अपडेटेड 15 July 2025 at 16:57 IST
रशियन, नेपाली और इंडियन कॉलगर्ल्स, 500 रु में 2 घंटे तक होटल रूम...कानपुर में पकड़ा गया 'क्यूबिकल सेक्स रैकेट'; रेट था फिक्स
पुलिस जांच में सामने आया है कि यह रैकेट पूरी तरह से एक संगठित और डिजिटल नेटवर्क की तरह काम कर रहा था, जिसमें नाबालिगों से लेकर विदेशी लड़कियों तक को शामिल किया गया था।
- भारत
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कानपुर के कल्याणपुर इलाके में संचालित एक हाई-प्रोफाइल सेक्स रैकेट का पर्दाफाश हुआ है, जिसने शहर में फैलते इस काले कारोबार की गहराई और जटिलता को उजागर कर दिया है। पुलिस जांच में सामने आया है कि यह रैकेट पूरी तरह से एक संगठित और डिजिटल नेटवर्क की तरह काम कर रहा था, जिसमें नाबालिगों से लेकर विदेशी लड़कियों तक को शामिल किया गया था। न्यू अशोक नगर स्थित गूबा गार्डन के एक घर से चल रहे इस रैकेट के मुख्य संचालक शुभम पटेल उर्फ उर्विन और उसका साथी आशीष पाल उर्फ सुनील थे। पुलिस ने इन दोनों को शनिवार को गिरफ्तार किया। उनके साथ ही एक नाबालिग समेत दो सेक्स वर्कर्स और सात कस्टमर्स को भी हिरासत में लिया गया, जिनमें दो नाबालिग ग्राहक भी शामिल थे।
जांच में सामने आया कि गैंग के संपर्क में 150 से अधिक कॉलगर्ल्स थीं, जिनमें नाबालिग, किशोरियों से लेकर 50 वर्ष तक की महिलाएं शामिल थीं। हैरानी की बात यह है कि नेपाल और रूस जैसे देशों की भी लड़कियों से संपर्क था, जो ग्राहक की डिमांड पर उपलब्ध कराई जाती थीं। एसीपी पनकी शिखर की जांच में यह खुलासा हुआ कि रैकेट पूरी तरह से ऑनलाइन मोड में काम करता था। शुभम और आशीष ने अलग-अलग व्हाट्सएप ग्रुप बना रखे थे, जहां ग्राहक कॉलगर्ल्स की तस्वीरें देखकर अपनी पसंद जाहिर करते थे। फिर ग्राहक से ऑनलाइन पेमेंट लेकर उन्हें उनके ठिकाने पर 'होम डिलीवरी' के तौर पर लड़की भेज दी जाती थी।
होटलों में पहले से बुक होते थे छोटे रूम
यह धंधा न सिर्फ उनके घर से बल्कि शहर के कई होटलों में भी संचालित होता था, जिनके साथ बाकायदा कमीशन पर साठगांठ थी। पुलिस ने दोनों आरोपियों के मोबाइल डेटा और बैंक अकाउंट की जांच शुरू कर दी है। आधा दर्जन से ज्यादा खातों के जरिए यह रैकेट फंडिंग और पेमेंट लेनदेन करता था। कॉल डिटेल्स और चैट हिस्ट्री से पुलिस को शहर में फैले इस सिंडीकेट के अन्य सदस्यों तक पहुंचने में मदद मिल रही है।
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होटलों की संलिप्तता, 500 रुपए में 2 घंटे के लिए देते थे कमरे
एडीसीपी वेस्ट कपिल देव सिंह के मुताबिक, इस रैकेट से शहर के करीब दर्जन भर छोटे-बड़े होटल जुड़े हुए हैं, जो कमीशन के आधार पर रूम उपलब्ध कराते थे। पुलिस जल्द ही इन होटलों के संचालकों से पूछताछ करने वाली है। इस देह व्यापार नेटवर्क की सबसे चौंकाने वाली बात ये थी कि अगर ग्राहक के पास प्राइवेट जगह नहीं हो, तो गिरोह खुद छोटे-छोटे कमरे—जिसे ‘क्यूबिकल’ कहा जाता था-मात्र 500 रुपए में दो घंटे के लिए किराए पर देता था।
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ये क्यूबिकल्स एक मकान के तहखाने में विशेष रूप से बनाए गए थे। पुलिस ने जब वहां छापा मारा, तो एक के बाद एक रूम की कतारें मिलीं, जिन्हें देह व्यापार के लिए पूरी तरह अनुकूल बनाया गया था। इस पूरे मामले में जांच अधिकारियों का कहना है कि उन्हें कई अहम सबूत हाथ लगे हैं, और जल्द ही इस गिरोह के अन्य सदस्य और शहर में फैले अन्य सेक्स रैकेट का भी पर्दाफाश किया जाएगा।
Published By : Ankur Shrivastava
पब्लिश्ड 15 July 2025 at 16:57 IST