अपडेटेड 31 December 2025 at 08:14 IST
UP: बुरे फंसे बाहुबली पूर्व सांसद धनंजय सिंह, गंभीर धाराओं में FIR दर्ज, साथ देने वाला इंस्पेक्टर भी लाइन हाजिर; जानें पूरा मामला
लखनऊ में पूर्व सांसद धनंजय सिंह के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। पूर्व सांसद समेत 10 अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। जानें क्या है पूरा मामला
- भारत
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लखनऊ में पूर्व सांसद धनंजय सिंह के खिलाफ FIR दर्ज होने सियासी गलियारों में हलचल मच गई है। पुलिस ने जमीन पर कब्जे के मामले में धनंजय सिंह समेत 10 अन्य लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, धनंजय सिंह के साथ ब्लॉक प्रमुख के पति विनय सिंह का नाम भी FIR में शामिल है। वहीं, इनका साथ देने वाले इंस्पेक्टर को भी लाइन हाजिर किया गया है। आईए जानते हैं पूरा मामला क्या है?
अहिमामऊ स्थित स्वास्तिका सोसाइटी में सड़क कब्जे के मामले में सुशांत गोल्फ सिटी थाने में पूर्व सांसद और बाहुबली धनंजय सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। उनके साथ ब्लाक प्रमुख के पति विनय सिंह, सरकारी गनर समेत दस लोगों पर भी अलग-अलग 11 धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। हैरानी की बात यह है कि इस मामले में इंस्पेक्टर उपेंद्र सिंह की कथित मनमानी भी सामने आई है, जिन्हें पुलिस कमिश्नर ने कार्रवाई करने के मंत्री के निर्देश को नजर अंदाज करने के आरोप में लाइन हाजिर कर दिया है।
स्वस्तिका सोसाइटी में जमीन कब्जा का आरोप
जानकारी के मुताबिक, ब्लॉक प्रमुख मांडवी सिंह के पति विनय सिंह ने कथित तौर पर स्वस्तिका सोसाइटी में 20 फुट चौड़ी सड़क पर कब्ज़ा करने की कोशिश की, जिसका इस्तेमाल पिछले 20 सालों से कॉलोनी के मुख्य रास्ते के तौर पर किया जा रहा है। 29 दिसंबर को, विनय सिंह अपने सरकारी गनर विपुल यादव, पर्सनल राइफलमैन सौरभ सिंह और 10 हथियारबंद लोगों के साथ मिलकर ईंट की दीवार बनाकर सड़क को ब्लॉक करने लगे।
जब निवासियों ने सड़क को ब्लॉक करते हुए दीवार बनते देखा, तो उन्होंने विनय सिंह और उनके साथियों का सामना किया और मौके पर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। दावा किया जा रहा है कि विरोध करने वाले निवासियों को कथित तौर पर जान से मारने की धमकी दी गई।
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कौशल तिवारी ने दर्ज कराई शिकायत
मामले के शिकायतकर्ता कौशल तिवारी ने आरोप लगाया कि विनय सिंह, जो खुद को पूर्व सांसद धनंजय सिंह का रिश्तेदार बता रहा था, ने उन्हें अपने मोबाइल फोन पर पूर्व सांसद से बात करवाकर धमकाया। घटना का एक वीडियो वायरल हो गया है, और निवासियों का आरोप है कि पुलिस ने शुरू में दबाव में आकर कार्रवाई करने से मना कर दिया था।
पुलिस अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई
स्थानीय स्टेशन हाउस ऑफिसर (SHO) इंस्पेक्टर उपेंद्र सिंह, जिन्होंने कथित तौर पर जमीन कब्जे में विनय सिंह की मदद की थी, को पुलिस कमिश्नर ने लाइन हाजिर कर दिया है। प्रभारी मंत्री ने इस मामले में कार्रवाई करने के लिए फोन किया था, लेकिन पुलिस अधिकारी ने उनके अनुरोध को नजर अंदाज कर दिया और एकतरफा तरीके से शिकायतकर्ता के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया।
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कप सिरप मामले से चर्चा में सोसाइटी
अब जांच ACP गोसाईगंज को सौंपी गई है। मामले में लोकल चौकी इंचार्ज की भूमिका की भीजांच की जा रही है। अगर वह दोषी पाया जाता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि स्वास्तिका सोसाइटी कफ सिरप मामले की वजह से चर्चा में है और बर्खास्त STF कांस्टेबल आलोक सिंह पर नशीले कफ सिरप की तस्करी का मास्टरमाइंड होने का आरोप है। इसी सोसाइटी में आलोक सिंह की दस हजार स्क्वॉयर फीट की कोठी है। वहीं, धनंजय सिंह की हवेली आलोक सिंह के घर के सामने है।
Published By : Rupam Kumari
पब्लिश्ड 31 December 2025 at 07:36 IST