अपडेटेड 13 March 2024 at 17:55 IST
'बरेली दंगे का मास्टरमाइंड तौकीर रजा हाजिर हो', वारंट के बाद पुलिस ने अरेस्ट के लिए कर ली फुल तैयारी
Maulana Tauqeer Raza : कोर्ट ने सख्ती दिखाते हुए पुलिस को सख्त निर्देश दिया है कि 19 मार्च को तौकीर रजा को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जाए।
- भारत
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Maulana Tauqeer Raza : बरेली दंगे के मास्टर माइंड मौलाना तौकीर रजा की मुश्किल बढ़ती जा रही है। तौकीर रजा के खिलाफ एक बार फिर एनबीडब्ल्यू (गैर जमानती वारंट) जारी हुआ। एसएसपी घुले सुशील चंद्रभान को कोर्ट ने तौकीर रजा को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए हैं। कोर्ट ने डीएम को कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए भी निर्देश दिए हैं।
कोर्ट ने अपनी टिप्पणी में पुलिस प्रशासन को फटकार लगाई है। कोर्ट ने कहा कि 'क्या तौकीर रजा बहुत प्रभावशाली व्यक्ति, इसलिए बार-बार एनबीडब्ल्यू जारी होने के बावजूद पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पा रही है। भारत में आम आदमी के लिए कानून अलग और प्रभावी व्यक्ति के लिए अलग कानून नहीं है।' मौलाना तौकीर साल 2010 में हुए दंगों का मास्टरमाइंड है।
19 मार्च तक करें पेश
कोर्ट ने सख्ती दिखाते हुए पुलिस को सख्त निर्देश दिया है कि 19 मार्च को तौकीर रजा को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जाए। तौकीर रजा के खिलाफ एडीजे प्रथम फास्ट ट्रैक रवि कुमार दिवाकर ने फिर से एनबीडब्ल्यू जारी किया है। कोर्ट ने 2010 दंगे में तौकीर रजा को मास्टरमाइंड माना है, जो गिरफ्तारी से बचने के लिए फरार चल रहा है।
समन मिलते ही फरार हुआ मौलाना
इससे पहले कोर्ट ने आदेश की कॉपी आईजी रेंज बरेली डॉ. राकेश सिंह को भी भेजी थी। कोर्ट का आदेश के आने के बाद ही मौलाना तौकीर रजा अंडर ग्राउंड हो गया था। जब पुलिस की टीम मौलाना के घर उसकी गिरफ्तारी के लिए गई, तो उसके घर पर ताला लटका मिला। इतना ही नहीं उसके परिजन भी घर छोड़कर फरार हो गए थे।
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सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी पर उठे सवाल
मौलाना तौकीर रजा को पुलिस सुरक्षा मिली हुई थी। यहां सबसे बड़ा सवाल ये उठता है कि आखिर पुलिस की सुरक्षा में रहने वाला मौलाना कैसे फरार हो गया? पुलिस मौलाना को सम्मन मिलने के बाद भी क्यों कोर्ट में पेश नहीं कर पाई? मौलाना पिछले कुछ दिनों से लगातार देश के प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और न्यायपालिका को लेकर लगातार जहर उगल रहा था। अब कोर्ट ने जब इन सभी मामलों को स्वतः संज्ञान में लेकर मौलाना को समन भेजा तो मौलाना घर छोड़कर फरार हो गया।
बरेली में दंगा का मास्टरमाइंड है मौलाना
साल 2010 में बरेली में जुलूस-ए-मोहम्मदी का कार्यक्रम चल रहा था, इसी दौरान दो समुदायों को लेकर हिंसा भड़क गई थी। शहर के कुतुबखाना चौराहे के पास सब्जी मंडी की करीब 20 से ज्यादा दुकानों को दंगाइयों ने आग के हवाले कर दिया था। देखते ही देखते मामला इतना बढ़ गया कि जिले के स्कूलों को भी बंद करना पड़ा था और उपद्रवी इलाकों में हेलिकॉप्टर से निगरानी की जा रही थी। कई दिनों तक कर्फ्यू लगा रहा पूरे इलाके में सांप्रदायिक सौहार्द खतरे में पड़ गया था। कोर्ट ने इस पूरे मामले में आईएमसी अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा को दंगे का मास्टरमाइंड माना है।
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Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 13 March 2024 at 17:55 IST