अपडेटेड 3 October 2025 at 09:52 IST
UP: जुमे की नमाज को लेकर हाई अलर्ट पर बरेली, चप्पे-चप्पे पर पुलिस की तैनाती, इंटरनेट भी बंद; हिंसा में अबतक 81 गिरफ्तारियां
Bareilly News: बरेली में 26 सितंबर को जुमे की नमाज के दिन हिंसा भड़की थी। इसको देखते हुए आज बरेली हाई अलर्ट पर है। पुलिस-प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए हैं। शहर में इंटरनेट भी बंद है।
- भारत
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UP, Bareilly news: उत्तर प्रदेश के बरेली आज (3 अक्टूबर) को जुमे की नमाज के चलते हाई अलर्ट पर है। पुलिस-प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है। चप्पे-चप्पे पर भारी पुलिसबल की तैनाती की गई है। शहर में पुलिस-PACऔर RRF के 8500 जवान तैनात किए गए हैं। वहीं, इंटरनेट सेवाएं भी फिर बंद कर दी गई। इस बीच मुस्लिम धर्मगुरुओं ने लोगों से शांतिपूर्ण तरीके से नमाज पढ़ने और किसी प्रदर्शन में शामिल ना होने की अपील की है।
बरेली में एक हफ्ते पहले जुमे की नमाज के दिन यानी 26 सितंबर को हिंसा भड़की थीं। प्रदर्शनकारियों ने कई जगहों पर तोड़फोड़ और पत्थरबाजी की थी। बरेली हिंसा पर पुलिस का एक्शन लगाता जारी है। इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (IMC) के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा खान को हिंसा की कथित प्लानिंग में गिरफ्तार किया जा चुका है। इसको लेकर अबतक कुल 81 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
वहीं, आज जुमे की नमाज को देखते हुए बरेली में सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं। बरेली को अलग-अलग जोन में बांटा गया है। चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाबलों की तैनात की गई है। इलाके में निगरानी रखने के लिए ड्रोन कैमरों का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। लोगों को चेतावनी दी गई है कि वे अपने घरों की छतों से पत्थर हटा लें। किसी के घर पर पत्थर मिले तो सख्त कानूनी कार्रवाई होगी।
बरेली को सुपर और स्पेशल जोन में बांटा गया है। सुपर जोन में वरिष्ठ अधिकारियों की तैनाती की गई है। हर सुपर जोन में एक एसपी, दो एडिशनल एसपी और दो सीओ को जिम्मा सौंपा गया। वहीं, स्पेशल जोन में एडिशनल एसपी और दो सीओ को तैनात किया गया हैं। इसके अलावा गुरुवार (2 अक्टूबर) दोपहर 3 बजे से ही 48 घंटों तक जिले में इंटरनेट और सेवाएं बंद कर दी गई।
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शांति बनाएं रखें- बरेलवी की अपील
इस बीच ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने लोगों से शांतिपूर्ण तरीके से नमाज अदा करने की अपील की। उन्होंने कहा, "पिछले शुक्रवार को जो हुआ वो बहुत अफसोसजनक था और आज फिर शुक्रवार है। इसलिए मैं सभी मुसलमानों से अपील करता हूं कि नमाज़ के बाद सीधे घर जाएं और अपने काम पर ध्यान दें। किसी भी भीड़ का हिस्सा न बनें। अगर कोई व्यक्ति या संगठन आपको आमंत्रित करता है, तो उनके कार्यक्रमों में जाने से बचें। विरोध प्रदर्शन, प्रदर्शन, बैनर लहराना, शोर मचाना और नारे लगाना, ये सब पैगंबर मोहम्मद की शिक्षाओं के खिलाफ हैं। उन्होंने हमेशा अपने विरोधियों से समझौता किया और कभी कोई विवाद या तनाव पैदा नहीं किया। इसलिए मैं सभी युवाओं और मुसलमानों से अपील करता हूं कि वे शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखें और कानून को अपने हाथ में न लें।"
जांच में हुआ बड़ा खुलासा
बरेली हिंसा की जांच में खुलासा हुआ है कि यह हिंसा घटना वाले दिन से एक हफ्ते पहले से सुनियोजित साजिश का नतीजा थी। SSP ने खुलासा किया कि नमाज का समय जानबूझकर बदला गया था ताकि भीड़ जुटाई जा सके। व्हाट्सएप के जरिए 55 लोगों ने कॉल करके करीब 1600 लोगों की भीड़ इकट्ठा की। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया, जिसके जवाब में पुलिस को लाठीचार्ज और आंसू गैस का इस्तेमाल करना पड़ा। इस घटना में कई पुलिसकर्मी घायल हुए और शहर में तनाव का माहौल बन गया। मौलाना तौकीर रजा पर आरोप है कि उन्होंने पिछले कई सालों से शहर में अशांति फैलाने की कोशिश की है और इस बार उनके समर्थकों ने हिंसा को भड़काया।
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Published By : Ruchi Mehra
पब्लिश्ड 3 October 2025 at 09:34 IST