अपडेटेड 6 January 2025 at 14:46 IST
क्या है HMPV वायरस? जिसने चीन में कोहराम मचाने के बाद भारत को भी डराया, कैसे फैलता है, सबसे ज्यादा खतरा किसे?
कर्नाटक में HMPV के दो मामलों का पता लगाया है। आखिर HMPV क्या है, कैसे फैलता है और इसके लक्षण क्या हैं? आईए बताते हैं...
- भारत
- 3 min read

What is HMPV Virus: कोरोना वायरस महामारी के बाद चीन में HMPV (ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस) वायरस ने हाहाकार मचा रखा है। सोशल मीडिया पर चीन से भयावह वीडियो सामने आ रहे हैं जिसके बाद से चर्चा हो रही है कि चीन में एक बार फिर से महामारी जैसी स्थिति बन गई है। हालांकि, जिनपिंग सरकार इस मानने से नकार रही है। वहीं भारत में दो मामले डिटेक्ट किए गए हैं। इस बीच सवाल उठ रहा है कि आखिर HMPV क्या है, कैसे फैलता है और इसके लक्षण क्या हैं? तो आईए बताते हैं...
दरअसल, ICMR ने कर्नाटक में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) के दो मामलों का पता लगाया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि तीन महीने की बच्ची को ‘ब्रोंकोन्यूमोनिया’ की शिकायत थी और उसे बेंगलुरु के बैपटिस्ट अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उसके HMPV से संक्रमित होने का पता चला। उसे पहले ही अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। इसके अलावा ‘ब्रोन्कोन्यूमोनिया’ से पीड़ित आठ महीने के एक बच्चे को 3 जनवरी को बैपटिस्ट अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जिसके बाद जांच में उसके एचएमपीवी से संक्रमित होने का पता चला। बताया जाता है कि अब बच्चे की हालत में सुधार है।
मंत्रालय ने बताया कि यह ध्यान देने वाली बात है कि दोनों मरीजों का कोई अंतरराष्ट्रीय यात्रा का इतिहास नहीं है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि एचएमपीवी का संक्रमण पहले से ही भारत सहित कई देशों में फैल रहा है और कई देशों में इससे संबंधित सांस संबंधी बीमारियों के मामले सामने आए हैं।
क्या है HMPV वायरस?
US सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) के अनुसार, HMPV सभी उम्र के लोगों, खासकर छोटे बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोगों में ऊपरी और निचले श्वसन रोग का कारण बन सकता है। 2001 में इसका पता लगाया गया था और यह श्वसन सिंकिटियल वायरस (RSV) के साथ न्यूमोविरिडे से संबंधित है।
Advertisement
HMPV वायरस के लक्षण क्या हैं?
HMPV के लक्ष्णों की बात करें, तो इसमें सामान्य सर्दी या फ्लू जैसे ही लक्षण दिखाई देते हैं। ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस के लक्षण कुछ इस तरह से हैं-
- खांसी
- बहती नाक
- बुखार
- गले में खराश
गंभीर मामलों में, यह घरघराहट या सांस की तकलीफ, ब्रोंकाइटिस, निमोनिया या अस्थमा के बढ़ने का कारण बन सकता है।
Advertisement
HMPV से सबसे ज्यादा खतरा किसे है?
इस वायरस से सबसे ज्यादा खतरा पांच साल से कम उम्र के बच्चे, खास तौर पर नवजात शिशु, वृद्ध वयस्क, जिनकी उम्र 65 वर्ष से अधिक हो और कमजोर इम्यून सिस्टम वाले या अस्थमा या सीओपीडी जैसी पुरानी श्वसन संबंधी बीमारियों वाले व्यक्तियों को है।
Published By : Priyanka Yadav
पब्लिश्ड 6 January 2025 at 14:43 IST