अपडेटेड 27 September 2025 at 20:24 IST

Bareilly violence: 10 FIR, 39 आरोपियों की शिनाख्त और तौकीर रजा गिरफ्तार... बरेली हिंसा में CM योगी की चेतावनी के बाद तोबड़तोड़ एक्शन

Bareilly Violence: डीआईजी साहनी ने कहा, "स्थिति सामान्य है। 10 एफआईआर दर्ज की गई हैं और सबूतों के आधार पर जांच की जा रही है। अब तक 39 लोगों की पहचान की जा चुकी है और मौलाना तौकीर रजा मुख्य साजिशकर्ता के रूप में सामने आए हैं। उन्हें गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।"

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Bareilly Violence
Bareilly Violence | Image: ANI/X

Bareilly Violence: जुम्मे की नमाज के बाद बरेली में हुई हिंसा पर उत्तर प्रदेश की पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। मिली जानकारी के अनुसार, इस हिंसा की जांच करने के लिए पुलिस ने SIT का गठन किया है। इस जांच टीम में कुल 8 सदस्य हैं, जो इस हिंसा मामले की बारीकी से जांच करेंगे। एसपी सिटी की अगुवाई में इस एसआईटी का गठन किया गया है।

बरेली में 26 सितंबर को जुम्मे की नमाज के बाद कई प्रदर्शनकारियों के इकट्ठा होने के बाद हुई हिंसा पर, पुलिस उप महानिरीक्षक (DIG) रेंज अजय कुमार साहनी ने शनिवार को कहा कि 10 एफआईआर दर्ज की गई हैं, और हिंसा के संबंध में 39 व्यक्तियों की पहचान की गई है। न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए डीआईजी साहनी ने कहा कि मौलाना तौकीर रजा नामक मौलवी को गिरफ्तार कर लिया गया है और मुख्य साजिशकर्ता के रूप में सामने आने के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।


साहनी ने बताया कि गोलीबारी और पथराव से हुई झड़पों में 22 पुलिस अधिकारी घायल हो गए। एएनआई से बात करते हुए डीआईजी साहनी ने कहा, "स्थिति सामान्य है। 10 एफआईआर दर्ज की गई हैं और सबूतों के आधार पर जांच की जा रही है। अब तक 39 लोगों की पहचान की जा चुकी है और मौलाना तौकीर रजा मुख्य साजिशकर्ता के रूप में सामने आए हैं। उन्हें गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।"


प्रदर्शनकारियों से बड़ी संख्या में हथियार और पत्थर बरामद - डीआईजी

डीआईजी साहनी ने आगे कहा कि सोशल मीडिया का इस्तेमाल लोगों को इकट्ठा करने और हिंसा भड़काने के लिए किया गया। डीआईजी ने कहा, “लोगों को इकट्ठा करने और योजना को साझा करने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल किया गया। प्रदर्शनकारियों से बड़ी संख्या में हथियार और पत्थर बरामद किए गए हैं... पुलिसकर्मियों पर गोलीबारी की गई और पथराव भी किया गया। 22 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। आगे की जांच जारी है... प्रदर्शन स्थल से खाली खोखे, कारतूस, पिस्तौल और टूटी कांच की बोतलें बरामद की गई हैं।”

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... तो उसे इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी - सीएम योगी

इससे पहले आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अगर कोई राज्य की सुरक्षा को चुनौती देने और सड़कों पर विरोध प्रदर्शन करके अशांति पैदा करने की कोशिश करेगा, तो ऐसी कार्रवाई की जाएगी। सीएम योगी ने यूपी के श्रावस्ती में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, "अराजकता स्वीकार्य नहीं है। हम सबको सम्मान देंगे, सबको सुरक्षा देंगे, लेकिन अगर कोई सुरक्षा से छेड़छाड़ करने, निर्दोष नागरिकों पर हमला करने की हिम्मत करता है, तो उसके खिलाफ ऐसी कार्रवाई की जाएगी कि यह आने वाली पीढ़ियों के लिए एक नजीर बन जाएगा... त्योहारों और समारोहों के दौरान माहौल खराब करना स्वीकार्य नहीं है। मैं फिर से कहूंगा कि अगर कोई सड़कों पर विरोध प्रदर्शन करके उपद्रव करने की हिम्मत करता है... तो उसे इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी..." 

क्या है मामला?

न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, बरेली में शुक्रवार की नमाज के बाद विरोध प्रदर्शन के दौरान लोगों के एक समूह ने पथराव किया, जिसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा और कई लोगों को हिरासत में ले लिया गया। प्रदर्शनकारी आला हजरत दरगाह और इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खान के आवास के बाहर एकत्र हुए थे, उनके हाथों में तख्तियां थीं।

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जुम्मा की नमाज के बाद जैसे ही समूह के सदस्य इकट्ठा हुए, पुलिस द्वारा धारा 163 के आदेश को लागू करने के लिए किए गए फ्लैग मार्च के बाद लगभग 80-90% लोग तितर-बितर हो गए। हालांकि, एक छोटे समूह ने इस्लामिया इंटर कॉलेज की ओर मार्च करने का प्रयास किया, जिससे पुलिस को कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने से रोकने के लिए बल प्रयोग करना पड़ा। पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई का उद्देश्य शांति बनाए रखना और किसी भी तरह के झगड़े को रोकना था।

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Published By : Amit Dubey

पब्लिश्ड 27 September 2025 at 20:24 IST