अपडेटेड 25 November 2025 at 11:32 IST
श्रीराम के दर्शन के लिए अयोध्या कब जाएंगे अखिलेश यादव? राम मंदिर ध्वजारोहण के मौके पर दे दिया संकेत, बताया जिस दिन...
अयोध्या में राम मंदिर के शिखर पर धर्मध्वजा फहराने के ऐतिहासिक अवसर पर आज पूरा देश ‘राम नगरी’ की ओर टकटकी लगाए हुए है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं इस धार्मिक और राष्ट्रीय आयोजन में शामिल होने अयोध्या पहुंचे हैं।
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अयोध्या में राम मंदिर के शिखर पर धर्मध्वजा फहराने के ऐतिहासिक अवसर पर आज पूरा देश ‘राम नगरी’ की ओर टकटकी लगाए हुए है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं इस धार्मिक और राष्ट्रीय आयोजन में शामिल होने अयोध्या पहुंचे हैं। वहीं, इसी शुभ समय में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी अपनी सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए ध्यान आकर्षित किया है।
अखिलेश यादव ने ‘एक्स’ पर लिखा कि इटावा में बन रहे ‘श्री केदारेश्वर महादेव मंदिर’ का निर्माण अपनी अंतिम चरण में है। ईश्वरीय प्रेरणा से निर्मित यह मंदिर, जीवन में पूर्णता की यात्रा का प्रतीक है। उन्होंने लिखा, “पूर्णता ही पूर्णता की ओर ले जाती है। जैसे ही केदारेश्वर महादेव मंदिर का निर्माण पूरा होगा, अन्य मंदिरों के दर्शन का संकल्प भी पूरा किया जाएगा।”
पोस्ट में अखिलेश ने और क्या लिखा
अपनी पोस्ट में अखिलेश यादव ने आस्था को जीवन की सकारात्मक ऊर्जा बताते हुए कहा कि दर्शन वही करते हैं, जिनके लिए ईश्वर स्वयं मार्ग बनाते हैं। उनके अनुसार, हम सब ईश्वर के बनाए रास्ते पर चलते हुए ही अपने गंतव्य तक पहुंचते हैं — इसलिए आस्था और सकारात्मकता, दोनों को जीवन में बनाए रखना सबसे जरूरी है।
गौर करने वाली बात यह है कि अखिलेश यादव पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि वे अयोध्या के राम मंदिर में दर्शन के लिए तभी जाएंगे जब उसका निर्माण पूरी तरह संपन्न हो जाएगा। साथ ही, उन्होंने यह भी जोड़ा था कि इटावा में केदारनाथ के समान भव्य ‘केदारेश्वर महादेव मंदिर’ का निर्माण जल्द पूर्ण होने वाला है। योजना यह है कि परिवार सहित वहाँ दर्शन करने के बाद वे सीधे अयोध्या जाएंगे।
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जानकारी के अनुसार, यह मंदिर इटावा सफारी पार्क के सामने बन रहा है। बीती महाशिवरात्रि के अवसर पर यादव परिवार ने यहां पहुंचकर निर्माण कार्य का निरीक्षण किया था। उसी दिन तमिलनाडु से आए पुजारियों ने विधिवत पूजा-अर्चना शुरू करवाई थी, और ढोल नगाड़ों की गूंज के बीच मंदिर परिसर में धार्मिक माहौल छा गया था।
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Published By : Ankur Shrivastava
पब्लिश्ड 25 November 2025 at 11:32 IST