अपडेटेड 3 November 2023 at 20:16 IST
म्याऊ म्याऊ, कोबरा का जहर और विदेशी लड़कियां...जानिए क्‍या होती है रेव पार्टी, जिसमें आया एल्‍विश यादव का नाम
जैसे-जैसे रात चढ़ती है, म्यूजिक लाउड होने लगती है और सज जाती है रेव पार्टी की महफिल।
- भारत
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What is Rave Party in which Elvish Yadav involve: यूट्यूबर एल्विश यादव पर रेव पार्टियों में सांप का जहर और विदेशी लड़कियां सप्लाई करने के गंभीर आरोप लगे हैं। नोएडा सेक्टर 49 थाने में एफआईआर भी दर्ज की गई है और तीन राज्यों में एल्विश की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। ऐसे में कई लोगों के मन में ये सवाल उठ रहा होगा कि आखिर रेव पार्टी होती कैसी है? इसमें आम पार्टियों से अलग क्या होता है? और सबसे बड़ा सवाल ये कि इन पार्टियों में ऐसा क्या होता है जिसके चलते देश में इसे बैन किया गया है? तो चलिए आपको आज इन सभी सवालों का विस्तार से जवाब देते हैं।
खबर में आगे पढ़ें
- रेव पार्टी क्या होती है?
- क्यों एक रात के लिए लोग उड़ा देते हैं लाखों?
- मुंबई, दिल्ली, गुड़गांव, जयपुर और अब नोएडा बना रेव पार्टी का हब
क्या होती है रेव पार्टी
जैसे-जैसे रात चढ़ती है, म्यूजिक लाउड होने लगती है और सज जाती है रेव पार्टी की महफिल। शहर भर के अमीरजादे अपनी एक रात को रंगीन करने के लिए जुटने लगते हैं। उनकी अय्याशियों के लिए लाया जाता है वो सामान जिसकी आम आदमी कल्पना भी नहीं कर सकता। सांप, अजगर, कोबरा, बिच्छू, कोकेन, हेरोइन और विदेशी लड़कियां। नशे का पूरा कॉकटेल किया जाता है तैयार।
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काफी गुप्त होती है पार्टी की जानकारी, आयोजक करते हैं कोडवर्ड का प्रयोग
रेव पार्टियों का आयोजन काफी सीक्रेट किया जाता है। इस पार्टी में रेगुलर शामिल होने वाले लोगों का एक ग्रुप होता है और आम तौर पर उन्हीं लोगों को इन पार्टियों में शामिल होने की इजाजत होती है। आयोजन इस बात का ध्यान रखते हैं कि इस पार्टी के बारे में किसी को भनक ना लगे। आयोजकों के द्वारा कोड भाषा का इस्तेमाल किया जाता है। लोगों को इसमें बुलाने के लिए भी कोड भाषा का ही इस्तेमाल किया जाता है। इन्हें ऐसे इलाकों में आयोजित किया जाता है जिसकी भनक पुलिस को न लग सके।
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देश में बैन नशे का धड़ल्ले से होता है प्रयोग
रेव पार्टियों में अमूमन कोकेन का प्रयोग होता है। कोकेन का नशा करीब 7-8 घंटे तक मदहोश कर देता है। कोकेन के अलावा इन पार्टीज में दूसरी सबसे बड़ा नशा होता है एमडीएमए का लोग इसे मेफेड्रोन या फिर पार्टी की भाषा म्याऊ म्याऊ के नाम से बुलाते हैं। यंगस्टर इस नशे के लिए क्रेजी हैं। ये नशा दिमाग को पूरी तरह से सुन्न कर देता है। न कोई होश रहता है और न कोई खबर बस अपने ही अंदाज में पार्टी कर रहे ये लोग झूमते रहते हैं। ये सारे नशे पूरी तरह से बैन हैं। मुंबई, दिल्ली, गुड़गांव, जयपुर और अब नोएडा भी इन पार्टीज का हब बन गया है।
सांप से कटवाकर नशा करने का बढ़ता चलन
रेव पार्टी में कोकेन, मेफेड्रोन के अलावा सांप से कटवाकर नशा करने का चलन बढ़ता जा रहा है। लोग नशे के लिए सीधे सांप से डसवाने को तैयार रहते हैं। इससे उन्हें लगता है कि उनकी शक्ति बढ़ गई है और उत्तेजना मिलती है। अगर किसी ने एक बार इसका नशा कर लिया तो वो दोबारा इसके नशे के लिए जरूर वापस आता है। पार्टियों में मिलने वाले किसी भी ड्रग्स की तुलना में सांप के जहर का नशा बहुत पावरफुल है।
भारत में बैन रेव पार्टी
भारत में इस तरह की रेव पार्टियां बैन हैं जहां अवैध तरीके के नशे कराए जाते हैं। अगर कोई व्यक्ति इस तरह की पार्टी में जाता है या इसे ऑर्गेनाइज कराता है तो पकड़े जाने पर सजा का भी प्रावधान है।
Published By : Ankur Shrivastava
पब्लिश्ड 3 November 2023 at 20:10 IST


