अपडेटेड 30 November 2024 at 21:07 IST
'AI की पढ़ाई के बजाए ASI की खुदाई...', बदायूं जामा मस्जिद-नीलकंठ महादेव मंदिर विवाद पर बिफरे ओवैसी
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि बदायूं उत्तर प्रदेश की जामा मस्जिद को भी निशाना बनाया गया है । अदालत में 2002 में केस किया गया था और उसकी अगली सुनवाई 3 दिसंबर को होगी
- भारत
- 2 min read

Badaun Jama Masjid Controversy: उत्तर प्रदेश के बदायूं की जामा मस्जिद मामले पर 3 दिसंबर को सुनवाई होगी। हिंदू महासभा ने साल 2022 में बदायूं की जामा मस्जिद (Jama Masjid) में नीलकंठ महादेव मंदिर (Neelkanth Mahadev Temple) के होने का दावा करते हुए केस दायर किया था। मामले की सुनवाई सिविल जज सीनियर डिवीजन फास्ट ट्रैक कोर्ट में चल रही है। शनिवार (30-11-2024) को जामा मस्जिद की इंतियामिया कमेटी की ओर से पक्ष रखा गया लेकिन बहस पूरी नहीं हो सकती जिसके चलते कोर्ट ने 3 दिसंबर को अगली तारीख दी है।
बदायूं की जामा मस्जिद पर 3 दिसंबर को सुनवाई होनी है, उससे पहले ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने कहा कि बदायूं उत्तर प्रदेश की जामा मस्जिद को भी निशाना बनाया गया है । अदालत में 2002 में केस किया गया था और उसकी अगली सुनवाई 3 दिसंबर को होगी।
AI की पढ़ाई के बजाए ASI की खुदाई में व्यस्त किया जा रहा है- ओवैसी
ओवैसी ने कहा कि ASI (जो भारत सरकार के तहत काम करती है) और उत्तर प्रदेश सरकार भी केस में पार्टी हैं। दोनों सरकारों को 1991 एक्ट के अनुसार अपनी बात रखनी होगी। शर पसंद हिंदुत्ववादी तंजीमें किसी भी हद्द तक जा सकते हैं, उन पर रोक लगाना भारत के अमन और इत्तिहाद के लिए बहुत जरूरी है। आने वाली नस्लों को “AI” की पढ़ाई के बजाए “ASI” की खुदाई में व्यस्त कर दिया जा रहा है।
Advertisement
बदायूं की जामा मस्जिद में नीलकंठ महादेव मंदिर का दावा
बदायूं की जामा मस्जिद में नीलकंठ महादेव मंदिर का दावा करने वाली हिंदू महासभा ने कोर्ट से मंदिर के अंदर पूजा की इजाजत मांगी है। ये मामला सुनवाई योग्य है या नहीं अभी इस पर कोर्ट में बहस चल रही है। सरकारी वकील अपनी दलील पूरी कर चुके हैं वहीं मस्जिद कमेटी की ओर से बहस अभी पूरी नहीं हुई है। मामले पर 3 दिसंबर को सुनवाई होगी।
Advertisement
Published By : Deepak Gupta
पब्लिश्ड 30 November 2024 at 20:59 IST