अपडेटेड 14 January 2025 at 22:44 IST
कौन हैं IAS विजय आनंद? जिनके प्रयागराज महाकुंभ मैनेजमेंट की दुनियाभर में हो रही चर्चा
महाकुंभ दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन है, जो अब वैश्विक शोध का विषय बन गया है। हार्वर्ड, स्टैनफोर्ड जैसे 20 संस्थान इस पर रिसर्च कर रहे हैं।
- भारत
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Prayagraj Maha Kumbh 2025: 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा स्नान के साथ शुरू हुए प्रयागराज महाकुंभ में अब तक 5 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने गंगा और संगम में आस्था की डुबकी लगाई है। महाकुंभ के दूसरे स्नान पर्व मकर संक्रांति पर मंगलवार को सुबह 13 अखाड़ों के साधु संतों ने बारी-बारी अमृत स्नान किया। मेला प्रशासन के मुताबिक मंगलवार को 3.5 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने अमृत स्नान किया।
अखाड़ों के अमृत स्नान में सबसे पहले सन्यासी अखाड़ों में श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी और श्री शंभू पंचायती अटल अखाड़ा के साधु संतों ने ‘हर हर महादेव’ के घोष के साथ संगम पर अमृत स्नान किया। कड़ाके की ठंड और कोहरे के बावजूद प्रयागराज में हर दिशा से जनसैलाब सुबह से ही संगम की ओर जाता दिखाई दिया। आम श्रद्धालु स्नान के साथ ही संगम क्षेत्र में अखाड़ों के साधु संतों के भी दर्शन करते दिखे। इस महा मेले में 20 से अधिक देशों के श्रद्धालु अभी तक शामिल हो चुके हैं।
मैनेजमेंट की दुनियाभर में चर्चा
संगम की रेती पर पहुंच रहा हर आदमी योगी सरकार और मेला प्रशासन की जमकर तारीफ कर रहा है। महाकुंभ क्षेत्र में साफ-सफाई, शौचालय और पेयजल आदि बुनियादी सुविधाओं की ऐसी व्यापक व्यवस्था की किसी को उम्मीद नहीं थी। लोगों का कहा है कि बहुत ही शानदार और अद्भुत व्यवस्था की गई है। देश-दुनिया के कई संस्थान महाकुंभ मैनेजमेंट पर शोध कर रहे हैं। इस पूरे आयोजन में 45 करोड़ से अधिक लोगों के पहुंचने की उम्मीद है।
महाकुंभ वैश्विक शोध का विषय
महाकुंभ दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन है। हिंदू आस्था का केंद्र महाकुंभ अब वैश्विक शोध का भी विषय बन चुका है। हार्वर्ड, स्टैनफोर्ड, बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन, एम्स, IIM, IIT और JNU जैसे विश्व के 20 से अधिक संस्थान महाकुंभ पर रिसर्च कर रहे हैं।
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IAS विजय आनंद के कंधों पर जिम्मेदारी
इस साल के महाकुंभ की जिम्मेदारी 2009 के यूपी कैडर के IAS अधिकारी विजय किरण आनंद के कंधों पर है। योगी सरकार ने विजय किरण आनंद पर इस महा आयोजन को भव्य और ऐतिहासिक बनाने की जिम्मेदारी दी है। बेंगलुरु में जन्मे विजय किरण ने चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) की पढ़ाई भी की है। उनकी पहली पोस्टिंग बागपत जिले में SDM के तौर पर हुई थी। जहां से उनका तबादला बाराबंकी जिले में चीफ डेवलपमेंट ऑफिसर के पद पर हुआ। इसके बाद उन्होंने मैनपुरी, उन्नांव, फिरोजाबाद, वाराणसी और शहाजहांपुर में जिला कलेक्टर की तौर पर अपनी सेवाएं दी हैं।
महाकुंभ से पहले विजय किरण आनंद 2017 और 2019 में माघ मेला और अर्द्ध कुंभ मेला अधिकारी रह चुके हैं। उनकी कुशलता और अनुभव को देखते हुए 2024 में प्रयागराज महाकुंभ 2025 के लिए मेलाधिकारी नियुक्त किया था। विजय किरण आनंद को गोरखपुर DM रहते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्मृति चिन्ह एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित कर चुके हैं।
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Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 14 January 2025 at 22:44 IST