अपडेटेड 30 March 2024 at 11:24 IST

मुख्तार अंसारी हुआ सुपुर्द ए खाक, मिट्टी से पहले छोटे बेटे ने आखिरी बार दी पिता की मूछों को ताव

माफिया से नेता बने पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी के शव को मोहम्मदाबाद के कालीबाग कब्रिस्तान में दफना दिया गया।

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मुख्तार अंसारी हुआ सुपुर्द ए खाक, मिट्टी से पहले छोटे बेटे ने आखिरी बार दी पिता की मूछों को ताव
मुख्तार अंसारी हुआ सुपुर्द ए खाक, मिट्टी से पहले छोटे बेटे ने आखिरी बार दी पिता की मूछों को ताव | Image: PTI

Mukhtar Ansari Funeral: माफिया से नेता बने पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी के शव को  मोहम्मदाबाद के कालीबाग कब्रिस्तान में दफना दिया गया। इस दौरान कब्रिस्‍तान के बाहर हजारों की भीड़ मौजूद थी। पिता की क‍ब्र पर मिट्टी देने से पहले बेट उमर अंसारी ने आखिरी बार मुख्‍तार की मूछों पर ताव दिया और फिर परिवार के लोगों ने उसे अंतिम विदाई दी।

पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि मुख्‍तार के पैतृक आवास से सुबह के समय जनाजा निकला गया जिसमें उनके सांसद भाई अफजाल अंसारी, पुत्र उमर अंसारी और भतीजे विधायक सुहेब अंसारी समेत परिवार के सदस्य तथा समर्थक शामिल रहे। मुख्‍तार के बड़े भाई एवं पूर्व विधायक सिगबतुल्लाह अंसारी भी जनाजे में शामिल हुए। इस बीच भीड़ ने नारे भी लगाये। अफजाल अंसारी ने कब्रिस्‍तान पहुंचकर लोगों को समझाया कि भीड़ एकत्र न करें और शांति बनाये रखने की अपील की। बाद में सिगबतुल्लाह भी वहां पहुंचे।

जनाजे की नामज के बाद दफन हुआ मुख्तार

जनाजे की नमाज के बाद कालीबाग कब्रिस्तान में मुख्तार अंसारी का शव दफनाया गया। इससे पहले, मुख्तार के पैतृक आवास के निकट मैदान भी नमाज पढ़ी गई।
इससे पहले पुलिस बल और सुरक्षा एजेंसियां यहां लगातार स्थिति पर नजर रख रही थी। अंसारी के आवास से करीब आधा किलोमीटर दूर कालीबाग कब्रिस्तान तक सुरक्षा घेरा बढ़ा दिया गया था।

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चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात

पुलिस, पीएसी (प्रादेशिक आर्म्ड कांस्टेबुलरी) और अर्धसैनिक बलों के जवान चप्‍पे-चप्‍पे पर तैनात हैं। भीड़ बढ़ती देखकर बाद में सुरक्षाबल के और भी जवान तैनात किए गये। पुलिस मुख्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गये हैं। पुलिस ने जांच के बाद ही कब्रिस्तान में लोगों को जाने दिया।

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कालीबाग में ही अंसारी परिवार के लोगों को दफनाया जाता है

एक स्‍थानीय नागरिक ने बताया कि कालीबाग में ही अंसारी परिवार के लोगों को दफनाया जाता रहा है और मुख्तार के शव को दफनाने के लिए उनके माता-पिता की कब्र के पास गड्ढा खोदा गया है। मुख्तार अंसारी को बृहस्पतिवार को तबीयत बिगड़ने के बाद बांदा जिला जेल से रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज ले जाया गया था, जहां दिल का दौरा पड़ने से उसकी मौत हो गई थी। मुख्तार के परिजनों ने अंसारी को जेल में धीमा जहर देने का आरोप लगाया था। हालांकि, अस्पताल के सूत्रों के अनुसार अंसारी के पोस्टमार्टम से इस बात की पुष्टि हुई है कि उसकी मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई।

Published By : Ankur Shrivastava

पब्लिश्ड 30 March 2024 at 11:24 IST