में रखने से क्या होता है?

कौन हैं शालिग्राम?

श्री हरि के शालीग्राम रूप का वर्णन पद्मपुराण में मिलता है। पौराणिक कथा के मुताबिक तुलसी जी के श्राप के कारण श्री हरि विष्णु हृदयहीन शिला में बदल गए थे। उनके इसी रूप को शालिग्राम कहा गया है और यही वजह है कि कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि में तुलसी माता के साथ इनका विवाह किया जाता है।

क्यों की जाती है शालिग्राम की पूजा?

हिंदू धर्म में ज्यादातर लोगों के पूजा घर में शालिग्राम भगवान को स्थापित किया जाता हैं। मान्यता है कि जिन घरों में नियम पूर्वक शालिग्राम जी की पूजा की जाती है, वहां पर हमेशा जगत के पालन हार भगवान विष्णु की कृपा बनी रहती है। यही वजह है कि इनकी पूजा की जाती है।

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 शालिग्राम को घर में रखने से क्या होता है?

  • शास्त्रों के मुताबिक शालिग्राम के साथ तुलसी माता की भी पूजा की जानी चाहिए। कहते हें जिन घरों में तुलसी जी के साथ शालिग्राम की रोजाना पूजा की जाती है, उस घर से दरिद्रता कोसों दूर रहती है। साथ ही घर-परिवार में सुख-शांति भी बनी रहती है।

  • जिस घर में शालिग्राम शिला होती है और पूजा के बाद उसका जल अपने ऊपर छिड़कता है उसे सभी यज्ञों और संपूर्ण तीर्थों में स्नान के समान फल प्राप्त होता है।

  • वास्तु के मुताबिक जिस घर में शालिग्राम का नियमित रूप से पूजन होता है, उसमें वास्तु दोष और बाधाएं खुद ही समाप्त हो जाती हैं।
  • इसके अलावा जो भी जातक नियमित रूप से शालिग्राम शिला का जल से अभिषेक करता है, उसे समस्त सुखों की प्राप्ति होती है।
  • वहीं जो भी व्यक्ति हर साल कार्तिक माह में शालिग्राम और तुलसी का विवाह करता है उसके घर में व्याप्त धन की कमी, क्लेश, कष्ट और रोग भी दूर हो जाते हैं।

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Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्‍यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।

Published By : Sadhna Mishra

पब्लिश्ड 19 November 2023 at 19:20 IST