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अपडेटेड 7 June 2025 at 11:15 IST

8000 सांपों को जिंदगी देने वाला 'सांपों के मसीहा' बना कोबरा का शिकार, मौत को छूकर लौटे मुरलीवाले हौसला; कैसे गुजरा वो आखिरी 2 मिनट? बताया सबकुछ

8000 सांपों को बचाने वाले मुरलीवाले को ही डस गया कोबरा, मौत से दो मिनट पहले पहुंचे अस्पताल, 10 इंजेक्शन के बाद लौटे ज़िंदा... पर आखिर क्या चूक हो गई?

Reported by: Ravindra Singh
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8000 सांपों को जिंदगी देने वाला 'सांपों के मसीहा' बना कोबरा का शिकार, मौत को छूकर लौटे मुरलीवाले हौसला; कैसे गुजरा वो आखिरी 2 मिनट? बताया सबकुछ | Image: Facebook Video Grab

हजारों सांपों की जान बचाने वाले 'सांपों के मसीहा' मुरलीवाले हौसला (Murliwale Hausla) खुद उस दिन मौत से दो मिनट दूर थे, जब एक कोबरा ने उन्हें डस लिया। जौनपुर के जलालपुर में रेस्क्यू के दौरान हुए इस हादसे ने हर किसी को झकझोर दिया। जिन हाथों ने 8000 से ज्यादा सांपों की ज़िंदगी बचाई, वही हाथ इस बार कांप उठे। अंगुली में कोबरा के दांत फंसे थे और ज़हर पूरे शरीर में फैल चुका था। पांच घंटे की बेहोशी, 10 एंटीवेनम इंजेक्शन और लोगों की दुआओं के बाद आखिरकार मुरलीवाले ने मौत को मात दी। फिलहाल अब वो अस्पताल से रिलीज कर दिए गए हैं। जौनपुर के जलालपुर में जब वो एक जाल में फंसे कोबरा का बचाव कर रहे थे तभी कोबरा ने उन्हें डस लिया। अस्पताल से निकलते समय मुरलीधर बताया कि कोबरा ने उन्हें एक सेकेंड के 14वें हिस्से काट लिया था जब तक वो कुछ समझ पाते तब तक काम हो चुका था। शुभचिंतक लगातार मुरलीवाले हौसला का हाल चाल लेने के लिए अस्पताल में पहुंच रहे थे। ये इतने लोगों की दुआओं का असर ही रहा होगा कि मुरलीवाले हौसला को 5 घंटे के बाद होश आ गया था।

मुरलीवाले हौसला एक सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर के साथ-साथ एक सर्पमित्र हैं जिन्हें सांपों की जान बचाने के लिए जाना जाता है। वो साहस और सेवा की एक मिसाल हैं। मुरलीवाले गांवों और शहरों में से सांपों का रेस्क्यू कर उन्हें जंगलों में छोड़ देते हैं। अब तक मुरलीवाले हौसला ने 8000 से भी ज्यादा सांपों की जान बचाई है। उन्होंने बताया कि जब जलालपुर इलाके में वो एक जाल में फंसे कोबरा को रेस्क्यू करने पहुंचे थे तो उन्हें सांप ने डस लिया था। मुरलीवाल ने बताया कि कोबरा ने उन्हें इतनी जोर से काटा था कि उसके कुछ दांत टूटकर उनकी अंगुलि में फंस गए थे जिन्हें मुरलीवाले ने अपने दांतों से खींच कर निकाला था। कोबरा के काटते ही वो तड़प उठे थे। इलाज के लिए उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया। मुरलीवाले ने ठीक होने के बाद बताया कि कैसे मौत उनसे  महज दो मिनट की दूरी पर रह गई थी।


अस्पताल से निकलकर शीतला माता चौकियां के दर्शन को पहुंचे

अस्पताल से ठीक होकर जब मुरलीवाले हौसला निकले तो वो सीधे जौनपुर की शीतला माता चौकियां के दर्शन के लिए पहुंचे और इतनी बड़ी आपदा से उबरने के बाद मां का धन्यवाद दिया। इस दौरान उन्होंने फेसबुक पर लाइव आकर अपने शुभचिंतकों को बताया कि अब वो बिलकुल ठीक हैं। इस दौरान मुरलीवाले ने बताया कि जब कोबरा ने उन्हें डस लिया तो उसके बाद उनके पास महज 40 मिनट का समय बचा था। ऐसे में उन्होंने तुरंत अपनी ब्रेजा गाड़ी को स्टार्ट करना चाहा लेकिन गाड़ी स्टार्ट नहीं हुई तो मुरलीवाले डर गए कि समय कम है और गाड़ी स्टार्ट नहीं हो रही है। ऐसे में वो जिनके यहां कोबरा को पकड़ने के लिए गए थे उन्होंने बाइक से उन्हें अस्पताल पहुंचाया। मुरलीवाले ने बताया कि बाइक से जाने की वजह से वो महज 38 मिनट में ही अस्पताल पहुंच गए। अगर उनकी गाड़ी स्टार्ट नहीं हुई होती तो शायद इतन कम समय में वो अस्पताल नहीं पहुंच पाते। बाइक से शॉर्टकट रास्तों से होते हुए वो 38 मिनट में जब अस्पताल पहुंचे तो उनके पास महज दो मिनट का समय ही और शेष रह गया था इस दौरान उन्होंने डॉक्टर से इतना कहा कि उन्हें कोबरा सांप ने डस लिया है वो सांप गाड़ी में है। इतना कहने के बाद उन्होंने बताया कि उनकी इंद्रियों ने काम करना बंद कर दिया था। उन्हें लगने लगा था कि अब मौत निश्चित है।


बेहोश होने से पहले भगवान कृष्ण को किया याद

मुरलीवाले हौसला को जब ये लगने लगा था कि अब जान नहीं बचेगी तब उन्होंने अपने ईष्ट भगवान श्रीकृष्ण को याद किया और कहा कि हे भगवान अगर मैंने जीवन में किसी के साथ जानबूझ कर कोई भी बुरा काम किया हो तो मुझे कल का सूरज मत दिखाना। लगातार 5 घंटे तक बेहोश रहने के बाद मुरलीवाले हौसला को होश आया। इस दौरान उन्हें 10 एंटीवेनम इंजेक्शन दिए गए थे। उन्होंने बताया कि ये आप लोगों की दुआओं का ही असर था कि मैं आज जिंदा हूं। मुरलीधर ने बताया कि वैसे तो वो सेफ्टी और सुरक्षा के साथ ही ऐसे खतरनाक कामों को करते हुए आए हैं लेकिन इस कोबरा रेस्क्यू में मुझसे कुछ गलती हो गई थी या कह लीजिए कि ये भगवान की मर्जी थी जो ऐसा हुआ।


मुरलीवाले हौसला ने बताया कैसे बन गए सांप का शिकार

मुरलीवाले हौसला जब ठीक होकर अपने घर जा रहे थे तभी उन्होंने फेसबुक लाइव आकर अपने शुभचिंतकों को बताया कि कैसे वो कोबरा के दंश का शिकार बन गए। उन्होंने कहा, 'मंगलवार (3 जून) का दिन था जब मुझे फोन आया कि फलां इलाके में एक सांप जाल में फंस गया है... 8 तारीख को मुझे दिल्ली जाना था जिसके लिए मैंने अपनी गाड़ी को सर्विसिंग के लिए दे रखा था। गाड़ी में ही मेरा टूल जैसे कि ग्लव्स, स्टिक और भी सांप पकड़ने के औजार उसी में थे। तो जब मुझे यहां बुलाया गया तो मैं बिना टूलकिट के ही चला आया था। ग्रामीण इलाकों में जब कोई सांप दिख जाता है तो लोग उसे छेड़कर, लकड़ी डंडे से छूकर इतना परेशान कर देते हैं कि वो एकदम क्रोध में आ जाता है। ऐसा ही कुछ यहां भी मामला था। मुझे लगा ये मासूम सा जीव जाल में फंसा है मैं इसको आसानी से जाल काटकर छुड़ा देता हूं। जैसे ही मैंने जाल काटने के लिए कैंची उठाई और उसकी स्किन को बचाते हुए मैंने जाल काटा ही था कि क्रोध से भरा हुआ कोबरा तेजी से मेरी ओर झपटा और मुझे इतनी तेज से काटा कि उसके कुछ दांत टूटकर मेरी अंगुलियों में ही फंस गए।'

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पब्लिश्ड 6 June 2025 at 12:46 IST