अपडेटेड 9 September 2024 at 11:34 IST
BREAKING: 9 दिन बाद मिला गंगा में डूबे डिप्टी डायरेक्टर का शव, गोताखोर ने की थी 10 हजार रुपए की जिद
कानपुर गंगा नदी में नहाते समय हादसे में अपनी जान गंवाने वाले स्वास्थ्य विभाग के डिप्टी डायरेक्टर आदित्य वर्द्धन सिंह का शव गंगा बैराज में मिल गया है।
- भारत
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Kanpur Missing Dead Body of Deputy Director Found: IAS अनुपम सिंह के चचेरे भाई स्वास्थ्य विभाग के डिप्टी डायरेक्टर (Deputy Director of Health Department) आदित्य वर्द्धन सिंह (Aditya Vardhan Singh) की 31 अगस्त को गंगा नदी में नहाते समय डूब जाने से मौत हो गई थी और उनका शव भी नहीं मिला था। हादसे के 9 दिनों के बाद सोमवार (9 सितंबर) को उनका शव गंगा बैराज कानपुर में मिल गया। उनकी पहचान भी हो गई है और शव को पोस्टमार्टम के लिए नवाबगंज थाने में भेज दिया गया है। पोस्टमार्टम के बाद उनके शव को उनके पैतृक आवास पर लाया जाएगा जहां नानामऊ घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
इसके पहले 31 अगस्त को कानपुर में स्वास्थ्य विभाग के डिप्टी डायरेक्टर आदित्य वर्द्धन सिंह की गंगा नदी में डूबने से मौत हो गई। डिप्टी डायरेक्टर गंगा में डूबते रहे और गोताखोर 10 हजार रुपयों की जिद पर अड़ा रहा। आखिरकार जब उसने एक दुकानदार के खाते में ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर करवा लिए तब उन्हें बचाने के लिए गंगा में उतरा लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। इसके बाद काफी देर तक तलाशने के बाद भी उनका शव नहीं मिला। घाट पर मौजूद गोताखोरों की इस ढीठता को लेकर लोगों ने सवाल भी उठाए।
जब इतनी बड़ी शख्सियत के साथ ये सलूक तो आम आदमी के साथ तो …
ये मामला तब है जब डूबने वाला शख्स खुद स्वास्थ्य विभाग का डिप्टी डायरेक्टर और उसकी पत्नी जज और भाई आईएएस था अगर आम आदमी के साथ ऐसी दुर्घटना हो जाए तो क्या होगा? जब आदित्यवर्द्धन गंगा में डूब रहे थे तब गोताखोरों ने 10 रुपयों की जिद पकड़ ली थी। गोताखोरों ने तब तक मदद नहीं की जब तक कि उनके खाते में 10 हजार रुपए ट्रांसफर नहीं हो गए। हालांकि तब तक देर हो चुकी थी।
पत्नी जज और भाई IAS
ये घटना कानपुर में गंगा नदी के नाना मऊ घाट की है जहां पर 31 अगस्त को उन्नाव के निवासी स्वास्थ्य विभाग के डिप्टी डायरेक्टर आदित्य वर्धन सिंह अपने दोस्त के साथ गंगा नहाने के लिए नाना मऊ घाट पहुंचे थे। आदित्य वर्द्धन की पत्नी शैलजा मिश्रा महाराष्ट्र में जज हैं और उनके चचेरे भाई आईएएस हैं जो बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सचिव हैं। घाट पर उनके साध मौजूद उनके दोस्त ने बताया कि जब वो नहा रहे थे तब उन्होंने अपने दोस्त से फोटो लेने को कहा और इसी दौरान उनका पैर नदी के भीतर एक गड्ढे में चला गया और गहराई में जाने की वजह से वो डूबने लगे।
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गोताखोर ने सही समय पर छलांग लगाई होती तो बच जाते अधिकारी
जब स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी डूबने लगे तो उनके दोस्तों ने तुरंत पास में खड़े गोताखोरों से उन्हें बचाने के लिए मदद मांगी, लेकिन गोताखोरों उनसे पैसों की डिमांड की और कहा पहले 10 हजार रुपये कैश दो फिर हम मदद करेंगे। डिप्टी डायरेक्टर के दोस्त ने कहा कि हमारे पास अभी दस हजार रुपये नहीं हैं तो इस पर गोताखोर ने कहा कि ऑनलाइन उसके खाते में ट्रांसफर करो और वहीं पर एक शैलेष कश्यप नाम के दुकानदार के अकाउंट में पैसे ट्रांसफर कर दिए तब वो डिप्टी डायरेक्टर को बचाने के लिए नदी में कूदे। हालांकि तब तक काफी देर हो चुकी थी और डिप्टी डायरेक्टर डूब कर अपनी जान गवां चुके थे।
Published By : Ravindra Singh
पब्लिश्ड 9 September 2024 at 10:49 IST