अपडेटेड 7 July 2025 at 23:44 IST
ISRO चैयरमैन ने CM योगी से की मुलाकात, यूपी में रिमोट सेंसिंग तकनीकों के विकास की नई संभावनाओं पर हुई चर्चा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में आकाशीय बिजली से हो रही जनहानि पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए सुझाव दिया कि उत्तर प्रदेश के लिए पृथक उपग्रह विकसित किया जाए, जो विशेष रूप से आकाशीय बिजली की पूर्व चेतावनी देने में सक्षम हो।
- भारत
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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) से ISRO के अध्यक्ष एवं भारत सरकार के अंतरिक्ष विभाग के सचिव डॉ. वी. नारायणन (Dr. V. Narayanan) ने सोमवार को मुलाकात की। इस शिष्टाचार भेंट में कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गई। इस दौरान राज्य के लिए रिमोट सेंसिंग तकनीकों के माध्यम से विकास की नई संभावनाओं पर भी विस्तार से चर्चा हुई।
इस दौरान इसरो अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री को रिमोट सेंसिंग क्षेत्र में अब तक हुई प्रगति और उपलब्धियों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मौसम पूर्वानुमान, वन और हरित क्षेत्र की निगरानी, भूजल प्रोफाइल, मानचित्रण और जलवायु परिवर्तन (Groundwater profiles, mapping and climate change) जैसे विषयों पर पहले से ही व्यापक कार्य हो चुका है।
पृथक उपग्रह के विकास की संभावनाओं पर चर्चा, जनहानि रोकने में होगा प्रभावी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में आकाशीय बिजली से हो रही जनहानि पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए सुझाव दिया कि उत्तर प्रदेश के लिए पृथक उपग्रह विकसित किया जाए, जो विशेष रूप से आकाशीय बिजली की पूर्व चेतावनी देने में सक्षम हो।
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आपदा जनित जनहानि को रोकने की दिशा में कदम
सीएम योगी ने बताया कि पिछले कुछ वर्षों में राज्य में बिजली गिरने की घटनाओं में औसतन 300 लोगों की मृत्यु हुई है। ऐसे में प्रदेश में आपदा जनित जनहानि (Disaster Caused Loss of Life) को रोकने में यह अत्याधुनिक तकनीक प्रभावी सिद्ध हो सकती है। मुख्यमंत्री के अनुरोध पर इसरो अध्यक्ष डॉ. नारायणन ने आश्वस्त किया कि वे इस विषय पर गंभीरता से विचार करेंगे और शीघ्र ही इसका ठोस समाधान निकालने की दिशा में कार्य करेंगे।
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Published By : Deepak Gupta
पब्लिश्ड 7 July 2025 at 23:44 IST