अपडेटेड 9 May 2025 at 16:11 IST
VIDEO: पाकिस्तान की गोलीबारी के बाद उरी में जवानों के बीच पहुंचे LG मनोज सिन्हा, पूछा- हाउज द जोश
Manoj Sinha: जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा उरी में नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम उल्लंघन का मुंहतोड़ जवाब दे रहे भारतीय सेना के जवानों से मुलाकात की।
- भारत
- 4 min read
Manoj Sinha: जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा उरी में नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम उल्लंघन का मुंहतोड़ जवाब दे रहे भारतीय सेना के जवानों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने सेना के जवानों से उनके जोश के बारे में पूछा। पिछले तीन दिनों से लगातार पाकिस्तानियों को मुंहतोड़ जवाह दे रहे सेना ने जो जवाब दिया वो वाकई हर भारतीय का दिल गर्व से चौड़ा कर देगा।
भारत पहलगाम में हुए आतंकी हमले का करारा जवाब ऑपरेशन सिंदूर के जरिये दे रहा है। भारतीय सेनाओं के हमले से पड़ोसी मुल्क में खलबली मची हुई है। इस बीच LG मनोज सिन्हा उरी में जवानों के बीच पहुंचे और उनसे बातचीत की। जब मनोज सिन्हा ने सेना के जवानों से सवाल किया कि जोश कैसा है? इसके जवाब में जवानों ने कहा हाई सर।
मनोज सिन्हा ने की जमीनी हालात की सुरक्षा
बीती रात में भारी गोलाबारी के बाद आज, 9 मई को उपराज्यपाल मनोज सिन्हा उरी सेक्टर का दौरा करने पहुंचे। यहां उन्होंने सुरक्षा बलों से मुलाकात करने के साथ जमीनी हालात की समीक्षा की और स्थानीय लोगों से मुलाकात की। उरी में सुरक्षा स्थिति का जायजा लेने के बाद जम्मू-कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा ने कहा, '(पाकिस्तान द्वारा) प्रयास किए गए। भारतीय सशस्त्र बल किसी भी तरह की स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। जम्मू-कश्मीर प्रशासन यह सुनिश्चित कर रहा है कि यहां के लोगों को किसी भी तरह की असुविधा का सामना न करना पड़े। मैं सीमावर्ती क्षेत्रों के उन गांवों में गया, जहां नुकसान हुआ है। घायलों और मृतकों के परिवारों को अनुग्रह राशि दी गई है। नुकसान का आकलन किया जा रहा है। नए बंकरों की जरूरत होगी, इसलिए आने वाले दिनों में उनका निर्माण भी किया जाएगा।'
'कभी इतने बड़े पैमाने पर नागरिक को निशाना नहीं…'
इससे पहले जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा, 'उनकी(पाकिस्तान) तरफ से जिस तरह आम लोगों को निशाना बनाने की कोशिश की गई। जम्मू शहर पर ड्रोन से हमले की कोशिश की गई। मुझे नहीं लगता है कि 1971 युद्ध के बाद कभी इस तरह से जम्मू शहर को निशाना बनाया गया हो। लेकिन हमारे सुरक्षा बलों ने उनके सारे ड्रोन नाकाम किए, एक भी ड्रोन निशाने पर नहीं पहुंच पाया। खबर यह भी आई कि कश्मीर में भी अनंतनाग में एक डिपो को टारगेट करने की कोशिश की गई, लेकिन उसमें भी वो नाकामयाब रहे।'
Advertisement
उन्होंने आगे कहा, 'मैंने पहले दिन ही कहा था कि ये हालात हमने नहीं बनाए हैं। पहलगाम में हमारे लोगों पर हमला हुआ। उसका हमने जवाब दिया। लेकिन अब इसे बढ़ाने का सिलसिला पाकिस्तान की तरफ से हो रहा है उसमें पाकिस्तान को कोई फायदा नहीं है, न उनकी कोई कामयाबी होगी। बेहतर यही होगा कि वे अपनी बंदूकें खामोश करें। उन्हें थोड़ा अक्ल से काम लेना चाहिए।'
सीमावर्ती क्षेत्रों के नागरिकों के लिए आयोजित शिविरों पर सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा कि हम हर संभव प्रयास कर रहे हैं। दिन में तीन बार भोजन दिया जाता है, स्वच्छता सुविधाएं उपलब्ध हैं, सभी शिविरों में डॉक्टर उपलब्ध हैं, एम्बुलेंस की व्यवस्था की गई है। हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि यहां रहने पर उन्हें यथासंभव कम समस्याओं का सामना करना पड़े।
Advertisement
भारत ने पहलगाम हमले का लिया बदला
बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को आतंकवादियों ने 26 पर्यटकों को निशाना बनाया था। इसके बाद पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेते हुए 7 मई के तड़के भारतीय सेना ने पाकिस्तान में घुसकर लश्कर और जैश के 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। आतंकी ठिकानों पर मिसाइलें गिराई गई, जिसमें कई दहशतगर्द ढेर हो गए। भारत की इस कार्रवाई से बौखलाए पाकिस्तान ने भारत के कई शहरों में ड्रोन और मिसाइलों से हमला करने की कोशिश की, लेकिन भारतीय सेना और एयर डिफेंस सिस्टम ने उसके हर हमले को पूरी तरह से नाकाम कर दिया। पाकिस्तान के इन हमलों का भारत की ओर से भी करारा जवाब दिया गया और लाहौर, सियालकोट, कराची और इस्लामाबाद में गोले बरसाए।
भारत ने पाक के तीन फाइटर जेट को मार गिराया
भारत के हमले से पहले पाकिस्तान ने जम्मू नागरिक हवाई अड्डे, सांबा, आरएस पुरा, अरनिया और पड़ोसी क्षेत्रों में 8 मिसाइलें दागी थीं। इन सभी को Indian Air Defence S 400 ने हवा में ही मार गिराया। भारत की सेना ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान के तीन फाइटर दो JF-17 और एक F-16 फाइटर जेट को भी मार गिराया।
Published By : Priyanka Yadav
पब्लिश्ड 9 May 2025 at 16:11 IST