अपडेटेड 19 January 2024 at 06:44 IST
कैसा है रामलला का रंग और नए मंदिर के गर्भगृह में कब होंगे विराजमान? यहां जानें
Ram Mandir: रामलला की नई मूर्ति पांच साल के बालस्वरूप में तैयार की गई है। इस मूर्ति की ऊंचाई 51 इंच है।
- भारत
- 3 min read

Ram Mandir Ayodhya: अयोध्या में बने श्रीराम मंदिर के गर्भगृह में रामलला अपने आसन पर विराजमान हो गए हैं। बुधवार (17 जनवरी) देर रात रामलला की मूर्ति को गर्भगृह में पहुंचा दिया गया था। इसके बाद आज गुरुवार को रामलला की मूर्ति को गर्भगृह में बने आसन पर रखा गया। मूर्ति को आसन पर रखने की करीब चार घंटे का समय लग गया।
रामलला पूरे श्याम रंग के हैं। उनको सिंहासन पर विराजमान कर दिया गया है। अब उनका केवल मुख ढका हुआ है। गर्भ गृह की नित्य आरती के साथ उनकी प्रथम आरती उतारी गई है। अब शुक्रवार (20 जनवरी) को रामलला की मौजूदा विग्रह को नए मंदिर के गर्भ गृह में लाया जाएगा। 20 जनवरी को नए परिसर में ले जाने की बाद वहां विधिवत पूजन होता रहेगा। इसके साथ ही भगवान राम को धनुष बाण से भी सुसज्जित किया जाएगा। बता दें कि 19 जनवरी के बाद से रामलला के दर्शन आम लोगों के लिए बंद भी हो जाएंगे।
पुरानी प्रतिमा भी गर्भगृह में होगी स्थापित
वहीं रामलला की पुरानी प्रतिमा जो सालों से टेंट में थीं और जिसकी रामभक्त पूजा करते आ रहे थे, उसे भी गर्भगृह में स्थापित किया जाएगा।इसे उत्सव मूर्ति कहा जाएगा, जबकि नई मूर्ति को अचल प्रतिमा कहलाएगी। अचल का मतलब है स्थाई। नई मूर्ति को गर्भगृह से कभी नहीं हटाया जाएगा और इसे बाहर भी नहीं निकाला जाएगा। जबकि पुरानी प्रतिमा का उपयोग सभी उत्सव में किया जा सकेगा। मूर्ति को उत्सव या परिक्रमा के दौरान बाहर निकाला जा सकेगा। श्री राम से जुड़ा कोई उत्सव होने पर पुरानी मूर्ति को बाहर निकाला जाएगा।
नई मूर्ति की खासियत
रामलला की नई मूर्ति की बात की जाए तो यह पांच साल के बालस्वरूप में तैयार की गई है। इस मूर्ति की ऊंचाई 51 इंच हैं। श्रीरामजन्मभूमि ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि तीन मूर्ति में से एक मूर्ति का चयन हुआ है। जिस मूर्ति की स्थापना होगी, वह गहरे रंग के पत्थर से बनी है। इसमें एक पांच के बच्चे की मासूमियत दिखती है। साथ ही भगवान विष्णु की दिव्यता और एक शाही बेटे की झलक भी नजर आती है। चंपत राय के अनुसार सर, मुकुट को भी बारीकी से बनाया गया है।
Advertisement
अरुण योगीराज ने बनाई है रामलला की नई मूर्ति
बता दें कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए पूजन विधि 16 जनवरी से शुरू हो गई है। यह 21 जनवरी तक चलेगी। इसके बाद 22 जनवरी को दोपहर 12.20 मिनट की शुभ घड़ी पर रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। नई मूर्ति जिसे मूर्तिकार अरुण योगीराज ने बनाया है, उसकी प्राण प्रतिष्ठा होगी।
यह भी पढ़ें: प्राण प्रतिष्ठा के लिए 'कस्तूरी' इत्र और केसर धूप...जिससे चार-पांच दिन तक महकती रहेगी पूरी अयोध्या
Advertisement
Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 18 January 2024 at 21:41 IST