अपडेटेड 9 July 2025 at 16:15 IST
कौन है छांगुर बाबा की गर्लफ्रेंड नीतू रोहरा? जिसने 70 दिनों तक होटल में एक साथ रह कर खेला हिंदू लड़कियों के धर्मांतरण का गंदा खेल
नीतू पहले गरीब हिंदू परिवारों को 'छांगुर बाबा' के चमत्कारों का झांसा देती थी। वह उन्हें यह भरोसा दिलाती थी कि बाबा के आशीर्वाद से उनकी बीमारी ठीक हो सकती है या उन्हें आर्थिक मदद मिल सकती है। इसी बहाने वह पीड़ित परिवारों से नजदीकी बढ़ाती और उन्हें अपने जाल में फंसा लेती थी। इसके बाद वह उन परिवारों को छांगुर बाबा से मिलवाती और धीरे-धीरे उनका धर्मांतरण करवा देती थी।
- भारत
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उत्तर प्रदेश में हिन्दुओं के इस्लामिक धर्मांतरण के मास्टरमाइंड जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा के खिलाफ यूपी पुलिस की कार्रवाई जारी है, जिसके दौरान छांगुर बाबा के एक के बाद एक करके सभी चौंकाने वाले राज सामने आ रहे हैं। जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा की बलरामपुर में 70 कमरों की आलीशान कोठी है। जहां मंगलवार (8 जुलाई) को योगी सरकार के 9 बुलडोजर एक साथ एक्शन में आए और फिर भी पूरी कोठी को नहीं ढहा पाए। इस बुल्डोजर एक्शन में छांगुर बाबा की कोठी के 20 कमरे और 40 फीट लंबे-चौड़े हॉल को ही ध्वस्त कर पाए। उसके बाद अगले दिन यानि कि आज भी सरकार का बुल्डोजर एक्शन जारी है। प्रशासन ने इस कोठी के 40 कमरे वाले हिस्से को अवैध बताया और यूपी एटीएस ने बताया कि छांगुर इसी कोठी में बैठकर धर्मांतरण का नेटवर्क चलाता था। छांगुर की ये कोठी उसकी गर्लफ्रेंड नीतू उर्फ नसरीन के नाम पर दर्ज है। अब उसकी गर्लफ्रेंड को लेकर लगातार एक के बाद एक करके कई सनसनीखेज खुलासे हो रहे हैं।
बलरामपुर के एक मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखने वाली नीतू नवीन रोहरा बहुत पढ़ी लिखी नहीं है वो सिर्फ 7वीं क्लास तक पढ़ी है। नीतू अपने पति नवीन घनश्याम रोहरा के साथ जलालुद्दीन के कहने पर साल 2015 में दुबई गई थी। 16 नवंबर 2015 को दोनों ने धर्मांतरण कर लिया और नीतू ने अपना नाम नसरीन रख लिया था। इसके बाद नसरीन छांगुर बाबा के धर्मांतरण गैंग की मेंबर बन गई और बहुत ही जल्दी उसे छांगुर का भरोसा जीत कर उसके सबसे करीब पहुंच गई। नीतू से नसरीन बनी बाबा की चेली सबसे पहले इलाके के गरीब हिन्दुओं को टार्गेट करती थी वो उन्हें बाबा के हाथों छोटी-मोटी मदद करवा कर उन्हें झांसे में लेती थी फिर उसके बाद आर्थिक मदद और बीमारी का खर्च देने का लालच देकर उन्हें जाल में फंसाती थी।
2015 में नीतू दुबई में बनी थी नसरीन
रेहरा माफी गांव में रहने वाले छांगुर बाबा की गर्लफ्रैंड नीतू और उसके पति नवीन रोहरा से जुड़े धर्मांतरण मामले में लगातार नए खुलासे हो रहे हैं। यह मामला अब एटीएस (एंटी टेररिज़्म स्क्वॉड) की जांच के दायरे में है, जिसने कई चौंकाने वाले तथ्य उजागर किए हैं। छांगुर बाबा के घर में नीतू और नवीन लंबे समय से साथ रह रहे थे। उनके रहन-सहन और पहनावे से स्थानीय लोगों को यह अंदाजा तक नहीं था कि वे सिंधी मूल के हैं और उनका संबंध धर्मांतरण से जुड़ी गतिविधियों से है। जांच में सामने आया है कि नीतू ने 2015 में दुबई में इस्लाम कबूल किया था। वह अपने पति नवीन रोहरा के साथ वहां गई थी। बाद में, नवीन के पूरे परिवार ने 2021 में इस्लाम धर्म अपना लिया। एटीएस को यह भी पता चला है कि छांगुर बाबा को "गुरु" मानने का शपथ पत्र बलरामपुर के उतरौला सिविल कोर्ट में दाखिल किया गया था, जिससे यह संकेत मिलता है कि धर्मांतरण प्रक्रिया को कानूनी रूप देने की भी कोशिश की गई थी। सबसे चौंकाने वाला तथ्य यह है कि नीतू और नवीन ने 2014 से 2019 के बीच कुल 19 बार यूएई की यात्रा की। हालांकि, ये दोनों केवल एक बार साथ गए, लेकिन हर बार उनकी वापसी अलग-अलग तरीकों से हुई, जो शक पैदा करने वाला पहलू बन गया है।
धर्मांतरण के बाद नसरीन कैसे बनी धर्मांतरण रैकेट की मास्टर?
UP ATS की जांच में सामने आया कि नीतू का काम था गरीब हिंदू लड़कियों को फंसाना। वह पहले उनसे दोस्ती करती, फिर धीरे-धीरे उन्हें मदद और सहारा देने का झूठा भरोसा दिलाती थी। वह कहती 'मुसलमान बनने के बाद मेरी जिंदगी बदल गई, चमत्कार हो गया...' और फिर उन्हें ले जाती पीर बाबा यानी छांगुर बाबा के पास। नीतू खुद को बदलाव की मिसाल बताकर लड़कियों को समझाती कि अगर वे भी धर्म बदल लें, तो उनकी गरीबी, बीमारी, और तकलीफें खत्म हो जाएंगी। वह सिर्फ लड़कियों को ही नहीं, बल्कि उनके पूरे परिवार को निशाने पर लेती थी। एटीएस ने खुलासा किया कि यह सब एक सुनियोजित योजना का हिस्सा था जहां धार्मिक आस्था को हथियार बनाकर कमजोर तबके को बरगलाया जा रहा था। छांगुर बाबा के नेटवर्क में नीतू जैसे लोग फील्ड एजेंट की तरह काम करते थे जो गांव, बस्तियों और पिछड़े इलाकों में घूम-घूमकर लक्ष्य निर्धारण और मानसिक प्रभाव का काम करते थे।
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70 दिन से लखनऊ के होटल में धर्मांतरण कर रहे थे छांगुर और नसरीन
लखनऊ के विकास नगर इलाके के एक होटल में पिछले लगभग 70 दिनों तक छांगुर बाबा और उनकी गर्लफ्रेंड नीतू उर्फ नसरीन पति-पत्नी की तरह रह रहे थे। इस दौरान दोनों ने अपनी पहचान छिपाकर रहना चुना था, लेकिन यूपी एटीएस की सतर्कता के चलते उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। जांच के दौरान पता चला कि 16 अप्रैल को छांगुर बाबा ने विकास नगर स्थित स्टार रूम्स होटल में कमरा नंबर 102 बुक कराया था। शुरुआत में यह कमरा केवल चार दिनों के लिए बुक किया गया था। दोनों ने अपने-अपने आधार कार्ड प्रस्तुत किए थे ताकि उनकी असली पहचान छिपी रहे। यूपी एटीएस की जांच में यह भी पता चला कि इसी होटल में धर्मांतरण का खेल चल रहा था। छांगुर बाबा के पास से ‘शिजर-ए-तैय्यबा’ नामक धार्मिक किताब भी बरामद हुई है, जो उनके गतिविधियों का हिस्सा मानी जा रही है।
Published By : Ravindra Singh
पब्लिश्ड 9 July 2025 at 16:15 IST