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अपडेटेड 11 July 2024 at 16:53 IST

उन्नाव बस हादसे के आरोपी पुष्पेंद्र सिंह का बड़ा खुलासा- वो मालिक नहीं, सिर्फ 8000 की करता था नौकरी

UP News: पुष्पेंद्र ने बड़ा खुलासा करते हुए रिपब्लिक भारत को बताया कि दूसरे राज्यों से गाड़ी लेकर स्थानीय लोगों के नाम पर महोबा ARTO में रजिस्टर कराई जाती है।

Reported by: Digital Desk
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Unnao Bus Accident News
उन्नाव बस हादसे के आरोपी पुष्पेंद्र सिंह का बड़ा खुलासा | Image: PTI

Unnao Bus Accident: उत्तर प्रदेश के उन्नाव में बुधवार को आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे (Agra - Lucknow Expressway) पर एक डबल डेकर बस और टैंकर की टक्कर में 18 लोगों की मौत हो गई और 19 अन्य घायल हो गए। मरने वालों में एक ही परिवार के 6 लोग शामिल हैं। इस मामले में बस के ड्राइवर और बस मालिक के खिलाफ FIR दर्ज की है। जो बस हादसे का शिकार हुई है वो अनफिट थी। बस मेसर्स के.सी. जैन ट्रैवल्स जोधपुर, राजस्थान की है, जो उत्तर प्रदेश के महोबा जिले के मवई खुर्द स्थित पुष्पेंद्र सिंह के पते पर पंजीकृत है।

उन्नाव बस हादसे के बाद से पुष्पेंद्र सिंह फरार है। पुलिस अभी तक उसे गिरफ्तार नहीं कर पाई है, लेकिन रिपब्लिक भारत की टीम ने पुष्पेंद्र सिंह से बात की। रिपब्लिक से बात करते हुए पुष्पेंद्र सिंह ने कई राज खोले और ARTO को ही कटघरे में खड़ा कर दिया। पुष्पेंद्र सिंह ने बताया की वो बस का मालिक है ही नहीं। के.सी जैन ने महोबा में 2018-19 में एक ऑफिस खोला था। जिसमें पुष्पेंद्र सिंह 8000 रुपये की नौकरी करता था।

बस का मालिक कैसे बना पुष्पेंद्र?

रिपब्लिक भारत से बात करते हुए पुष्पेंद्र ने बताया कि के.सी जैन ने उनके आधार कार्ड पर कई बसों का रजिस्ट्रेशन कराया है। उसने कहा कि 2020 के बाद वो के.सी जैन से अलग हो गया। अब जब भी किसी बस का चालान आता है, तो उसे जैन को भेज देता है। पुष्पेंद्र ने कबूल किया की वो गाड़ियों की खरीदने और बेचने का काम करता है। पुष्पेंद्र ने अपनी सफाई में कहा कि वो फरार नहीं है, बल्कि घूमने गया हुआ है और पुलिस के संपर्क में हैं।

ARTO से चल रहा पूरा खेल

पुष्पेंद्र ने बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि दूसरे राज्यों से गाड़ी लेकर स्थानीय लोगों के नाम पर महोबा ARTO में रजिस्टर कराई जाती है। पुष्पेंद्र के इस दावे की पड़ताल करने रिपब्लिक भारत की टीम महोबा के ARTO भी पहुंची। अकेले पुष्पेंद्र सिंह, मवई खुर्द खन्ना महोबा के नाम से 39 बस पंजीकृत है जिसमें से 35 बसों का फिटनेस प्रमाण-पत्र खत्म हो चुका है।

रिपब्लिक भारत की टीम को महोबा के ARTO में सतेंद्र अग्निहोत्री नाम के शख्स मिले। सतेंद्र अग्निहोत्री भी शिकायत लेकर आये थे। सतेंद्र अग्निहोत्री ने आरोप लगाया कि उनके नाम पर भी कई बसें रजिस्टर है। मजे की बात ये है कि बस कोई दूसरा चला रहा है और उनका चालान सतेंद्र के घर आता है। इससे पहले भी सतेंद्र ने ARTO महोबा में शिकायत की थी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। अब महोबा हादसे के बाद लोग ARTO में आकर शिकायत कर रहे हैं।

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पब्लिश्ड 11 July 2024 at 16:53 IST