Published 18:51 IST, October 11th 2024
CM योगी ने दी विजयादशमी की शुभकामनाएं, बोले- 'मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के जीवन से लें प्रेरणा'
CM योगी ने कहा कि विजयादशमी का पर्व अधर्म पर धर्म, बुराई पर अच्छाई और असत्य पर सत्य की विजय का प्रतीक है।
CM Yogi on Vijayadashami: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विजयादशमी (दशहरा) पर्व के अवसर पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि विजयादशमी का पर्व अधर्म पर धर्म, बुराई पर अच्छाई और असत्य पर सत्य की विजय का प्रतीक है। इस दिन भगवान श्रीराम ने रावण का वध कर अधर्म पर धर्म की विजय का संदेश दिया था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम का जीवन नैतिकता, मानवीयता और सामाजिक मूल्यों का प्रतीक है। उनका आदर्श जीवन हमें सच्चाई और सदाचार के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है। विजयादशमी का पर्व हमें शक्ति, उत्साह और आत्मविश्वास के साथ अपने लक्ष्यों की प्राप्ति की प्रेरणा प्रदान करता है।
अच्छाई की विजय होती है- CM योगी
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह पर्व हमें याद दिलाता है कि बुराई चाहे कितनी भी शक्तिशाली क्यों न हो, अंततः अच्छाई की विजय होती है। विजयादशमी न सिर्फ रावण पर श्रीराम की विजय का प्रतीक है, बल्कि यह शक्ति उपासना का उत्सव भी है, जिसमें नवरात्रि के नौ दिन माता जगदम्बा की आराधना के बाद यह दिन उल्लास और विजय का प्रतीक बन जाता है। साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ ने पोस्ट कर लिखा- शारदीय नवरात्रि के पावन अवसर पर आज महानवमी के दिन देवी स्वरूपा कन्याओं का पूजन कर संपूर्ण सृष्टि के सुख, शांति और कल्याण हेतु प्रार्थना की।
यहां नारी की पूजा होती- CM योगी
विजयादशमी (दशहरा) पर्व के अवसर पर प्रदेशवासियों को बधाई देते हुए कहा कि, 'कहा कि शारदीय नवरात्र नारी गरिमा की प्रतिष्ठा का पर्व है। जिस समाज में नारी की पूजा होती है तथा सम्मान दिया जाता है वह समाज स्वयं ही समर्थ और शक्तिमान होता है।
जगतजननी मां भगवती दुर्गा के 9 स्वरूपों का पूजन- CM
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बतौर गोरक्षपीठाधीश्वर शुक्रवार को गोरखनाथ मंदिर में शारदीय नवरात्र की महानवमी तिथि में कन्या पूजन के बाद मीडियाकर्मियों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि देश-दुनिया में रहने वाले सनातन धर्मावलंबी वर्ष में दो बार शारदीय और वासंतिक नवरात्र में जगतजननी मां भगवती दुर्गा के नौ स्वरूपों के पूजन व अनुष्ठान के कार्यक्रम से श्रद्धा, उल्लास व उमंग से जुड़ते हैं।
Updated 23:41 IST, October 11th 2024