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अपडेटेड 6 June 2025 at 13:00 IST

UP: मासूम की बेरहमी से हत्या करने वाले को कोर्ट ने सुनाया सजा ए मौत, 10 महीने बाद आया फैसला

कानपुर देहात में 23 जुलाई 2024 को बांके से हमला करके 8 वर्षीय बच्ची की हत्या कर दी गई थी। जबकि 6 अन्य घायल हो गए थे। अब इस मामले में एडीजे की अदालत ने हत्यारोपी दीपू को फांसी की सजा सुनाई है।

Reported by: Digital Desk
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death sentence to culprit in murder of 8 year old girl in Kanpur verdict came after 11 months
UP: मासूम की बेरहमी से हत्या करने वाले को कोर्ट ने सुनाया सजा ए मौत, 10 महीने बाद आया फैसला | Image: Republic

गौरव त्रिवेदी की रिपोर्ट

कानपुर देहात में 23 जुलाई 2024 को बांके से हमला करके 8 वर्षीय बच्ची की हत्या कर दी गई थी। जबकि 6 अन्य घायल हो गए थे। अब इस मामले में एडीजे की अदालत ने हत्यारोपी दीपू को फांसी की सजा सुनाई है। इसके साथ ही 15 लाख 30 हजार रुपए का अर्थदंड भी लगाया है। अदालत का फैसला आने के बाद मासूम की मां ने आभार व्यक्त किया। कहा, आखिरकार मेरी बेटी को इंसाफ मिल गया। कोर्ट के इस फैसले से मैं काफी संतुष्ट हूं।

विनोद कुमार की तहरीर पर भोगनीपुर थाना पुलिस ने दीपू पुत्र मुन्नू लाल के खिलाफ संगत धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था। 10 महीने 13 दिन में अदालत में दोनों पक्षों को सुनने के बाद निर्णय दिया। पुलिस ने हत्या आरोपी को गिरफ्तार करते हुए हत्या में प्रयुक्त हथियार भी बरामद कर लिया था। इसके साथ ही चश्मदीदों की गवाही, चिकित्सीय साक्ष्य और पोस्टमार्टम रिपोर्ट को प्रभावी ढंग से अदालत में प्रस्तुत किया गया। ‌अदालत ने दीपू पुत्र मनु लाल को बीएनएस की धारा 103(1), 109(1), 118 (1), 115 का दोषी माना और मृत्यु दंड की सजा सुनाई। इसके साथ ही 15 लाख 30 हजार रुपए का अर्थ दंड भी लगाया। ‌

क्या था पूरा मामला

बता दें कि कानपुर देहात की भोगनीपुर इलाके में पिपरी गांव की रहने वाली पूजा की शादी भोगनीपुर में ही हुई थी। पूजा का एक 10 साल के बेटा सूर्यांश था, लेकिन पूजा का पति काफी बीमार रहता था। काफी इलाज कराया लेकिन उसको कोई आराम नहीं और आखिरकार 9 साल बाद उसकी मौत हो गई। पूजा ने बताया कि पति की मौत के कुछ दिन बाद ही उसकी मुलाकात दिबियापुर के रहने वाले दीपू से हुई। दीपू से उसकी शादी तय हो गई। एक बेटा भी हुआ। कुछ दिनों बाद दोनों में आए दिन झगड़े होने लगे। क्योंकि दीपू बेरोजगार था।

पूजा के मुताबिक, 23 जुलाई की रात में दीपू जब घर आया तो झगड़ा होने लगा। मुझे और मेरे बच्चों को बेरहमी से पीटने लगा। शोर सुनकर देवरानी बीना उसका बेटा आयुष और 8 साल की बेटी काव्या आ गई। दीपू ने उन पर भी हमला कर दिया। दीपू ने घर में रखे बांके से काव्या को मौत के घाट उतार दिया। जब लड़ाई झगडे को आवाज गांव वालों ने सुनी तो भीड़ जमा हो गई। तभी दीपू मौका देखकर वहां से फरार हो गया। जिसके बाद मैने इसकी जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच पड़ताल करते हुए आरोपी दीपू को गिरफ्तार कर लिया और जेल भेज दिया। साथ ही पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त हथियार भी बरामद कर लिया। 

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पब्लिश्ड 6 June 2025 at 13:00 IST