अपडेटेड 21 November 2024 at 12:02 IST
बैच 1979, कैडर मणिपुर...गाजियाबाद में फर्जी IPS, कमिश्नर पर गांठा रौब; बस एक डिमांड ने खोल दी पोल
डीसीपी ट्रांस हिंडन के पीआरओ नीरज राठौर ने दर्ज कराई रिपोर्ट में कहा है कि 14 नवंबर की शाम 4.39 बजे उनके सीयूजी नंबर पर एक कॉल आई।
- भारत
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हैलो अजय! आई एम अनिल कटियाल, रिटायर्ड आईपीएस बैच 1979, मणिपुर कैडर। रिटायर्ड फ्रॉम आईबी। वर्तमान में गृह मंत्रालय में बतौर सलाहकार के रूप में कार्यरत हूं। ये कहना था एक बुजुर्ग का जो गाजियाबाद पुलिस कमिश्नर अजय कुमार मिश्र से मिलने आया। उसने कमिश्नर साहब की खूब तारीफ की। इस बीच उसकी एक डिमांड ने पोल खोल दी और पता चला कि वो फर्जी आईपीएस अधिकारी है। वो इंदिरापुरम थाने में दर्ज एक केस के आरोपी की पैरवी करने के लिए पुलिस आयुक्त पर रौब झाड़ने आया था।
पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया है जबकि उसका एक साथ अभी फरार है। पुलिस ने इस संबंध में साहिबाबाद कोतवाली में केस दर्ज किया है। छानबीन में पता चला है कि अनिल एक टेलीकॉम कंपनी में नॉर्थ इंडिया के हेड थे। पुलिस कमिश्नर अजय कुमार मिश्र का कहना है कि साहिबाबाद थाने में रिपोर्ट दर्ज की गई है। जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।
क्या है पूरा मामला
डीसीपी ट्रांस हिंडन के पीआरओ नीरज राठौर ने दर्ज कराई रिपोर्ट में कहा है कि 14 नवंबर की शाम 4.39 बजे उनके सीयूजी नंबर पर एक कॉल आई। कॉलर ने अपना परिचय वर्ष 1979 बैच के रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी अनिल कटियाल के रूप में दिया। साथ ही बताया कि वह मणिपुर कैडर के डीजी रैंक के अधिकारी रहे हैं। उन्होंने आईबी में अपनी सेवाएं दी हैं। वर्तमान में वह एमएचए में सुरक्षा सलाहकार के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
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अनिल कटियाल ने इंदिरापुरम थाने में दर्ज एक धोखाधड़ी के केस के आरोपी विनोद कपूर की पैरवी करते हुए जांच अधिकारी प्रमोद हुड्डा पर विवेचना में अनियमितता बरतने का आरोप लगाया। अनिल कटियाल ने इंदिरापुरम पुलिस पर विनोद कपूर को एक अक्तूबर को हरियाणा से अवैध रूप से हिरासत में लेने का आरोप लगाते हुए इंदिरापुरम पुलिस के खिलाफ केस दर्ज कराकर आजीवन कारावास की सजा कराने की धमकी दी।
पीआरओ के मुताबिक केस के संबंध जानकारी करने पर पता चला कि इंदिरापुरम पुलिस ने आरोपी द्वारा सही जानकारी न देने और सहयोग न करने पर कार्रवाई की थी। आरोपी विनोद कपूर ने भी अपने रसूख का रौब झाड़ते हुए पुलिस पर केस दर्ज कराने की धमकी दी थी।
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1 घंटे तक पुलिस कमिश्नर को भी नहीं लगी भनक
अनिल कटियाल मंगलवार को विनोद कपूर को साथ लेकर पुलिस आयुक्त अजय कुमार मिश्र से मिलने जा पहुंचा। उच्च पदों पर कार्यरत रहने का हवाला देने पर पुलिस आयुक्त अजय कुमार मिश्र ने अनिल कटियाल को प्रोटोकॉल दिया। करीब एक घंटे की मुलाकात के दौरान अनिल कटियाल ने सीपी को अपने फर्जीवाड़े की भनक तक नहीं लगने दी।
फोटो खिंचवाने की डिमांड ने खोल दी पोल
अनिल कटियाल ने बातचीत के दौरान पुलिस आयुक्त को कई बार बेटा कहकर संबोधित किया। जाते समय उसने पुलिस आयुक्त के साथ फोटो खिंचवाने की पेशकश की तो पुलिस आयुक्त को शक हुआ। फोटो खिंचवाने के बाद अनिल कटियाल चला गया तो पुलिस आयुक्त ने उसकी कुंडली खंगाली, जिससे पता चला कि मणिपुर कैडर में इस नाम का कोई आईपीएस अधिकारी तैनात नहीं रहा था।
Published By : Ankur Shrivastava
पब्लिश्ड 21 November 2024 at 12:02 IST