अपडेटेड 17 January 2025 at 23:52 IST

Sambhal: हिंसा में मारे गए लोग शहीद कहलाएंगे? पाकिस्‍तानी मौलवी से कॉल पर संभल के युवक ने पूछा, जवाब- मुसलमान है तो...

यूपी के संभल जिले में बीते साल 24 नवंबर को हुई हिंसा के दो माह बाद एक नया मोड़ सामने आया है।

Follow : Google News Icon  
Sambhal
Sambhal Authorities Order Removal Of 'Illegal' Shops Near 'Akarm Mochan Koop' | Image: PTI

यूपी के संभल जिले में बीते साल 24 नवंबर को हुई हिंसा के दो माह बाद एक नया मोड़ सामने आया है। एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें खुद को संभल का निवासी बताने वाले अकील नाम का युवक ने पाकिस्‍तानी मौलवी मोहम्‍मद अली मिर्जा से ऑनलाइन बातचीत कह। वीडियो में युवक ने हिंसा के दौरान भीड़ के पथराव की बात स्‍वीकारते हुए मृतकों को शहीद कहे जाने पर सवाल किया। अब पुलिस अकील नाम के युवक को तलाश कर रही है।

पुलिस के मुताबिक वायरल वीडियो में मोहम्मद आकिल नाम का युवक पाकिस्तान के एक मौलाना से ऑनलाइन प्लेटफार्म पर संभल हिंसा में मारे गए लोगों के बारे में जानकारी कर रहा है कि मारे गये लोग शहीद हैं या नहीं। वह व्यक्ति संभल का ही प्रतीत हो रहा है, उसका पता लगाने के लिए पुलिस की दो टीमें लगाई गई हैं। जल्द ही उसका पता लगा कर उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

मौलाना ने कहा- वो मुसलमान थे इसलिए मैं शहीद समझता हूं

पाकिस्तानी मौलाना ने युवक से कहा की इस तरह कानून हाथ में लेकर पुलिस से भिड़ना ठीक नहीं है। आप लोगों को अदालत का सहारा लेना चाहिए और मारे गए लोग मुसलमान थे, इसलिए उन्हें मैं शहीद ही समझता हूं।  

Advertisement

मोहम्मद आकिल ने संभल हिंसा का सारा दोष एक समुदाय और पुलिस के सिर मड़ दिया। मोहम्मद आकिल ने तो यहां तक कहा कि उसे न देश के कानून पर भरोसा है और न ही कोर्ट के आदेश पर हुए जामा मस्जिद के सर्वे पर उसका कोई गौर है। इस दौरान मोहम्मद आकिल पाकिस्तानी मौलवी इंजीनियर मोहम्मद अली मिर्जा से शाही जामा मस्जिद छीनने जैसी गैरकानूनी बातें करता दिख रहा था।

दूसरी बार सामने आया संभल हिंसा का पाकिस्‍तान कनेक्शन

Advertisement

आपको बता दें कि संभल हिंसा का यह दूसरा मौका है जब इसका पाकिस्तानी कनेक्शन सामने आया है। इससे पहले हिंसा के कुछ दिन बाद जामा मस्जिद के पास सर्च ऑपरेशन के दौरान पुलिस को पाकिस्तान ऑर्डिनेंस फैक्ट्री के बने कारतूस के खोखे मिले थे। इस नए खुलासे ने पुलिस और खुफिया एजेंसियों को सतर्क कर दिया है।

Published By : Ankur Shrivastava

पब्लिश्ड 17 January 2025 at 23:52 IST