अपडेटेड 24 January 2024 at 17:46 IST

दुनिया भर में रामलला की धूम, मक्का और वेटिकन सिटी से आगे निकलेगा अयोध्या धाम! रिपोर्ट्स में दावा

देशी और विदेशी उत्तर प्रदेश को वन ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के CM योगी के संकल्प में मील का पत्थर साबित होगा नवनिर्मित राम मंदिर!

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Ayodhya emerges as India's premier tourist destination
टूरिस्ट हब के तौर पर अयोध्या की बढ़ती साख | Image: Ram Temple

Ayodhya Dham Economy Boost: अयोध्या धाम करवट ले चुका है। श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हो चुकी है और देश दुनिया से श्रद्धालु प्रभु के दर्शनार्थ पहुंचने लगे हैं। टूरिज्म के लिए ये सुपर बूस्टर साबित हुआ है। कई रिपोर्ट्स आर्थिक क्षेत्र में दिनों दिन उन्नति की ओर बढ़ने का दावा कर रही हैं। एसबीआई रिसर्च की रिपोर्ट ने भी दावा किया है कि यूपी को 2024-25 में 25 हजार करोड़ के टैक्स कलेक्शन की उम्मीद है, जिसमें अयोध्या सबसे अहम फैक्टर होगा!

स्टॉक रिसर्च फर्म जेफरीज ने भी बड़ा दावा किया है। ये कि अयोध्या में एक वर्ष के अंदर 5 करोड़ लोग पहुंचेंगे। नतीजतन वेटिकन सिटी और मक्का भी इसमें पीछे छूट जाएंगे।

बदली तस्वीर तो तकदीर…

सीएम योगी और पीएम मोदी ने जिस तरह व्यापक विकास के जरिए अयोध्या धाम की तस्वीर बदली है, उसी तरह आने वाले समय में अयोध्या धाम उत्तर प्रदेश और देश की तकदीर बदल सकता है। पूरी संभावना है कि उत्तर प्रदेश को वन ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के सीएम योगी के संकल्प को पूरा करने में अयोध्या धाम एक मील का पत्थर साबित हो सकता है।

अयोध्या धाम से बदलेगी किस्मत

2024-25 में 25 हजार करोड़ टैक्स कलेक्शन!

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा ने बदली प्रदेश की तकदीर

मंदिर निर्माण से जुड़ी कंपनी लार्सन एंड टूब्रो ने दावा किया है कि नवनिर्मित राम मंदिर अगले एक हजार साल तक ऐसे ही चमकता रहेगा। इसकी इंजीनियरिंग ऐसी कि यह एक हजार साल से भी ज्यादा समय तक डैमेज नहीं हो सकता। जाहिर है इसका इकॉनमिक इम्पैक्ट भी बड़ा होने वाला है। हाल ही में एसबीआई रिसर्च ने एक रिपोर्ट की। दावा किया कि राम मंदिर और अन्य टूरिज्म सेंट्रिक इनीशिएटिव्स के कारण उत्तर प्रदेश को 2024-25 में 25 हजार करोड़ रुपए का टैक्स कलेक्शन होगा।

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टूरिज्म से इतना अमीर होगा यूपी!

अयोध्या सबसे अहम फैक्टर होगा। राम मंदिर बनने के बाद न सिर्फ उत्तर प्रदेश और देश के अंदर बल्कि दुनिया के कई हिस्सों से श्रद्धालुओं के आने की संभावना है, जो यहां टूरिज्म को लेकर एक बड़ा बूस्ट साबित होगा। दावा किया जा रहा है कि टूरिज्म में होने वाली वृद्धि से उत्तर प्रदेश इस वर्ष करीब 4 लाख करोड़ रुपए और अमीर हो जाएगा।

नया टूरिज्म हब

वेटिकन सिटी और मक्का तो छूटेंगे पीछे

राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के बाद सिर्फ देश में नहीं बल्कि विदेशों में भी मेगा इकॉनमिक ऑब्जर्वेशन की जा रही है। स्टॉक मार्केट रिसर्च फर्म जेफरीज का दावा है कि अयोध्या धाम श्रद्धालुओं की संख्या के मामले में वेटिकन सिटी और मक्का को भी पीछे छोड़ देगा।

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वेटिकन सिटी कैथोलिक का सबसे पवित्र स्थान है, जहां हर साल लाखों लोग आते हैं। इसी तरह सऊदी अरब का मक्का, जो मुस्लिम समुदाय की आस्था का सबसे प्रमुख स्थान है। यहां भी लाखों लोग हर साल विजिट करते हैं। ये दोनों स्थान कई वर्षों से श्रद्धालुओं की संख्या के मामले में सबसे आगे रहे हैं और यहां प्रति वर्ष करीब 3 करोड़ श्रद्धालु पहुंचते हैं।  

टूरिज्म हॉट स्पॉट

दावा है कि राम मंदिर की वजह से अयोध्या धाम इन दोनों को पीछे छोड़ देगा। रिपोर्ट के अनुसार राम मंदिर निर्माण के बाद अयोध्या टूरिज्म का एक बड़ा हॉट स्पॉट बनने जा रहा है। यहां एक वर्ष के अंदर 5 करोड़ लोगों के आने की उम्मीद है। जेफरीज ने ये भी कहा है कि हजारों करोड़ खर्च करके अयोध्या धाम में निर्मित नए एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, टाउनशिप और रोड कनेक्टिविटी के साथ ही नए होटल्स के निर्माण से यहां का परिदृश्य बदल चुका है। इससे उत्तर प्रदेश का भारत के मानचित्र पर एक टूरिस्ट डेस्टिनेशन के रूप में दूसरा स्थान और मजबूत होगा।

रिकॉर्ड तोड़ेगा अयोध्या धाम

रिपोर्ट के अनुसार श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने के साथ-साथ अयोध्या धाम की वार्षिक आय में भी वृद्धि होगी। अभी देश में आंध्र प्रदेश में स्थित तिरुपति बालाजी से राज्य को 1200 करोड़ रुपए की आय होती है। एक नजर मंदिरों/ऐतिहासिक इमारतों से होने वाली आय पर

मंदिरश्रद्धालुओं की तादादकमाई (वार्षिक)
तिरुपति बालाजी2.5 करोड़1200 करोड़ 
वैष्णो देवी80 लाख500 करोड़

तिरुपति बालाजी में हर वर्ष 2.5 करोड़ श्रद्धालु पहुंचते हैं। इसी तरह वैष्णो देवी में प्रतिवर्ष 80 लाख लोग जाते हैं, जहां से वहां 500 करोड़ रुपए का टूरिज्म बूस्ट मिलता है। वहीं आगरा ताज महल में 70 लाख लोगों के पहुंचने से 100 करोड़ तो आगरा फोर्ट में 30 लाख लोगों के माध्यम से 27.5 करोड़ रुपए की वार्षिक आय होती है। वेटिकन सिटी और मक्का की बात करें तो मक्का में प्रति वर्ष 2 करोड़ लोग आते हैं, जिससे सऊदी अरब को 12 बिलियन डॉलर की वार्षिक आय होती है, जबकि वेटिकन सिटी में 90 लाख लोग प्रतिवर्ष आते हैं जिनसे 315 मिलियन डॉलर की वार्षिक आय होती है।

2500 रुपए से अर्न होगा 25000 करोड़

एक अन्य अनुमान के अनुसार प्रतिदिन एक लाख से अधिक श्रद्धालु प्रभु श्रीराम के दर्शन के लिए अयोध्या पहुंचेंगे। संख्या जल्द ही 3 लाख श्रद्धालु प्रतिदिन हो सकती है। अगर ऐसा होता है तो प्रतिवर्ष 10 करोड़ से अधिक श्रद्धालु अयोध्या पहुंचेंगे। अयोध्या पहुंचा प्रत्येक श्रद्धालु यदि 2500 रुपए भी खर्च करता है तो केवल अयोध्या की स्थानीय अर्थव्यवस्था में 25000 करोड़ रुपए शामिल होंगे।

…और प्रदेश की अतिरिक्त खुराक

यह श्रद्धालु अयोध्या जाते हुए वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर एवं मथुरा में बांके बिहारी मंदिर आदि में भी दर्शन के लिए अवश्य जाएंगे। इस प्रकार, वाराणसी एवं मथुरा की स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बल मिलेगा। कुल मिलाकर उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को प्रतिवर्ष लगभग एक लाख करोड़ रुपए की अतिरिक्त खुराक प्रत्यक्ष रूप से मिल सकती है।

इस प्रत्यक्ष खुराक का स्थानीय अर्थव्यवस्था पर लगभग 5 गुना चक्रीय असर भी हो सकता है जिससे भारत के आर्थिक विकास में मदद मिलेगी। धार्मिक पर्यटन से यातायात, होटल, स्थानीय स्तर पर निर्मित उत्पादों जैसे क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर निर्मित होते हैं। इससे भी स्थानीय अर्थव्यवस्था को बल मिलता है।

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Published By : Sujeet Kumar

पब्लिश्ड 24 January 2024 at 16:59 IST