अपडेटेड 25 September 2023 at 18:48 IST
Pitru Paksha 2023: पितृ पक्ष की 16 तिथियों में कब करें किसका श्राद्ध? जानें पूरी डिटेल
पितृ पक्ष की सभी 16 तिथियां बहुत ही खास होती हैं और तिथि के अनुसार ही श्राद्ध कर्म किया जाता है। आइए जानते हैं कब और कौन सी तिथि में किसका श्राद्ध किया जाता है।
- भारत
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Pitru Paksha Me Kaise Kare Shraddh: हिंदू धर्म में पितृ पक्ष का बहुत ही खास महत्व माना जाता है। यह हर साल भादो माह की पूर्णिमा तिथि से लेकर अश्विन माह की अमावस्या तक होता है। इसमें 16 तिथियां पड़ती और सारी की सारी बेहद खास होती है। क्योंकि इन्हीं तिथियों में पितरों का तर्पण, श्राद्ध और पिंडदान कर्म किया जाता है। तो चलिए जानते हैं कि किस तिथि पर किस पितर का श्राद्ध किया जाता है?
स्टोरी में आगे ये पढ़ें....
- कब से शुरू हो रहा है पितृ पक्ष?
- पितृ पक्ष की 16 तिथियां कौन-कौन सी हैं?
- किस तिथि में किस पितर का किया जाता है श्राद्ध?
कब से शुरू हो रहा है पितृ पक्ष?
इस साल पितृ पक्ष 29 सितंबर 2023 से शुरू होगा और 14 अक्टूबर 2023 को इसका समापन होगा। इस दौरान पितरों की आत्मा की शांति और उनका आशीर्वाद पाने के लिए उनका श्राद्ध किया जाता है।
पितृ पक्ष की 16 तिथियां कौन-कौन सी हैं?
- पहला श्राद्ध: 29 सितंबर 2023, शुक्रवार
- द्वितीया श्राद्ध: 30 सितंबर 2023, शनिवार
- तृतीया श्राद्ध: 01 अक्टूबर 2023, रविवार
- चतुर्थी श्राद्ध: 02 अक्टूबर 2023, सोमवार
- पंचमी श्राद्ध: 03 अक्टूबर 2023, मंगलवार
- षष्ठी श्राद्ध: 04 अक्टूबर 2023, बुधवार
- सप्तमी श्राद्ध: 05 अक्टूबर 2023, गुरुवार
- अष्टमी श्राद्ध: 06 अक्टूबर 2023, शुक्रवार
- नवमी श्राद्ध: 07 अक्टूबर 2023, शनिवार
- दशमी श्राद्ध: 08 अक्टूबर 2023, रविवार
- एकादशी श्राद्ध: 09 अक्टूबर 2023, सोमवार
- मघा श्राद्ध: मंगलवार 10 अक्टूबर 2023, मंगलवार
- द्वादशी श्राद्ध: 11 अक्टूबर 2023, बुधवार
- त्रयोदशी श्राद्ध: 12 अक्टूबर 2023, गुरुवार
- चतुर्दशी श्राद्ध: 13 अक्टूबर 2023, शुक्रवार
- सर्व पितृ अमावस्या श्राद्ध: 14 अक्टूबर 2023, शनिवार
किस तिथि में किस पितर का किया जाता है श्राद्ध?
पूर्णिमा तिथि श्राद्ध
पितृ पक्ष की पूर्णिमा तिथि पर उन लोगों का श्राद्ध किया जाता है जिन लोगों की मृत्यु पूर्णिमा तिथि के दिन होती है।
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द्वितीया श्राद्ध
जिन व्यक्ति का निधन किसी भी माह की द्वितीया तिथि के होता है उनका श्राद्ध पितृ पक्ष की द्वितीया तिथि के दिन किया जाता है।
तृतीया श्राद्ध
किसी भी माह की तृतीया तिथि के दिन मरने वाले व्यक्ति का श्राद्ध पितृ पक्ष की तृतीया तिथि के दिन होता है।
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चतुर्थी श्राद्ध
अगर किसी पितर की मृत्यु चतुर्थी तिथि को होती है तो उनका श्राद्ध पितृ पक्ष में चतुर्थी तिथि के दिन किया जाता है।
पांचवा श्राद्ध
किसी अविववाहिता यानि कुंवारे पितरों का श्राद्ध पंचमी तिथि के दिन किया जाता है।
इसके अलावा जिन भी पितर की जिस तिथि पर मृत्यु हुई होती है उनका श्राद्ध उसी तिथि पर किया जाता है।
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Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
Published By : Sadhna Mishra
पब्लिश्ड 25 September 2023 at 18:48 IST