अपडेटेड 5 March 2025 at 13:10 IST

BIG BREAKING: बसपा में एक और 'कांड', भतीजे के बाद भाई आनंद कुमार को मायावती ने नेशनल कोऑर्डिनेटर पद से हटाया

बसपा में एक और 'कांड', भतीजे के बाद भाई आनंद कुमार को मायावती ने नेशनल कोऑर्डिनेटर पद से हटाया

Follow : Google News Icon  
Mayawati BSP
बसपा प्रमुख मायावती | Image: ANI

बहुजन समाज पार्टी में उठापटक का दौर जारी है। बसपा प्रमुख मायावती एक के बाद एक बड़े फैसले ले रही हैं। इस बीच बुधवार को मायावती ने रणधीर बेनीवाल को अपने भाई आनंद कुमार की जगह पार्टी का नेशनल कोआर्डिनेटर बनाया है। मायावती ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा कि काफी लम्बे समय से निस्वार्थ सेवा व समर्पण के साथ कार्यरत बीएसपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आनंद कुमार, जिन्हें अभी हाल ही में नेशनल कोआर्डिनेटर भी बनाया गया था, उन्होंने पार्टी व मूवमेन्ट के हित के मद्देनज़र एक पद पर रहकर कार्य करने की इच्छा व्यक्त की है, जिसका स्वागत है।

बसपा प्रमुख ने लिखा कि ऐसे में आनन्द कुमार पहले की ही तरह बीएसपी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद पर रहते हुए सीधे मेरे दिशा-निर्देशन में पूर्ववत अपनी ज़िम्मेदारियों को निभाते रहेंगे। और अब उनकी जगह यूपी के ज़िला सहारनपुर निवासी रणधीर बेनीवाल को नेशनल कोआर्डिनेटर की नई ज़िम्मेदारी दी गयी है। बकौल मायावती,  "इस प्रकार, अब श्री रामजी गौतम, राज्यसभा सासंद व श्री रणधीर बेनीवाल ये दोनों बीएसपी नेशनल कोआर्डिनेटर के रूप में सीधे तौर पर मेरे दिशा-निर्देशन में देश के विभिन्न राज्यों की जिम्मेदारियों को संभालेंगे। पार्टी को उम्मीद है कि ये लोग पूरी ईमानदारी व निष्ठा के साथ कार्य करेंगे।"

बता दें कि मायावती ने एक दिन पहले ही अपने भतीजे आकाश आनंद को पार्टी से निकाल दिया था। इसके पहले रविवार को उन्होंने आकाश आनंद को पार्टी के सभी पदों से हटा दिया था। इसके बाद आकाश ने सोमवार को उनके फैसले पर प्रतिक्रिया दी थी। इससे नाराज होकर मायावती ने उन्हें बसपा से निष्कासित करने का फैसला लिया।

कौन है रणधी बेलीवाल

Advertisement

रणधीर सिंह बेनीवाल सहारनपुर के रहने वाले हैं, बेनीवाल जाट समुदाय से ताल्लुक रखते हैं।  रणधीर बेनीवाल का राजनीतिक सफर बसपा के साथ लंबे समय से जुड़ा रहा है, जहां उन्होंने संगठनात्मक स्तर पर महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। रणधीर बेनीवाल को पार्टी में सक्रियता और समर्पण के लिए जाना जाता है। वे उत्तर प्रदेश में बसपा के लिए जमीनी स्तर पर काम करते रहे हैं और खासकर जाट बहुल क्षेत्रों में सक्रिय रहे हैं। 

इसे भी पढ़ें- अबू आजमी महाराष्‍ट्र विधानसभा से किए गए सस्‍पेंड, शिवाजी का अपमान कर औरंगजेब को बताया था महान शासक
 

Advertisement

Published By : Ankur Shrivastava

पब्लिश्ड 5 March 2025 at 12:37 IST