अपडेटेड 15 June 2024 at 11:26 IST

'मन लगाकर पढ़ना' कुवैत अग्निकांड में मारे गए गोरखपुर के अंगद गुप्ता की आखिरी कॉल, मौत से टूटा परिवार

Gorakhpur: अंगद 9 साल पहले कुवैत गए थे और वहां पर एक प्राइवेट कंपनी में कैशियर का काम कर रहे थे।

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Kuwait Fire Tragedy
कुवैत अग्निकांड | Image: PTI

Kuwait Fire Tragedy: कुवैत अग्निकांड में मारे गए 45 भारतीयों के शव भारत लाने के बाद उनके परिवारों को सौंपा जा रहा है। अपनों को खोने वाले हर परिवार टूट गया है। उनके घरों में मातम पसरा है। इस अग्निकांड में केरल, तमिलनाडु समेत उत्तर भारत के कई लोगों ने अपनी जान गवाई।

मृतकों में उत्तर प्रदेश  के रहने वाले तीन लोग भी शामल हैं। गोरखपुर के अंगद गुप्ता की मौत भी इस दर्दनाक हादे में हो गई। अंगद की मौत से उनका परिवार टूटकर बिखर गया है। परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है।

9 साल पहले गए थे कुवैत

बताया जा रहा है कि अंगद गुप्ता गोरखनाथ थाना क्षेत्र के जटेपुर उत्तरी के रहने थे। वह 9 साल पहले कुवैत गए थे और वहां पर एक प्राइवेट कंपनी में कैशियर का काम कर रहे थे। बुधवार (12 जून) को कुवैत के  मंगाफ शहर की बहुमंजिला इमारत में लगी आग की चपेट में वह भी आ गए और अंगद की मौत हो गई।

आखिरी बार बच्चों से कही थी ये बात

हादसे से एक दिन पहले मंगलवार को अंगद गुप्ता ने अपने परिवारवालों से बात की। इस दौरान स उन्होंने सबका हाल-चाल जाना और बच्चों से कहा था कि वह अपनी पढ़ाई-लिखाई में मन लगाएं। अंगद के परिवार में उनकी पत्नी रीता देवी के साथ उनके बच्चे तीन बच्चे थे। वह अपने घर में अकेले कमाने वाले थे।

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बुधवार को जब कुवैत में आग लगने की खबर दुनिया भर में फैली तो वह चिंतित हो गईं और उन्होंने अंगद से संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन उनका फोन नहीं लग रहा था। इस अग्निकांड में कई लोगों की जान चली गई। उनका शव फिलहाल गोरखपुर नहीं पहुंचा है।

अंगद गुप्ता की मौत ने उनकी पत्नी रीता देवी को ऐसा सदमा पहुंचाया है, जिससे उबर पाना आसान नहीं। उनका कहना है कि जब कुवैत में आग लगने की खबर दुनिया भर में फैली तो वह चिंतित हो गईं और उन्होंने अंगद से संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन उनका फोन नहीं लग रहा था।

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परिवारवालों की सरकार से मांग

अंगद पिछले साल नवंबर में घर आए थे। उन्होंने कुछ दिनों पहले ही एक मॉल में नौकरी शुरू की थी और एक साल के कॉन्ट्रैक्ट के बाद ही घर लौट सकते थे। अब वो भी संभव नहीं होगा। केवल उनका शव ही वापस आएगा। बता दें कि अंगद गुप्ता के परिजनों ने योगी सरकार से अपील की है कि घर के पालन-पोषण के लिए उनकी बेटी को नौकरी दी जाए।

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Published By : Ruchi Mehra

पब्लिश्ड 15 June 2024 at 10:32 IST