अपडेटेड 4 October 2025 at 12:56 IST
बरेली में सियासी पारा हाई... सपा नेताओं की नो एंट्री! माता प्रसाद पांडेय हाउस अरेस्ट, बर्क के घर के बाहर भी पहरा
सूबे की विधानसभा में विपक्ष के नेता और सपा विधायक माता प्रसाद पांडेय के नेतृत्व में एक डेलिगेशन स्थिति का जायजा लेने के लिए आज बरेली जाने वाला था, जिन्हें प्रशासन की ओर से अनुमति नहीं मिली।
- भारत
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UP News: उत्तर प्रदेश के बरेली में 26 सितंबर को हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद हालात अब भी संवेदनशील हैं। तवानपूर्ण माहौल के बीच आज, 4 अक्टूबर 2025 को समाजवादी पार्टी का डेलिगेशन बरेली जा रहा था जिन्हें प्रशासन की ओर से अनुमति नहीं मिली।
सूबे की विधानसभा में विपक्ष के नेता और सपा विधायक माता प्रसाद पांडेय के नेतृत्व में एक डेलिगेशन स्थिति का जायजा लेने के लिए आज बरेली जाने वाला था। इसमें माता प्रसाद पांडेय समेत 14 सांसद और विधायक शामिल हैं। लेकिन जिला मजिस्ट्रेट बरेली ने पुलिस आयुक्त लखनऊ और अन्य जिलों के पुलिस कप्तानों को पत्र लिखकर निर्देश दिए कि बिना इजाजत किसी भी जनप्रतिनिधि को बरेली में एंट्री नहीं दी जाएगी। आदेश में स्पष्ट किया गया है कि जिले की शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए बाहरी नेताओं को रोकना जरूरी है।
बरेली रूट पर पुलिस का कड़ा पहरा
इसी आदेश के तहत लखनऊ में माता प्रसाद पांडेय को नोटिस दिया गया और उन्हें घर पर ही रोक दिया गया। लखनऊ स्थित उनके आवास के बाहर भारी पुलिस फोर्स तैनात है। पुलिस ने साफ किया कि उन्हें बिना अनुमति बरेली जाने की इजाजत नहीं है।
माता प्रसाद पांडेय हाउस अरेस्ट
सपा के वरिष्ठ नेता माता प्रसाद पांडेय ने कहा, 'बरेली में स्थिति का जायजा लेने के लिए मेरे नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल वहां जा रहा है। लेकिन जाने से पहले ही मुझे एक नोटिस थमा दिया और दरोगा ने मुझे कहा कि आपको अपने घर में रहना है, घर से बाहर नहीं निकलना है। बरेली के जिलाधिकारी की चिट्ठी आई और उन्होंने भी यही कहा कि वहां मेरे जाने से माहौल बिगड़ेगा, आप वहां ना आएं। हम कोई माहौल नहीं बिगाड़ते। प्रशासन अपनी कमियों को छिपाने के लिए हमें वहां नहीं जाने दे रहा है। अब हम अपनी पार्टी के सदस्यों से बात करेंगे और उसके अनुसार निर्णय लेंगे।'
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संभल में बर्क के घर पुलिस तैनात
14 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क के संभल स्थित घर के बाहर भी पुलिस तैनात है। वहीं पुलिस ने अन्य नेताओं की गतिविधियों पर उनके जिलों में कड़ी नजर बना रखी है।
प्रतिनिधिमंडल में कौन-कौन शामिल?
बरेली का प्रस्तावित दौरा करने वाले सपा डेलिगेशन में माता प्रसाद पांडे के अलावा इकरा हसन, जियाउर्रहमान बर्क, सांसद हरेंद्र मलिक, मोहिबुल्लाह और नीरज मौर्य के साथ-साथ पूर्व सांसद वीरपाल सिंह यादव और प्रवीण सिंह ऐरन भी शामिल थे।
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बरेली हिंसा क्यों हुई थी?
बरेली में 26 सितंबर 2025 को हुई सांप्रदायिक हिंसा का कारण जुमे की नमाज के बाद हाथ में लिए 'आई लव मोहम्मद' का पोस्टर रहा। यह तनाव तब और ज्यादा बढ़ गया जब जुमे की नमाज के बाद कुछ लोग इस्लामिया ग्राउंड के पास जुलूस निकालने की कोशिश कर रहे थे। इसी दौरान कथित तौर पर नारेबाजी करते हुए कुछ अराजक तत्वों ने पुलिस पर पथराव किया। ऐसे में हिंसा रोकने के लिए पुलिस को बल का प्रयोग करना पड़ा और आंसू गैस के गोले दागने पड़े। इस घटना में कई लोग घायल हुए। बाद में इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई और बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया।
Published By : Priyanka Yadav
पब्लिश्ड 4 October 2025 at 11:01 IST