अपडेटेड 23 June 2025 at 08:22 IST
उत्तर प्रदेश के कानपुर में अपराधी से दरोगा की मिली-भगत का मामले सामने आया है। जिसमें एक अपराधी पर दबिश से पहले ही दरोगा आरोपी को कथित तौर पर फरार करा देता है और बाद में खुद ही पुलिस के साथ मिलकर दबिश का नाकट कर रहा है। घटना का सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद कानपुर के पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार ने दोनों पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया है और दोनों खिलाफ FIR के दिए आदेश दिए हैं।
आरोप है कि जेल भेजे गए दीनू गैंग के साथी अधिवक्ता फरार अनूप शुक्ला को दबिश से पहले पहुंचकर दरोगा ने जानकारी दी और उसे फरार करवा दिया। बता दें कि कानपुर के नवाबगंज निवासी दीनू उपाध्याय उर्फ धीरज को पिंटू सेंगर मर्डर केस में पुलिस ने 10 मई को जेल भेजा था।
दरोगा पर अपराधी को भगाने का आरोप
दीनू की गिरफ्तारी होते ही उसके जमीनों पर कब्जे और रंगदारी वसूलने का सिंडीकेट सामने आया। दीनू के साथ ही आधा दर्जन से ज्यादा मुकदमे में नवाबगंज निवासी अधिवक्ता अनूप शुक्ला का भी नाम सामने आया था। इसके बाद अनूप शुक्ला फरार चल रहा है। अब सामने आया है कि नवाबगंज थाने के जागेश्वर मंदिर चौकी इंचार्ज आदित्य बाजपेई ने ही अनूप को फरार कराया था।
दरोगा की करतूत का सीसीटीवी आया सामने
अब इस घटना से जुड़ा हुआ एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया है जिसमें दिख रहा है कि चौकी इंचार्ज आदित्य बाजपेई अपने साथी कांस्टेबल विजय राज के साथ बाइक से पहले फरार अनूप शुक्ला के घर के सामने पहुंचते हैं। वहां पर अनूप शुक्ला एक व्यक्ति के साथ ट्रॉली बैग लेकर पहले से मौजूद था। दरोगा आदित्य बाजपेई ने बाइक से पहुंचते ही उसे कुछ कहते हुए आगे बढ़ जाता है। इशारा मिलते ही अनूप शुक्ला वहां से बैग लेकर फरार हो जाता है और चलते-चलते दरोगा को हाथ हिलाकर बाय करता दिखता है। जवाब में दरोगा भी हंसते हुए कुछ कहते हैं, ये सब सीसीटीवी में रिकॉर्ड हो गया है।
हैरान करने वाली बात ये है कि अनूप शुक्ला के फरार होते ही थोड़ी देर बाद वही दरोगा चंद मिनट बाद पुलिस फोर्स के बाद अनूप शुक्ला के पक़ड़ने के लिए दबिश देता है। अब जब सीसीटीवी फुटेज सामने आ गया है तो पुलिस ने जांच के आदेश दे दिए हैं।
पब्लिश्ड 22 June 2025 at 19:27 IST