अपडेटेड 26 September 2025 at 00:13 IST

17 दिन में 15 हमले, 4 की मौत... बहराइच में आदमखोर जानवरों का आतंक, दिन के समय भी बच्चे सुरक्षित नहीं

ये हमले न केवल ग्रामीणों की जिंदगी को खतरे में डाल रहे हैं, बल्कि प्रशासन पर सवाल खड़े कर रहे हैं। कैसरगंज तहसील के ग्रामीण डर के साये में जी रहे हैं। उन्होंने अपने खर्चे पर बाजार से जाल खरीदकर घरों के बाहर लगाना शुरू कर दिया है।

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Bahraich Bhediya Attack Kaiserganj Mahsi tehsil
बहराइच में आदमखोर जानवरों का आतंक | Image: Republic

Bahraich Bhediya Attack : बहराइच में फिर जंगली जानवर आतंक मचाने लगे हैं। जिले के कैसरगंज तहसील और आसपास के क्षेत्रों में जंगली जानवरों के हमलों ने ग्रामीणों में दहशत पैदा कर दी है। सितंबर 2025 में अब तक चार बच्चों की मौत हो चुकी है, जबकि दर्जन भर लोग घायल हुए हैं।

स्थानीय लोग इन हमलों के पीछे भेड़ियों और तेंदुओं को जिम्मेदार बता रहे हैं। ग्रामीणों ने डर के मारे अपने घरों के बाहर जाल लगाना शुरू कर दिया है, ताकि आदमखोर जानवरों से अपनी और अपने बच्चों की रक्षा कर सकें। ग्रामीणों का कहना है कि दिन के समय भी बच्चे सुरक्षित नहीं हैं।

17 दिन में 4 की मौत

पिछले 17 दिनों में जंगली जानवरों के हमलों ने बहराइच के कई गांवों को प्रभावित किया है। जंगली जानवरों के अलग-अलग हमलों में इस महीने अब तक 4 मौत हो चुकी है, लेकिन प्रशासन की तरफ से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।

  • 09 सितंबर: मंझारा तौकली के पराग पुरवा में 4 साल की ज्योति की भेड़िया के हमले में मौत।
  • 11 सितंबर: मंझारा तौकली के बभनपुरवा में 65 वर्षीय शिव प्यारी घायल।
  • 12 सितंबर: महसी के भौंरी के बहोरवा में 3 माह की संध्या भेड़िया का शिकार बनी, मौत।
  • 13 सितंबर: मंझारा तौकली के नरेश पुरवा में 33 वर्षीय सारथी देवी घायल।
  • 13 सितंबर: मंझारा तौकली के हरीराम पुरवा में 28 साल के मदन घायल।
  • 14 सितंबर: नंदवल के नंदीदास पुरवा में 70 साल की चंद्रा देवी पर तेंदुए का हमला, घायल।
  • 16 सितंबर: सरायजगना में 50 साल की आयशा घायल।
  • 16 सितंबर: सरायजगना में फमिन्दा बानो के बच्चे पर हमला, बाल-बाल बचा।
  • 16 सितंबर: सरायजगना में मन्नान पर हमला, घायल।
  • 16 सितंबर: चिरीमारन पुरवा में बड़का पर हमला, घायल।
  • 16 सितंबर: कोनियां गांव में घास छील रही हरदेई पर हमला, घायल।
  • 20 सितंबर: मंझारा तौकली के गंधू झाला में 3 वर्षीय अंकेश को भेड़िया उठा ले गया, लापता।
  • 23 सितंबर: मंझारा तौकली के बाबा बंगला गांव में 5 वर्षीय प्रिंस को भेड़िया दिन में 12:30 बजे उठाकर ले गया, ग्रामीणों ने छुड़ाया, गंभीर रूप से घायल।
  • 24 सितंबर: मंझारा तौकली के बाबा पटाव में 3 वर्षीय सोनी को मां की गोद से भेड़िया खींच ले गया, मौत।
  • 25 सितंबर: मंझारा तौकली के देव नाथ पुरवा में 7 वर्षीय अंकेश पर हमला, घायल, जिला अस्पताल में इलाज जारी।

हाल ही में कोनिया गांव में 3 साल की बच्ची पर जंगली जानवर ने हमला किया, जिसके बाद उसकी मौत हो गई। ग्रामीणों ने दावा किया कि उन्होंने एक बाघ की तस्वीर भी खींची है। इसके अलावा देवनाथ पुरवा में 7 साल के अंकेश पर भेड़िए ने हमला किया, जिसके बाद उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसका इलाज चल रहा है।

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ग्रामीणों की कोशिश

आदमखोर जानवरों के डर से कैसरगंज तहसील के ग्रामीणों ने अपने घरों के बाहर जाल लगाना शुरू कर दिया है। ग्रामीण अपने खर्चे पर बाजार से जाल खरीदकर ला रहे हैं। उनका मानना है कि ये जाल जंगली जानवरों को उनके घरों के पास आने से रोकेंगे।

इन हमलों ने स्थानीय प्रशासन और वन विभाग पर सवाल खड़े किए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि जंगली जानवरों के आतंक को रोकने के लिए ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। लोग अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं और खुद के प्रयासों से अपनी रक्षा करने को मजबूर हैं। बहराइच में जंगली जानवरों का यह आतंक कब तक जारी रहेगा, यह एक बड़ा सवाल है। ग्रामीणों की मांग है कि प्रशासन और वन विभाग इस समस्या का तत्काल समाधान करे, ताकि और कोई मासूम इसकी भेंट न चढ़े।

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Published By : Sagar Singh

पब्लिश्ड 26 September 2025 at 00:12 IST