अपडेटेड 15 February 2024 at 15:50 IST
कौन है TMC नेता शेख शाहजहां? जिसके एक इशारे पर Sandeshkhali में हिंदू महिलाओं को घरों से उठाकर...
शेख शाहजहां ममता बनर्जी के खास मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक का करीबी बताया जाता है। शेख पहले वाम दल नेता था, फिर पाला बदल कर टीएमसी में आ गया।
- भारत
- 4 min read

Sandeshkhali Case : पश्चिम बंगाल का संदेशखाली इलाका और यहां की महिलाओं के साथ कथित तौर पर उत्पीड़न की घटनाएं वर्तमान में एक बड़ा रूप ले चुकी हैं। ऐसा इसलिए भी कि जिस राज्य की मुख्यमंत्री एक महिला है, जिसके हाथ में पूरे राज्य की कमान है, उन्हीं ममता बनर्जी की सरकार में उन्हीं के नेता पर लगे महिला उत्पीड़न के आरोप हैं। महिला उत्पीड़न के जुड़े आरोप भी ऐसे हैं कि जो भी सुने, उसका खून खौल जाए।
हाल ही में कथित राशन घोटाले की जांच के सिलसिले में छापा मारने गई ईडी की टीम पर हमले की घटना अभी तक सभी को याद होगी। इस घटना का जिक्र इसलिए है कि ईडी ने जिस टीएमसी नेता के ठिकानों पर छापे मारे थे, उसी नेता पर महिला उत्पीड़न के आरोप हैं। ये नेता सत्ताधारी पार्टी टीएमसी के नेता शेख शाहजहां पर हैं।
शेख शाहजहां कौन?
शेख शाहजहां ममता बनर्जी के खास मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक का करीबी बताया जाता है। शेख पहले वाम दल नेता था, फिर पाला बदल कर टीएमसी में आ गया। संदेशखाली में उसका दबदबा है और वो पश्चिम बंगाल में हुए अलग-अलग भ्रष्टाचार के मामलों में से एक राशन वितरण घोटाले में आरोपी है। फिलहाल ईडी के छापों के बाद से शेख शाहजहां फरार है। इसी बीच कई महिलाएं सामने आई हैं, जिन्होंने शेख शाहजहां पर उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए हैं।
महिला उत्पीड़न के गंभीर आरोप
संदेशखाली में कई महिलाएं टीएमसी नेता शेख शाहजहां और उनके सहयोगियों की तरफ से किए गए कथित अत्याचारों को लेकर पिछले कुछ दिनों से आंदोलन कर रही हैं। महिलाओं ने आरोप लगाए कि स्थानीय टीएमसी नेता शेख शाहजहां और उनके 'गिरोह' ने उनका यौन उत्पीड़न किया। उनकी जमीन के बड़े हिस्से पर बलपूर्वक कब्जा कर लिया।
Advertisement
महिलाओं ने बताई डरावनी दास्तां
हालांकि रिपब्लिक भारत के सहयोगी चैनल रिपब्लिक बांग्ला के साथ बातचीत में हाल ही में स्थानीय महिलाओं ने जो कुछ कहा, वो बेहद डरावना था।
Advertisement
महिलाओं के आरोप थे कि, "पार्टी के सदस्य आते थे और देखते थे कि घर में कोई सुंदर महिला है। वो कथित तौर पर जवान और सुंदर महिला को देखकर आदमियों को धमकाते थे और अपनी पत्नी को उनके पास भेजने के लिए बोलते थे। विवाहित महिलाओं को कथित तौर पर उनके घरों से अगवा कर लेते थे, रात-रातभर शोषण करते थे और उन्हें तब तक नहीं छोड़ते थे, जब तक वो संतुष्ट नहीं होते थे।" महिलाओं की तरफ से आरोप ये भी थे कि "शाहजहां ने केवल हिंदू महिलाओं को उठाया, कभी मुस्लिम नहीं।"
कुछ पीड़ित महिलाएं भी सामने आईं। रिपब्लिक बांग्ला से बातचीत में वो अपने आंसू नहीं रोक पाईं। पीड़ित महिलाओं ने रोते हुए अपना दर्द बयां किया। फिर से स्पष्ट कर दें कि ये गंभीर आरोप महिलाओं की तरफ से लगाए गए थे, जब वो रिपब्लिक बांग्ला से बातचीत कर रही थीं।
टीएमसी के खिलाफ अब सड़क पर उतरी बीजेपी
महिलाओं संग कथित यौन उत्पीड़न की घटनाओं को लेकर अब भारतीय जनता पार्टी सड़क पर उतर चुकी है। पिछले दो दिन से पश्चिम बंगाल में बीजेपी के नेता प्रदर्शन कर रहे हैं। मंगलवार को बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं के विरोध प्रदर्शन किया तो उन पर पुलिस ने लाठियां बरसाईं। पुलिस लाठीचार्ज के दौरान मजूमदार को चोटें आईं।
बीजेपी ने फिलहाल महिलाओं के खिलाफ यौन उत्पीड़न और हिंसा की कथित घटनाओं के बारे में जानकारी इकट्ठा करने के लिए केंद्रीय मंत्रियों और सांसदों की 6 सदस्यीय समिति बनाई है।
Published By : Amit Bajpayee
पब्लिश्ड 15 February 2024 at 15:41 IST