अपडेटेड 31 March 2024 at 23:40 IST
कानपुर के गिरिजाघर में हो रहा था धर्मांतरण, पुलिस ने दो आरोपियों को किया गिरफ्तार
गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की पहचान साइमन विलियम (पादरी) और दीपक मॉरिस रूप में की गई। ये दोनों कानपुर के निवासी है।
- भारत
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कानपुर के नवाबगंज में 100 से अधिक लोगों के कथित धर्म परिवर्तन के प्रयास के आरोप में रविवार को एक गिरजाघर के पादरी सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस ने दावा किया है कि उसने पादरी और उसके सहयोगी को गैरकानूनी तरीके से धर्म परिवर्तन के लिए बसों में 100 से अधिक लोगों को पड़ोसी जिले उन्नाव ले जाते समय गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की पहचान साइमन विलियम (पादरी) और दीपक मॉरिस रूप में की गई। ये दोनों कानपुर के निवासी है। कर्नलगंज के सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) महेश कुमार ने बताया कि कथित तौर पर गैरकानूनी तरीके से ईसाई धर्म में धर्मांतरण कराने वाले एक गिरोह के बारे में सूचना मिली थी।
एसीपी ने कहा कि जानकारी मिलने पर वरिष्ठ अधिकारियों के नेतृत्व में एक पुलिस टीम गंगा बैराज पहुंची, जहां पुलिस ने 100 से अधिक पुरुषों और महिलाओं को ले जा रही दो बसों को रोका। पूछताछ के दौरान एक व्यक्ति ने अपनी पहचान संजय (45) बताई और पुलिस को बताया कि उसे और 100 से अधिक अन्य लोगों को जबरन ईसाई धर्म में परिवर्तित करने के लिए उन्नाव के एक गिरजाघर में ले जाया जा रहा था।
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अधिकारी के अनुसार उन्हें प्रति माह 40 हजार से 50 हजार रुपये की वित्तीय मदद और चिकित्सा सहायता के अलावा नौकरी देने का वादा किया गया था। प्राथमिकी में कहा गया है कि धर्मांतरण के बाद उन्हें अपने घरों से हिंदू देवी-देवताओं की मूर्ति हटाने के लिए भी कहा गया है। एसीपी ने कहा कि मामले को लेकर उप्र गैरकानूनी धर्म परिवर्तन निषेध अधिनियम, 2021 की संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है और जांच जारी है।
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Published By : Ravindra Singh
पब्लिश्ड 31 March 2024 at 23:40 IST