अपडेटेड 19 January 2024 at 18:48 IST

जिंदा रहते तेरहवीं, 2 दिन बाद मौत फिर दर्दनाक सच आया सामने, आखिरी किस चीज से परेशान थे हाकिम?

Hakim Singh Yadav: मामला यूपी के एटा जिले का है। हाकिम सिंह यादव नाम के शख्स को शक था कि उसकी मौत के बाद उनका परिवार उनकी तेरहवीं नहीं करेगा।

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हाकिम यादव
हाकिम यादव मौत | Image: republic

हिन्दू रीति-रिवाज के मुताबिक किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाने के बाद तेरहवीं का भोज कराने का रस्म है। लेकिन ऐसा शायद ही आपने कभी सुना होगा कि जिंदा रहते हुए भी किसी शख्स ने बिना किसी के दबाव में तेरहवीं का भोज कराया हो। मगर असली कहानी तो इसके बाद शुरू होती है। जी हां, उत्तर प्रदेश के एटा जिले से एक ऐसी घटना सामने आई है जिसने सभी को हैरान कर दिया है।

मामला यूपी के एटा जिले का है। हाकिम सिंह यादव नाम के एक शख्स को शक था कि उसकी मौत के बाद उनका परिवार उनकी तेरहवीं नहीं करेगा और ऐसा हुआ तो उसे सुकून नहीं मिलेगा। फिर क्या था उसने फैसला किया कि वो जिंदा रहते हुए ही इस रस्म को पूरा करेगा। उसने कार्ड छपवाया और जीते जी लोगों को तेरहवीं का भोज खिलाने का फैसला किया।

पहले तेरहवीं... फिर मौत और पोस्टमार्टम

अब सवाल ये उठता है कि हाकिम सिंह यादव किस चीज से इतने परेशान थे कि उन्होंने जीते जी अपनी तेरहवीं करने का फैसला किया। हाकिम की दो तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। पहले तस्वीर में वो लगभग 800 लोगों को अपनी तेरहवीं का भोज खिलाते नजर आ रहा है और दूसरी तस्वीर में उसकी चिता की।

हाकिम ने क्यों लिया ये फैसला?

दरअसल, हाकिम सिंह यादव अपने परिवार खासकर अपने भाई भतीजे से खुश नहीं था। 55 वर्षीय हाकिल कई बीघा जमीन के मालिक थे। खाली वक्त में वो चाय की दुकान भी चलाते थे। ढलती उम्र में बहुत मेहनत के बाद बिहार की एक लड़की से उनकी शादी हुई, लेकिन कुछ दिनों बाद ही पत्नी ने उनका साथ छोड़ दिया। अब हाकिम अकेले थे। भाई-भतीजे की नजर हाकिम की जमीन पर थी। वो उन्हें जमीन बेचने से रोकते थे और कई बार उनके साथ मारपीट करते थे।

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हाकिम के दिमाग में ये बात बैठ गई थी कि जो लोग जीते जी उन्हें नर्क का एहसास दिला रहे हैं वो उनके मरने के बाद क्या करेंगे। यही सब सोचने के बाद उन्होंने जिंदा रहते हुए तेरहवीं का भोज कराने का फैसला किया ताकि मरने के बाद उनकी आत्मा को शांति और सुकून मिले। नियति को कुछ और मंजूर थी। हाकिम यादव ने तेरहवीं का भोज तो खिला दिया लेकिन इसके बाद उनकी मौत भी हो गई। 

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Published By : Ritesh Kumar

पब्लिश्ड 19 January 2024 at 18:48 IST