अपडेटेड 16 May 2025 at 19:04 IST
UP: मिर्जापुर के किसान के बेटे ने रचा इतिहास, लंदन में बना मेयर तो गांव में मन रहा जश्न, मां की परवरिश की चर्चा
राजकुमार मिश्रा के इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर उनके गांव में जश्न का माहौल है। उनके पिता मुन्ना लाल मिश्रा एक साधारण किसान हैं, लेकिन बेटे की इस सफलता ने पूरे परिवार को ही नहीं बल्कि जिला, प्रदेश और देश को भी गौरवान्वित कर दिया है।
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उत्तर प्रदेश में मिर्जापुर जिले के लाल राज कुमार मिश्रा ने लंदन में इतिहास रचकर देश का नाम रौशन कर दिया है। राजकुमार मिश्रा लंदन के बेलिगबौरी शहर के नए मेयर चुने गए हैं। यूपी में मिर्जापुर जिले के भटेरा गांव के रहने वाले राजकुमार मिश्रा ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। उन्होंने ब्रिटेन के बेलिगबौरी शहर में मेयर का चुनाव जीतकर अपने गांव, जिले और देश का नाम रौशन किया है। राजकुमार मिश्रा के इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर उनके गांव में जश्न का माहौल है। उनके पिता मुन्ना लाल मिश्रा एक साधारण किसान हैं, लेकिन बेटे की इस सफलता ने पूरे परिवार को ही नहीं बल्कि जिला, प्रदेश और देश को भी गौरवान्वित कर दिया है।
जैसे ही ये खबर मिर्जापुर जिले के भटेरा गांव में पहुंची की कि मुन्ना लाल का बेटा राज कुमार लंदन में मेयर बन गया है, पूरे गांव में लोग उत्सव मनाने लगे हैं। गांव में जश्न का माहौल है और लोग एक-दूसरे को मिठाइयां खिलाकर खुशियां बांटते हुए दिखाई दे रहे हैं। लंदन में मेयर बनने वाले राज कुमार के परिजनों को बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है और ग्रामीण बड़ी संख्या में जुटकर इस गौरव के क्षण को एक त्योहार की तरह से साझा कर रहे हैं।
ऐसा रहा राज कुमार का 'भटेरा' गांव से 'लंदन' तक का सफर
उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले के भटेरा गांव से निकलकर राजकुमार मिश्रा ने एक ऐसा इतिहास रचा है, जो न केवल उनके परिवार, गांव और जिले के लिए गर्व का विषय है, बल्कि पूरे देश के युवाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत बन गया है। उन्होंने हाल ही में ब्रिटेन के बेलिगबौरी शहर के मेयर पद की शपथ ली है। राजकुमार की प्रारंभिक शिक्षा भारत में हुई। उन्होंने एमटेक की पढ़ाई पूरी करने के बाद इंजीनियर के रूप में करियर की शुरुआत की। कुछ वर्षों तक नौकरी करने के बाद वह ब्रिटेन चले गए, और पांच साल बाद वहां की नागरिकता प्राप्त की। राजकुमार की शादी उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ की रहने वाली अभिषेकता मिश्रा से हुई, जो स्वयं एक इंजीनियर हैं। यह दंपति लंदन में अपने बच्चों के साथ रहता है और वहां एक सफल पारिवारिक जीवन जी रहा है।
दो महीने पहले ही ब्रिटेन की सियासत में आए थे राज कुमार
दो महीने पहले राजकुमार मिश्रा ने ब्रिटेन की प्रमुख लेबर पार्टी जॉइन की। पार्टी ने उनकी योग्यता, सामाजिक सक्रियता और जनलोकप्रियता को देखते हुए उन्हें बेलिगबौरी शहर से मेयर पद के लिए टिकट दिया। जनता का भारी समर्थन मिलने के बाद उन्होंने चुनाव में विजय प्राप्त की और अब उन्होंने मेयर पद की शपथ भी ले ली है। राजकुमार मिश्रा की यह यात्रा साबित करती है कि एक छोटे से गांव से निकलकर भी यदि संकल्प मजबूत हो, तो वैश्विक मंच पर भी सफलता पाई जा सकती है। उनके गांव भटेरा में इस उपलब्धि को लेकर जश्न का माहौल है। लोग एक-दूसरे को मिठाइयां बांट रहे हैं और परिवार को बधाइयां देने वालों की भीड़ लगी हुई है।
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9 भाई बहनों में 6ठें नंबर हैं राजकुमार
उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले के भटेरा गांव से ताल्लुक रखने वाले राजकुमार मिश्रा ने लंदन के बेलिगबौरी शहर के मेयर बनकर न केवल अपने गांव का, बल्कि पूरे भारत का नाम रोशन किया है। अब इस सफलता के पीछे उनके परिवार की मेहनत और संघर्ष की कहानी भी सामने आ रही है, जो खुद एक मिसाल बन गई है। राजकुमार मिश्रा नौ भाई-बहनों में छठवें नंबर पर हैं। उनके पिता, मुन्ना लाल मिश्रा, एक किसान हैं जिन्होंने सीमित संसाधनों के बावजूद अपने सभी बच्चों को उच्च शिक्षा दिलाई। परिवार के अन्य सदस्य भी अपनी-अपनी क्षेत्रों में सफल हैं। राजकुमार के भाईयों में कोई अधिवक्ता है, तो दो भाई डॉक्टर हैं, एक प्रिंसिपल है और एक कृषि विशेषज्ञ के रूप में कार्यरत है। राजकुमार की मां, चंद्रकला मिश्रा, की परवरिश और संस्कारों की अब पूरे जिले में सराहना हो रही है। उनकी मेहनत और समर्पण ने पूरे परिवार को ऊंचाइयों तक पहुंचाया है।
वीडियो संदेश से जारी किया संदेश
मेयर बनने के बाद राजकुमार ने एक वीडियो संदेश भी साझा किया, जिसमें उन्होंने अपने गांव, परिवार और भारत की मिट्टी को अपनी सफलता का मूल आधार बताया। इस वीडियो के वायरल होते ही गांव में जश्न का माहौल और भी गहरा गया। पिता मुन्ना लाल मिश्रा ने गर्व के साथ कहा, "एक पिता के लिए इससे बड़ी खुशी और क्या हो सकती है कि उसका बेटा लंदन में देश और परिवार का नाम रोशन कर रहा है।"
राजकुमार की यह उपलब्धि उन तमाम युवाओं के लिए प्रेरणा है, जो सीमित संसाधनों में भी बड़े सपने देखना नहीं छोड़ते।
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Published By : Ravindra Singh
पब्लिश्ड 16 May 2025 at 19:04 IST