अपडेटेड 28 June 2025 at 17:41 IST
Kanwar Yatra: नोएडा में कांवड़ यात्रा के लिए कड़ी सुरक्षा, 9 रूट पर पुलिस तैनात; शराब और मांस की दुकानें रहेंगी बंद
नोएडा में कांवड़ यात्रा की सुरक्षा के लिए 13 सेक्टरों में पुलिस तैनाती की गई है। साथ ही CCTV निगरानी भी की जाएगी और PAC-पैरामिलिट्री बलों के साथ कड़ी सुरक्षा के इंतजाम होंगे।
- भारत
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Kanwar Routes in Noida: कांवड़ यात्रा को लेकर नोएडा में सुरक्षा के कड़े इंतजाम कर दिए गए हैं। डीसीपी यमुना प्रसाद के नेतृत्व में इस बार यात्रा के रास्तों और आयोजनों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस की खास टीमों को तैनात किया गया है। यात्रा के दौरान 70 प्रमुख मंदिरों में जलाभिषेक करने के लिए पुलिस बल तैनात किया जाएगा और 13 सेक्टरों में सुरक्षा की व्यवस्था की जाएगी।
इस साल नोएडा में कुल 9 कांवड़ रूट निर्धारित किए गए हैं। इन रास्तों पर खास ध्यान दिया जाएगा और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए 10 QRT (Quick Response Teams) टीमों को सक्रिय किया जाएगा। इसके अलावा, CCTV निगरानी भी पूरे क्षेत्र में की जाएगी ताकि किसी भी असामान्य गतिविधि पर तुरंत प्रतिक्रिया दी जा सके।
कांवड़ रूट पर बंद रहेंगी शराब और मांस की दुकानें
PAC (Provincial Armed Constabulary) और पैरामिलिट्री बलों की तैनाती भी की जाएगी ताकि किसी भी परिस्थिति में कानून और व्यवस्था बनाए रखा जा सके। शराब और मांस की दुकानें कांवड़ यात्रा के दौरान पूरी तरह से बंद रहेंगी, ताकि यात्रा के दौरान कोई भी अप्रिय घटना न घटे।
शिवरात्रि पर्व की तैयारी
23 जुलाई को शिवरात्रि पर्व मनाया जाएगा, जिसमें कांवड़ यात्रा मुख्य भूमिका निभाती है, बड़ी धूमधाम से त्यौहार को मनाया जाएगा। इस दिन श्रद्धालु बड़े संख्या में शिवलिंगों पर जलाभिषेक करने के लिए पहुंचेंगे। इस पर्व को लेकर पुलिस और प्रशासन की ओर से पीस कमेटी की बैठक भी आयोजित की जा चुकी है। बैठक में सभी धार्मिक संस्थाओं और समाज के प्रमुखों को शांति और व्यवस्था बनाए रखने के लिए दिशानिर्देश दिए गए हैं।
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सामूहिक व्यवस्था पर जोर
डीसीपी यमुना प्रसाद ने कहा- 'हमने कांवड़ यात्रा को लेकर सभी स्तरों पर पीस कमेटी की बैठकें की हैं। हम चाहते हैं कि हर कोई नियमों का पालन करे और यात्रा के दौरान कोई अव्यवस्था न हो।'
11 जुलाई से शुरू होने वाली कांवड़ यात्रा का समापन 23 जुलाई को सावन शिवरात्रि के दिन होगा। कांवड़ यात्रियों के लिए जलाभिषेक का यह सावन का सबसे उत्तम और अंतिम दिन माना जाता है। जिसमें पूरे जिले में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की जाएगी। इस दौरान श्रद्धालु शिव मंदिरों में जल चढ़ाने के लिए यात्रा करेंगे।
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Published By : Nidhi Mudgill
पब्लिश्ड 28 June 2025 at 17:41 IST